म्यूचुअल फंड क्या है? (What is Mutual Funds in Hindi)

क्या आप भी जानना चाहते हैं की Mutual Fund क्या है? (Mutual Fund kya hai in hindi) तो आज इस लेख में आपको म्यूचुअल फंड के बारे में बहुत सारी जानकारी मिलने वाली है, जो आपके बहुत काम आएगी। तो इस लेख को अच्छे से और पूरा पढ़ें।

दोस्तों Mutual Funds (म्‍यूचुअल फंड) आज के समय में तेजी से पॉपुलर हो रहे इन्‍वेस्‍टमेंट ऑप्‍शन में से एक है। यह एक ऐसा इंस्‍ट्रूमेंट है, जिसमें निवेशक को उसकी सुविधा के मुताबिक निवेश का ऑप्‍शन मिलता है।

वह या तो एकमुश्‍त या हर महीने सिस्‍टमेटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) के जरिए मंथली निवेश कर सकता है। आज के समय में SIP के जरिए महज 100 रुपये मंथली निवेश भी कर सकते हैं।

म्यूचुअल फंड में कम अवधि के लिए निवेश में मुनाफा कम होने का जोखिम तो हमेशा रहता है, खासतौर पर बैलेंस और डेट फंड को छोड़कर जब निवेश इक्विटी ओरिएंटेड फंड में किया जाए।

लेकिन पिछले कुछ वर्षों में लंबी अवधि के निवेश पर मिल रहे मुनाफे की अनदेखी भी नहीं की जा सकती। म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि के निवेश निवेशकों को काफी लुभा रहे हैं।

म्यूचुअल फंड एक ऐसी कम्पनी होती है जो की अलग अलग लोगों से पैसे इक्कठा करती है, जिसे वो stocks, Bonds और दूसरे फ़ायनैन्शल Assets में निवेश करती है।

उस कम्पनी की इन सभी मिलित Holdings (Stocks, bonds और दूसरे assets) को उस कम्पनी की Portfolio कहा जाता है।

Mutual Funds in Hindi

Mutual Fund क्या है? (What is Mutual fund in Hindi)

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में विभिन्न निवेशकों से पैसा इकट्ठा किया जाता है और इस पैसे को शेयरों और बॉन्ड मार्केट में निवेश किया जाता है।यानी एक फंड में कई लोगों का पैसा लगाया जाता है। जिसे म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) कहते हैं।

निवेशक को उसके पैसे के लिए यूनिट आवंटित कर दिए जाते हैं। अब इन यूनिट के अनुपात में शेयर या बॉन्ड खरीदने-बेचने पर होने वाले मुनाफे को म्यूचुअल फंड हाउसेज फंड (यूनिट) धारकों में बांट देते हैं।

म्यूचुअल फंड धारकों को यह डिविडेंड या लाभांश फंड पर होने वाले सभी खर्च जैसे एएमसी (असेट मैनेजमेंट कंपनी) शुल्क, एडमिन खर्च, एजेंट का कमीशन आदि निकाल कर दिया जाता है।

आमतौर पर म्यूचुअल फंड को बाजार में एक स्कीम के तहत समय-समय पर लॉंच किया जाता है। किसी भी म्यूचुअल फंड के लिए यह जरूरी है कि वह अपना नाम भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) में दर्ज कराए।

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म्यूच्यूअल फण्ड एक तरह का वित्तीय वाहन ही है जो की जो कई समान उद्देश्य वाले निवेशकों से एकत्र किए गए पैसे से बना होता है और जिसके जरिये सिक्योरिटीज में जैसे की स्टॉक्स, बांड्स, गोल्ड, और अन्य सम्पत्ति में इन्वेस्ट किया जाता है। म्यूच्यूअल फंड्स Asset management company (AMC) द्वारा निर्मित किये जाते है।

आसान भाषा में कहे तो आप आपना पैसा AMC को देते हो और आप जैसे बहुत सारे लोगो से AMC पैसा कलेक्ट करती है। तो ये सारा पैसा वो कंपनी अपनी एक्सपर्ट (Professional Fund Manager) की राय लेकर अलग अलग जगह इन्वेस्ट करती है।

Mutual Funds में कैसे इन्वेस्ट करे? (How to Invest in Mutual Funds in Hindi)

  • आप किसी म्यूचुअल फंड की Website से सीधे निवेश कर सकते हैं। या फिर आप PhonePe और Paytm जैसी ऐप से भी म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं। या फिर अगर आप चाहें तो किसी म्यूचुअल फंड एडवाइजर की सेवा भी ले सकते हैं।
  • अगर आप सीधे निवेश करते हैं तो आप म्यूचुअल फंड स्कीम के डायरेक्ट प्लान में निवेश कर सकते हैं। अगर आप किसी एडवाइजर की मदद से निवेश कर रहे हैं तो आप किसी म्यूचुअल फंड स्कीम के रेगुलर प्लान में निवेश करते हैं।
  • अगर आप सीधे निवेश करना चाहते हैं तो आपको उस म्यूचुअल फंड की वेबसाइट पर जाना पड़ेगा. आप उसके दफ्तर में भी अपने दस्तावेज के साथ जा सकते हैं।
  • म्यूचुअल फंड के किसी डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का फायदा यह है कि आपको कमीशन नहीं देना पड़ता है। इसलिए लंबी अवधि के निवेश में आपका रिटर्न बहुत बढ़ जाता है। इस तरीके से म्यूचुअल फंड में निवेश करने में एक दिक्कत यह है कि आपको खुद रिसर्च करना पड़ता है।

Mutual Fund में NAV क्या है?

Mutual fund में NAV का मतलब Net Asset Value होता है। जब भी म्यूचुअल फंड (Mutual fund) की बात होती है तब एक टर्म जो बार-बार प्रयोग में आती है और वह है एनएवी (NAV)

एक म्यूचुअल फंड (Mutual fund) कई जगह पैसे निवेश करता है इसलिए अगर किसी समय फंड से पैसा वापस लेना है तो यह उसकी NAV पर निर्भर करता है।

अगर बेचना न भी हो तो फंड में पैसे के बारे में जानने के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है। किसी म्यूचुअल फंड (Mutual fund) की NAV वो कीमत है जिससे उस फंड की एक यूनिट खरीदी या बेची जा सकती है।

Mutual Fund में AMC क्या है?

Mutual Fund में AMC का मतलब है Asset Management Company होता है। ये मैनेजमेंट कंपनी वह कंपनी होती है जो अलग-अलग प्रकार की म्यूचुअल फंड (Mutual fund) स्कीम लेकर बाजार में आती हैं।

जैसे रिलायंस ग्रोथ फंड (म्यूचुअल फंड स्कीम) को रिलायंस कैपिटल ऐसेट मैनेजमेंट लिमिटेड ने लॉन्च किया, जो एक एएमसी यानी ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी है।

Mutual Fund में कितने रूपए से इन्वेस्ट कर सकते हैं?

म्‍यूचुअल फंड में निवेश शुरू करने के लिए जरूरी नहीं है कि आपको बड़ी रकम की जरूरत पड़ेगी। आप महज 100 रुपये की छोटी बचत से भी निवेश शुरू कर सकते हैं।

कई म्‍यूचुअल फंड्स स्‍कीम्‍स में महज 100 रुपये मंथली SIP निवेश किया जा सकता है। SIP में लॉन्‍ग टर्म का निवेश किया जाए तो, इसमें कम्‍पाउंडिंग का जबरदस्‍त फायदा मिलता है।

कई ऐसे फंड्स हैं, जिन्‍होंने मंथली निवेश से करोड़ों का फंड बना दिया। जैसेकि, ICICI प्रुडेंशियल वैल्‍यू डिस्‍कवरी फंड की एसआईपी (SIP) परफार्मेंस की बात की जाए तो, इसके लॉन्‍च के समय से 10,000 रुपये मंथली का एसआईपी निवेश 17 साल में 1.08 करोड़ रुपये का फंड हो गया, और 2004 में यह फंड लॉन्‍च हुआ था।

म्यूचुअल फंड में कितना चार्ज लगता है? (Charges in Mutual fund)

म्यूचुअल फंड स्कीम में होने वाले सभी खर्च को एक्सपेंस रेश्यो (Expense ratio) कहते है। एक्सपेंस रेश्यो से आपको यह पता लगता है कि किसी म्यूचुअल फंड के प्रबंधन में प्रति यूनिट क्या खर्च आता है।

आम तौर पर एक्सपेंस रेश्यो किसी म्यूचुअल फंड स्कीम के साप्ताहिक नेट एसेट के औसत का 1.5-2.5 फीसदी होता है।

भारत में म्यूचुअल फंड की शुरुआत कब हुई? (When Mutual fund started in india)

यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया के रूप में भारत का पहला म्यूचुअल फंड 1963 में आया। उदारीकरण के दौर में सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक और संस्थाओं को म्यूचुअल फंड लाने की अनुमति दी।

1992 में सेबी ने एक विधेयक पास किया जिसके तहत बाजार में निवेशकों के पैसे को सुरक्षा प्रदान किया जाए तथा सिक्योरिटी बाजार को नियंत्रित किया जाए। जहां तक म्यूचुअल फंड का संबंध है सेबी ने 1993 में म्यूचुअल फंड को लेकर नियमन अधिसूचित किया।

उसके बाद से ही निजी क्षेत्र की कंपनियों को म्यूचुअल फंड में प्रवेश करने की इजाजत दे दी गई। सेबी समय-समय पर निवेशकों के पैसे को संरक्षित करने के लिए नियम बनाती है तथा कई तरह के दिशा-निर्देश जारी करती है।

Mutual Fund कैसे चुने?

What is Mutual Fund in Hindi

Mutual Fund को चुनने के लिए आपको थोड़ी रिसर्च करनी होगी। बाजार में दर्जनों कंपनियों की हजारों म्यूचुअल फंड स्कीमें मौजूद हैं, लेकिन उनमे से आपके लिए कौनसी अच्छी और फायदेमंद होगी ये कैसे पता करेंगे? तो आइए आपको बताते हैं की एक अच्छा Mutual Fund कैसे चुने।

1- कितने समय के लिए Mutual fund में इन्वेस्ट करना है।

सबसे पहले तो आपको ये तय करना है कि आप किस मकसद से निवेश करना चाहते हैं तो आप कितना निवेश कर सकते हैं और कितने समय के लिए इसमें बने रह सकते हैं। अगर आपको साल-दो साल के लिए निवेश करना है, तो उसके लिए अलग म्यूचुअल फंड होंगे।

अगर आपको पांच, सात या दस साल या इससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करना है, तो उसके लिए दूसरे म्यूचुअल फंड होंगे।

अगर आप छोटी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो आप डेट फंड या लिक्विड फंड चुन सकते हैं। लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड सही रहेंगे।

2- तय करें की आप कितना जोखिम (Risk) ले सकते हैं।

पहले तो आप ये तय करें कि आप इस निवेश के लिए कितना जोखिम ले सकते हैं। ज्यादा रिटर्न के लिए ज्यादा जोखिम लेना पड़ता है। लेकिन निवेश में सिर्फ रिटर्न ही नहीं आपकी पूंजी यानी कैपिटल का प्रोटेक्शन भी होना चाहिए।

मसलन, अगर आप इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो इस बात का जोखिम नहीं ले सकते कि आपके निवेश की वैल्यू में गिरावट आ जाए। आपको वैसे फंड चुनने होंगे जिनमें रिटर्न और रिस्क में संतुलन रहे, इसके बाद ही आगे बढ़ें।

3- फण्ड लेने से पहले उसकी परफॉरमेंस देखें।

जरूरी नहीं है कि फंड पहले दिए गए रिटर्न की तरह आगे भी रिटर्न देता रहेगा। इस बात की गारंटी नहीं होती कि अगर किसी फंड ने अब तक अच्छा परफॉर्म किया है तो आगे भी उसका परफॉर्मेंस वैसा ही रहेगा। लेकिन अलग-अलग फंड्स के पिछले प्रदर्शन से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किसमें निरंतरता है।

उसके प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव बाजार और इकोनॉमी से बहुत अलग तो नहीं हैं। इससे आपको अपनी पसंदीदा स्कीम और म्युचुअल फंड चुनने में मदद मिलेगी। आप अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों की इन फंड्स को दी गई रेटिंग भी देख सकते हैं।

4- होने वाले खर्चों के बचें।

जब भी आप म्यूचुअल फंड को चुनते हैं उस वक्त ये जरूर देखें कि उसमें निवेश से जुड़े खर्च क्या हैं। जिन खर्चों को आपको देखना होगा, वो हैं एंट्री और एक्जिट लोड, एसेट मैनेजमेंट चार्ज, एक्सपेंस रेश्यो।

एसेट मैनेजमेंट चार्ज और एक्सपेंस रेश्यो भी जरूर देखें क्योंकि ये सारे खर्च आपके फायदे को कम कर देते हैं। 1.5 फीसदी तक का एक्सपेंस रेश्यो किसी म्यूचुअल फंड के लिए वाजिब माना जाता है, लेकिन इससे ज्यादा एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड में निवेश से बचें।

क्या Mutual Fund सही है?

रिस्क तो हर जगह है, लेकिन आपको बता दें की म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के नि‍यमन (रेगुलेशन) का काम भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) करती है। ऐसे में सेबी (SEBI) की ओर से बनाई गई गाइडलाइन का म्यूचुअल फंड कंपनियां को पालन करना होता है।

इससे यह सुनिश्चित होता है कि निवेशकों को अनुचित और गलत तरीके से मि‍स गाइड नहीं कि‍या जाए। ऐसे में यह गाइडलाइन निवेशक और म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) कंपनियों दोनों के पक्ष में काम करती हैं।

म्‍युचुअल फंड (Mutual Fund) के बारे में और जानकारी के लिए एसोसिएशन ऑफ म्‍युचुअल फंड इन इंडिया (AMFI) की बेवसाइट amfiindia.com पर जाकर ली जा सकती है।

Mutual Funds से जुड़े हुए कुछ सवाल जवाब।

Q: NAV क्या है?

Ans: NAV का मतलब Net Asset Value होता है। जब भी म्यूचुअल फंड (Mutual fund) की बात होती है तब एक टर्म जो बार-बार प्रयोग में आती है और वह है एनएवी (NAV)

Q: म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए कितना धन चाहिए?

Ans: आपके द्वारा निवेश किए जाने वाले फंड के आधार पर न्यूनतम निवेश राशि भिन्न हो सकती है। हालाँकि, आप न्यूनतम 100 रु. निवेश कर सकते हैं।

Q: Open Ended and Closed Ended Fund क्या है?

Ans: ओपन एंडेड फंड वो फण्ड हैं जिनमें कभी भी निवेश कर सकते हैं और उन्हें कभी भी बेच सकते हैं। क्लोज़ एंडेड फंड को केवल AMC से न्यू फण्ड ऑफर (NFO) के दौरान खरीदा जा सकता है।

Q: Mutual Funds में इन्वेस्ट करने का सही समय क्या है?

Ans: विभिन्न अध्ययनों से पता चला है कि बाज़ार में निवेश करने के लिए सही समय का इंतेज़ार करने के बजाए बाज़ार में निवेश करना ज़्यादा बेहतर है। बाज़ार सुधार की प्रतीक्षा न करें क्योंकि इस प्रतीक्षा की कोई निश्चित अवधि नहीं है। इसलिए इसे लेकर कोई भविष्यवाणी करना बहुत कठिन है। इसके बजाय, ये देखें कि आप कितना जोखिम ले सकते हैं, आपका लक्ष्य क्या है और बिना देरी किए निवेश करें।

Video में जाने Mutual Funds के बारे में।

निष्कर्ष-

तो दोस्तों इस तरह से अब आप समझ गए होंगे की Mutual Fund क्या है, और साथ ही आपको mutual funds के बारे में और भी बहुत सारी बाते आज जानने को मिली होगी।

आज आपने Mutual Fund क्या है के साथ-साथ ये भी जाना की Mutual Fund में इन्वेस्ट कर सकते हैं, साथ ही Mutual funds में इन्वेस्ट करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाइए और फिर इन्वेस्ट करना चाइए।

अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो इसे आपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें, और उन्हें भी Mutual Funds के बारे में जानकारी दें। अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं।

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