भगवान शिव के 108 नाम हिंदी में (108 Names of Lord Shiva in Hindi) PDF

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जय महाकाल दोस्तों, भगवान शिव जिन्हे देवों के देव महादेव कहा जाता है। जिन्हे परमपिता परमेश्वर भी कहा जाता है, जिनकी छाया मात्रा से सभी दुख नष्ट हो जाते हैं। भगवान शिव हिंदू धर्म के त्रिदेव देवताओं मे से एक हैं।

भगवान शिव जिन्हे, महादेव, महाकाल, शंकर, भोलेनाथ, उमापति, देवो के देव, विषधर, शेषधर, गंगाधर इत्यादि नामों (108 Names of Lord Shiva) से भी जाना जाता है। हिंदू धर्म ग्रंथो के अनुसार भगवान शिव कैलाश पर्वत (हिमालय) पर रहते है।

माता पार्वती भगवान शिव की अर्धांगिनी तथा पुत्र श्रीगणेश व श्रीकार्तिक हैं। भगवान शिव नंदी (बैल) की सवारी करते हैं। भगवान श्रीगणेशजी मूसक (चूहा) की सवारी करते हैं और भगवान श्री कार्तिकेय जी मोर की सवारी करते हैं।

भगवान भोलेनाथ का सबसे बड़ा पर्व महाशिवरात्रि है, जिसे देशभर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस बार 2023 में महाशिवरात्रि 18 फरवरी दिन शनिवार को मनाया जायगा। धार्मिक मामलों के जानकारों की मानें तो आज शिव जी बेहद प्रसन्न मुद्रा में रहते हैं।

ऐसे में यदि उनका विशेष वर पाना है तो आज विधि-विधान से उनकी पूजा करनी चाहिए, व्रत रखना चाहिए और पूजा-पाठ, यज्ञ, हवन, अन्य धार्मिक स्थानों पर मंत्र उच्चारण के स्वरुप मे किया जाता है।

जिसमें महामृत्युंजय मंत्र इस प्रकार है – ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ। यह महामृत्युंजय मंत्र है, जिसे मृत संजीवनी मंत्र भी कहते हैं।

108 Names of Lord Shiva

इसके अलावा भगवान शिव जी के 108 नामों का जाप करना चाहिए। दरअसल, उनके नामों में ही सारा संसार बसता है। ऐसे में आइए इस शिवरात्रि पर यहां से देखें भगवान शिव के 108 नाम (108 Names of Lord Shiva)। यहां नीचे भगवान शिव के 108 नाम (108 Names of Lord Shiva) बताए गए हैं।

भगवान शिव के 108 नाम (108 Names of Lord Shiva)

क्रमांकशिव के नामनाम का अर्थ
1शिवकल्याण स्वरूप
2महेश्वरमाया के अधीश्वर
3शम्भूआनंद स्वरूप वाले
4शशिशेखरसिर पर चंद्रमा धारण करने वाले
5पिनाकीपिनाक धनुष धारण करने वाले
6कपर्दीजटाजूट धारण करने वाले
7विरूपाक्षविचित्र आंख वाले( शिव के तीन नेत्र हैं)
8वामदेवअत्यंत सुंदर स्वरूप वाले
9नीललोहितनीले और लाल रंग वाले
10शंकरसबका कल्याण करने वाले
11शूलपाणीहाथ में त्रिशूल धारण करने वाले
12खटवांगीखटिया का एक पाया रखने वाले
13विष्णुवल्लभभगवान विष्णु के अति प्रिय
14शिपिविष्टसितुहा में प्रवेश करने वाले
15श्रीकण्ठसुंदर कण्ठ वाले
16अंबिकानाथदेवी भगवती के पति
17भक्तवत्सलभक्तों को अत्यंत स्नेह करने वाले
18भवसंसार के रूप में प्रकट होने वाले
19शर्वकष्टों को नष्ट करने वाले
20त्रिलोकेशतीनों लोकों के स्वामी
21शितिकण्ठसफेद कण्ठ वाले
22शिवाप्रियपार्वती के प्रिय
23उग्रअत्यंत उग्र रूप वाले
24कपालीकपाल धारण करने वाले
25कामारीकामदेव के शत्रु, अंधकार को हरने वाले
26गंगाधरगंगा जी को धारण करने वाले
27ललाटाक्षललाट में आंख वाले
28सुरसूदनअंधक दैत्य को मारने वाले
29महाकालकालों के भी काल
30कृपानिधिकरूणा की खान
31भीमभयंकर रूप वाले
32परशुहस्तहाथ में फरसा धारण करने वाले
33मृगपाणीहाथ में हिरण धारण करने वाले
34जटाधरजटा रखने वाले
35कैलाशवासीकैलाश के निवासी
36कठोरअत्यंत मजबूत देह वाले
37वृषांकबैल के चिह्न वाली ध्वजा वाले
38कवचीकवच धारण करने वाले
39त्रिपुरांतकत्रिपुरासुर को मारने वाले
40सामप्रियसामगान से प्रेम करने वाले
41त्रयीमूर्तिवेदरूपी विग्रह करने वाले
42भस्मोद्धूलितविग्रहसारे शरीर में भस्म लगाने वाले
43वृषभारूढ़बैल की सवारी वाले
44स्वरमयीसातों स्वरों में निवास करने वाले
45सोमसूर्याग्निलोचनचंद्र, सूर्य और अग्निरूपी आंख वाले
46सर्वज्ञसब कुछ जानने वाले
47अनीश्वरजो स्वयं ही सबके स्वामी है
48परमात्मासब आत्माओं में सर्वोच्च
49सोमउमा के सहित रूप वाले
50यज्ञमययज्ञस्वरूप वाले
51हविआहूति रूपी द्रव्य वाले
52वीरभद्रवीर होते हुए भी शांत स्वरूप वाले
53विश्वेश्वरसारे विश्व के ईश्वर
54पंचवक्त्रपांच मुख वाले
55सदाशिवनित्य कल्याण रूप वाल
56दुर्धुर्षकिसी से नहीं दबने वाले
57गिरीशपर्वतों के स्वामी
58अनघपापरहित
59गिरिश्वरकैलाश पर्वत पर सोने वाले
60प्रजापतिप्रजाओं का पालन करने वाले
61गणनाथगणों के स्वामी
62हिरण्यरेतास्वर्ण तेज वाले
63मृत्युंजयमृत्यु को जीतने वाले
64भगवान्सर्वसमर्थ ऐश्वर्य संपन्न
65पुरारातिपुरों का नाश करने वाले
66गिरिधन्वामेरू पर्वत को धनुष बनाने वाले
67भुजंगभूषणसांपों के आभूषण वाले
68भर्गपापों को भूंज देने वाले
69गिरिप्रियपर्वत प्रेमी
70कृत्तिवासागजचर्म पहनने वाले
71प्रमथाधिपप्रमथगणों के अधिपति
72व्योमकेशआकाश रूपी बाल वाले
73महासेनजनककार्तिकेय के पिता
74जगद्व्यापीजगत् में व्याप्त होकर रहने वाले
75सूक्ष्मतनुसूक्ष्म शरीर वाले
76जगद्गुरूजगत् के गुरू
77दिगम्बरनग्न, आकाशरूपी वस्त्र वाले
78अहिर्बुध्न्यकुण्डलिनी को धारण करने वाले
79भूतपतिभूतप्रेत या पंचभूतों के स्वामी
80चारुविक्रमसुन्दर पराक्रम वाले
81रूद्रभयानक
82स्थाणुस्पंदन रहित कूटस्थ रूप वाले
83देवस्वयं प्रकाश रूप
84अव्ययखर्च होने पर भी न घटने वाले
85महादेवदेवों के भी देव
86अव्यग्रकभी भी व्यथित न होने वाले
87शुद्धविग्रहशुद्धमूर्ति वाले
88सात्त्विकसत्व गुण वाले
89अष्टमूर्तिआठ रूप वाले
90अनेकात्माअनेक रूप धारण करने वाले
91पाशविमोचनबंधन से छुड़ाने वाले
92मृडसुखस्वरूप वाले
93अजजन्म रहित
94खण्डपरशुटूटा हुआ फरसा धारण करने वाले
95पशुपतिपशुओं के स्वामी
96शाश्वतनित्य रहने वाले
97पूषदन्तभित्पूषा के दांत उखाड़ने वाले
98हरिविष्णुस्वरूप
99सहस्रपादहजार पैरों वाले
100अपवर्गप्रदकैवल्य मोक्ष देने वाले
101अव्यक्तइंद्रियों के सामने प्रकट न होने वाले
102भगनेत्रभिद्भग देवता की आंख फोड़ने वाले
103दक्षाध्वरहरदक्ष के यज्ञ को नष्ट करने वाले
104हरपापों व तापों को हरने वाले
105तारकसबको तारने वाले
106सहस्राक्षहजार आंखों वाले
107परमेश्वरसबसे परम ईश्वर
108अनंतदेशकालवस्तु रूपी परिछेद से रहित

FAQ

Q: 2024 में महाशिवरात्रि कब है?

Ans: 2024 में महाशिवरात्रि 8 मार्च फरवरी दिन शुक्रवार को है।

Q: भगवान शिव के कितने नाम है?

Ans: भगवान शिव को बहुत सारे नामो से जाना जाता है, जैसे की- विस्वनाथा, महादेवा, महांदेव, महासू, महेश्वरा, रूद्र, नीलकण्ठा।

निष्कर्ष-

इस तरह से अब आपको पता चल गया होगा की, हमने आपको भगवान शिव के 108 नाम (108 Names of Lord Shiva ) और शिव के नाम का अर्थ भी बताया गया है।

अगर आपको कोई चीज़ जो आज हमने बताई वो समझ में न आई हो, तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

और अगर आपको ये लेख (108 Names of Lord Shiva) पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। जय महाकाल!

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