हनुमान जी के 108 नाम – (108 Names of Hanuman Ji) 2024

जय बजरंग बलि, दोस्तों आज हम आपको हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) बताने जा रहे हैं, आज के लेख में हम आपको बताएंगे हनुमान जी के 108 नाम कौन कौन से हैं?

इसके साथ ही हम आपको हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भी इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं,

जिससे की आपको हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) के साथ हनुमान जी से सम्बंधित कुछ जानकारी भी प्राप्त हो सके।

हनुमान जी हिन्दू धर्म के ग्रंथ रामायण में एक पौराणिक चरित्र हैं। शिव पुराण के अनुसार हनुमान जी, भगवान शिवजी के 11वें रुद्रावतार हैं, हनुमान जी सबसे बलवान और बुद्धिमान माने जाते हैं।

हनुमान जी का जन्म चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्रा नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। इस धरा पर जिन आठ मनीषियों को अमरत्व का वरदान प्राप्त है, उनमें बजरंगबली भी हैं।

रामायण के अनुसार हनुमान जी भगवान रामजी के परम भक्त, दूत आदि थे जिन्होंने सुग्रीव आदि वानरों को रावण से युद्ध करने के लिए भगवान राम से साथ एकत्रित किया।

हनुमान जी कलयुग में ऐसे जागृत और साक्षात शक्ति हैं, जिनके समक्ष कोई भी मायावी शक्ति नहीं टिक पाती है। इनकी पूजा से किसी भी प्रकार का भय नहीं सताता है।

ऐसे में वीर बजरंगी की कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन विधि-विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए। भगवान हनुमान की पूजा, आराधना और उपवास के लिए मंगलवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है।

कहा जाता है मंगलवार के दिन महाबली हनुमान की पूजा करने और व्रत रखने से हनुमान जी जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों के सभी कष्ट हर लेते हैं।

ऐसी मान्यताएं हैं कि उन नामों का जाप करने से व्यक्ति को आत्मीय शांति व ऊर्जा मिलती है। जो भी भक्त हनुमान जी के इन 108 नामों का जाप करते हैं, हनुमानजी उनके कष्टों का निवारण करते हैं।

शनिवार के दिन शनि देव के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा की जाती है। ऐसे में इस दिन भी हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए आप उनके नामों का जाप कर सकते हैं।

हनुमान जी को कई नामो से पुकारा जाता है उनके कई नाम हैं। ऐसी मान्यता है कि यदि हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) नियमित रूप से लिए जाएं तो हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते हैं।

Sitting Hanuman ji image with black background for 108 names of hanuman ji

आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि हनुमान जी के 108 नाम कौन से हैं। तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji)

क्रमांकनामअर्थ
1महावीरसबसे बहादुर
2अंजनेयाअंजना का पुत्र
3हनूमतजिसके गाल फुले हुए हैं
4मारुतात्मजपवन देव के लिए रत्न जैसे प्रिय
5तत्वज्ञानप्रदबुद्धि देने वाले
6अशोकवनकाच्छेत्रेअशोक बाग का विनाश करने वाले
7सीतादेविमुद्राप्रदायकसीता की अंगूठी भगवान राम को देने वाले
8सर्वमायाविभंजनछल के विनाशक
9रक्षोविध्वंसकारकराक्षसों का वध करने वाले
10सर्वबन्धविमोक्त्रेमोह को दूर करने वाले
11परशौर्य विनाशनशत्रु के शौर्य को खंडित करने वाले
12परविद्या परिहारदुष्ट शक्तियों का नाश करने वाले
13परयन्त्र प्रभेदकदुश्मनों के उद्देश्य को नष्ट करने वाले
14परमन्त्र निराकर्त्रेराम नाम का जाप करने वाले
15सर्वग्रह विनाशीग्रहों के बुरे प्रभावों को खत्म करने वाले
16भीमसेन सहायकृथेभीम के सहायक
17सर्वदुखः हरादुखों को दूर करने वाले
18सर्वलोकचारिणेसभी जगह वास करने वाले
19मनोजवायजिसकी हवा जैसी गति है
20पारिजात द्रुमूलस्थप्राजक्ता पेड़ के नीचे वास करने वाले
21महाकायविशाल रूप वाले
22कपीश्वरवानरों के देवता
23सर्वयन्त्रात्मकसभी यंत्रों में वास करने वाले
24सर्वतन्त्र स्वरूपिणेसभी मंत्रों और भजन का आकार जैसा
25सर्वमन्त्र स्वरूपवतेसभी मंत्रों के स्वामी
26कपिसेनानायकवानर सेना के प्रमुख
27सर्वविद्या सम्पत्तिप्रदायकज्ञान और बुद्धि प्रदान करने वाले
28बल सिद्धिकरबलवान बनने की सिद्धि
29प्रभवेसबसे प्रिय
30सर्वरोगहरासभी रोगों को दूर करने वाले
31प्राज्ञायविद्वान
32सागरोत्तारकसागर को उछल कर पार करने वाले
33शृन्खला बन्धमोचकतनाव को दूर करने वाले
34काराग्रह विमोक्त्रेकैद से मुक्त करने वाले
35महाबल पराक्रममहान शक्ति के स्वामी
36गन्धर्व विद्यातत्वज्ञआकाशीय विद्या के ज्ञाता
37भविष्यथ्चतुराननायभविष्य की घटनाओं के ज्ञाता
38कुमार ब्रह्मचारीयुवा ब्रह्मचारी
39रत्नकुण्डल दीप्तिमतेकान में मणियुक्त कुंडल धारण करने वाले
40चंचलद्वाल सन्नद्धलम्बमान शिखोज्वलाजिसकी पूंछ उनके सर से भी ऊंची है
41सीताशोक निवारकसीता के दुख का नाश करने वाले
42केसरीसुतकेसरी के पुत्र
43वानरबंदर
44प्रतापवतेवीरता के लिए प्रसिद्ध
45रामदूतभगवान राम के राजदूत
46लक्ष्मणप्राणदात्रेलक्ष्मण के प्राण बचाने वाले
47दशग्रीव कुलान्तकरावण के राजवंश का नाश करने वाले
48विभीषण प्रियकरविभीषण के हितैषी
49बालार्कसद्रशाननउगते सूरज की तरह तेजस
50अन्जनागर्भसम्भूताअंजनी के गर्भ से जन्म लेने वाले
51लन्किनी भंजनलंकिनी का वध करने वाले
52महातपसीमहान तपस्वी
53पंचवक्त्रपांच मुख वाले
54कांचनाभसुनहरे रंग का शरीर
55अक्षहन्त्रेरावण के पुत्र अक्षय का अंत करने वाले
56वज्रकायधातु की तरह मजबूत शरीर
57महाद्युतसबसे तेजस
58चिरंजीविनेअमर रहने वाले
59रामभक्तभगवान राम के परम भक्त
60दैत्यकार्य विघातकराक्षसों की सभी गतिविधियों को नष्ट करने वाले
61धीरवीर
62शूरसाहसी
63दैत्यकुलान्तकराक्षसों का वध करने वाले
64सुरार्चितदेवताओं द्वारा पूजनीय
65महातेजसअधिकांश दीप्तिमान
66सुग्रीव सचिवसुग्रीव के मंत्री
67लंकापुर विदायकलंका को जलाने वाले
68श्रीमतेप्रतिष्ठित
69सिंहिकाप्राण भंजनसिंहिका के प्राण लेने वाले
70गन्धमादन शैलस्थगंधमादन पर्वत पार निवास करने वाले
71पिंगलाक्षगुलाबी आँखों वाले
72रामचूडामणिप्रदायकराम को सीता का चूड़ा देने वाले
73कामरूपिणेअनेक रूप धारण करने वाले
74कबलीकृत मार्ताण्डमण्डलायसूर्य को निगलने वाले
75वार्धिमैनाक पूजितमैनाक पर्वत द्वारा पूजनीय
76वागधीशप्रवक्ताओं के भगवान
77स्फटिकाभाएकदम शुद्ध
78महारावण मर्धनरावण का वध करने वाले
79रामसुग्रीव सन्धात्रेराम और सुग्रीव के बीच मध्यस्थ
80विजितेन्द्रियइंद्रियों को शांत रखने वाले
81संजीवन नगाहर्त्रेसंजीवनी लाने वाले
82सुचयेपवित्र
83वाग्मिनेवक्ता
84दृढव्रताकठोर तपस्या करने वाले
85कालनेमि प्रमथनकालनेमि का प्राण हरने वाले
86नवव्याकृतपण्डितसभी विद्याओं में निपुण
87चतुर्बाहवेचार भुजाओं वाले
88दीनबन्धुरादुखियों के रक्षक
89महात्माभगवान
90भक्तवत्सलभक्तों की रक्षा करने वाले
91वज्रनखावज्र की तरह मजबूत नाखून
92वज्रद्रनुष्टव्रज से दानव और दुष्टों को मारने वाले
93योगीमहात्मा
94रामकथा लोलायभगवान राम की कहानी सुनने के लिए व्याकुल
95सीतान्वेषण पण्डितसीता की खोज करने वाले
96दान्तशांत
97हरिमर्कट मर्कटावानरों के ईश्वर
98शान्तरचना करने वाले
99प्रसन्नात्मनेहंसमुख
100शतकन्टमदापहतेशतकंट के अहंकार को ध्वस्त करने वाले
101लोकपूज्यब्रह्मांड के सभी जीवों द्वारा पूजनीय
102जाम्बवत्प्रीतिवर्धनजाम्बवत के प्रिय
103सीताराम पादसेवकभगवान राम और सीता की सेवा में तल्लीन रहने वाले
104दशबाहवेदस भुजाओं वाले
105इन्द्रजित्प्रहितामोघब्रह्मास्त्र विनिवारकइंद्रजीत के ब्रह्मास्त्र के प्रभाव को नष्ट करने वाले
106रुद्रवीर्य समुद्भवाभगवान शिव का अवतार
107पार्थ ध्वजाग्रसंवासिनेअर्जुन के रथ पार विराजमान रहने वाले
108शरपंजर भेदकतीरों के घोंसले को नष्ट करने वाले

निष्कर्ष-

इस तरह से अब आपको पता चल गया होगा की, हमने आपको हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) और हनुमान जी के 108 नाम का अर्थ भी बताया गया है।

अगर आपको कोई चीज़ जो आज हमने बताई वो समझ में न आई हो, तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

और अगर आपको ये लेख हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। जय बजरंग बलि!

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1 thought on “हनुमान जी के 108 नाम – (108 Names of Hanuman Ji) 2024”

  1. Hanuman ji’s aarti is performed after worshiping Hanuman ji. Hanuman ji’s aarti is a very famous aarti. Where devotees of Lord Hanuman pray to Hanuman ji and express all their wishes. Hanuman Aarti is the symbol of victory. Hanuman Aarti is also called the most popular Hindu prayer.

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