कोटक महिंद्रा बैंक का मालिक कौन है? (Owner of Kotak Mahindra Bank)

क्या आपको पता है की Kotak Mahindra Bank का मालिक कौन है? (Kotak Mahindra Bank Owner) तो आज इस लेख में हम आपको कोटक महिंद्रा बैंक के मालिक से लेकर के कंपनी के बारे में भी बहौत कुछ बताने वाले हैं। तो इस लेख को आप अच्छे से और पूरा पढ़ें।

आपने कोटक महिंद्रा बैंक के बारे में सुना होगा या फिर आप जानते होंगे। या फिर आपका इस बैंक में अकाउंट होगा। बात कुछ भी हो लेकिन आपने कही न कही इसके बारे में जरूर सुना होगा, तभी आज आप यहाँ Kotak Mahindra Bank का मालिक कौन है ये जानने आए हैं।

हमारे आर्थिक इस्तिथी या फिर किसी भी चीज़ की पूर्ति करने के लिए हमे पैसों की जरुरत होती है, और वो पैसे बैंक हमे देता है।

बस फर्क इतना होता है की हममे से बहौत से लोग जॉब करके पैसे कमाते हैं, और बहौत से लोग अपना बिज़नेस करके पैसे कमाते हैं।

लेकिन दोनों के एक चीज़ समान होती है की, दोनों को हे पैसों की जरूरत होती है, और वो जरुआत बैंक पूरी करता है। इसी तरह से आज हम आपको एसे ही एक बैंक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नाम है कोटक महिंद्रा बैंक।

Kotak Mahindra Bank का मालिक कौन है?

Uday Kotak
Uday Kotak, billionaire and chairman of Kotak Mahindra Bank Ltd.

कोटक महिंद्रा बैंक के मालिक उदय कोटक (Uday Kotak) हैं। इन्होने कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत February 2003 में मुंबई से की थी।

Kotak Mahindra Bank Limited एक बैंकिंग और फाइनेंसियल सर्विसेज कंपनी है जिसका हेडक्वार्टर मुंबई में है। और इसके मालिक उदय कोटक हैं।

उदय कोटक के बारे में जानकारी। (Uday Kotak Biography)

उदय कोटक एक भारतीय बैंकर, कार्यकारी महाप्रबंधक और कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक हैं। उदय कोटक का जन्म 15 मार्च 1959 को हुआ इनके पता का नाम सुरेश कोटक था।

उदय का जन्म मुंबई में गुजराती लोहाना मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। उनके परिवार में 60 सदस्य थे, जो बड़े घर में एक ही छत के नीचे रहते थे।

उनके पिता पार्टिशन के बाद कराची से इंडिया आए थे। उनकी फैमिली कॉटन ट्रैडिंग से जुड़ी हुई थी। उदय ने मरीन ड्राइव स्थित हिंदी विद्या भवन में पढ़ाई की। उन्हें क्रिकेट खेलने और सितार बजाने का शौक था।

सिडेनहैम कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने जमनालाल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज को जॉइन किया। जब वह एमबीए फस्र्ट ईयर में थे तो उनका मेजर एक्सीडेंट हुआ। क्रिकेट खेलने के दौरान उनके सिर पर गेंद लगी और उनकी इमरजेंसी सर्जरी करनी पड़ी।

जब ठीक हुए, तो कॉटन एक्सपोर्ट का फैमिली बिजनेस जॉइन किया। एमबीए पूरा करने के बाद उन्होंने तय कर लिया कि उन्हें फैमिली बिजनेस नहीं करना है, क्योंकि हर डिसीजन के लिए परिवार के 14 लोगों से डील करना पड़ता था।

वह हिंदुस्तान लीवर में जॉब के लिए भी सलेक्ट हो गए। मगर उन्होंने 300 स्क्वायर फीट स्पेस के ऑफिस में फाइनेंशियल कंसल्टेंसी का काम शुरू किया।

1985 में उन्होंने कोटक कैपिटल मैनेजमेंट फाइनेंस लिमिटेड कंपनी शुरू की। उनकी मुलाकात आनंद महिंद्रा से हुई।

उन्होंने कंपनी में इन्वेस्ट किया। इसके बाद कंपनी का नाम कोटक महिंद्रा फाइनेंस रख दिया और उनका बिजनेस आकार लेने लगा। फिर उन्होंने सूझबूझ से अपनी कंपनी को आगे बढ़ाने पर फोकस किया।

2003 में कोटक महिंद्रा फाइनेंस बैंक में कन्वर्ट हो गई। आज उदय का नाम सफल उद्योगपतियों में शुमार है, और साथ ही भारत के दस सबसे आमिर आदमियों की लिस्ट में भी शामिल हैं।

कैसे हुई कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत? (Kotak Mahindra Bank Detail in Hindi)

Kotak Mahindra Bank

1980 में कई विदेशी बैंकों ने भारत में दफ्तर खोले। तब उदय को फाइनेंस जुटाने के और अवसर मिले। 1985 को वे अपने लिए भाग्य का दरवाजा खुलने जैसा मानते हैं। ग्रिंडलैज के सिडनी पिंटो उनके दोस्त और मेंटर दोनों हैं।

पिंटो ने उनसे खुद का फाइनेंस कारोबार शुरू करने को कहा। इसी साल उनकी मुलाकात पल्लवी से हुई, जो जीवनसाथी बनी। इसी साल आनंद महिंद्रा से भी मुलाकात हुई, जिनकी महिंद्रा ऑगीन के लिए उदय ने धन जुटाया।

आनंद ने भी उनसे खुद का फाइनेंस कारोबार शुरू करने को कहा और 1986 में उन्होंने आनंद महिंद्रा की मदद से 30 लाख रु. से कंपनी शुरू की। कोटक महिंद्रा की शुरुआत इस तरह से 28 वर्ष पहले हुई।

अनिल अंबानी की शादी में उदय की मुलाकात एक दोस्त से हुई, जो एफडी के कारोबार से पिंड छुड़ाना चाह रहा था। उदय ने उस कारोबार को 50 लाख में ले लिया। दलाल स्ट्रीट में ऑफिस लिया और 5 वर्ष में ही कोटक महिंद्रा मर्चेंट बैंकिंग में भी आ गई।

1991 में ही कंपनी पब्लिक इश्यू ले आई। उदय को कोटक महिंद्रा में से गोल्डमैन साक्स जैसी ध्वनि आती थी। और एक दिन गोल्डमैन साक्स के हेंक पॉलसन के साथ उन्होंने करार कर लिया। इसके बाद से सफलता बदस्तूर जारी है।

उदय कोटक और आनंद महिंद्रा की मुलाकात।

साल 2017 में एक ट्वीट कर आनंद महिंद्रा ने इस किस्से के बारे में लोगों को जानकारी दी। आनंद महिंद्रा ने ट्वीट कर बताया, ”उदय कोटक मेरे ऑफिस में आए और उन्होंने फाइनेंस के लिए ऑफर किया।

उदय ने कहा कि अगर में इसमें इनवेस्ट करता हूं तो यह मेरा अच्छा फैसला होगा। ” उदय कोटक ने अपनी बातों से ऐसे प्रभावित किया कि आनंद महिंद्रा निवेश के लिए तैयार हो गए। इसी के बाद कोटक कैपिटल मैनेजमेंट फाइनेंस लिमिटेड ने अपना आगे विस्तार किया। इसमें बैंकिंग, बीमा, म्यूचुअल फंड और लोन देने का काम किया।

2003 में RBI ने इसे बैंक का लाइसेंस दे दिया और इसी के बाद कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत हुई। मार्केट कैप के लिहाज से कोटक महिंद्रा बैंक आज देश के टॉप कंपनियों या बैंक में शुमार है। बैंक का मार्केट कैप 3 लाख 85 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है। वहीं, शेयर भाव 2-3हजार रुपये के स्तर पर है।

कोटक 811 बचत खाता क्या है?

कोटक 811 यह एक डिजिटल Zero Balance Savings Account है, जो कोटक महिंद्रा बैंक के बचत खाते का एक प्रकार है। इसका मतलब है कि इसमे आपको न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने के लिए किसी प्रकार का जुर्माना नहीं देना होता है।

और बिना किसी चिंता के अपनी अंतिम शेष राशी तक खर्च कर सकते है। वास्तव में, इसमे आपको एक औसत शेष राशि भी नहीं रखनी होती है। हालांकि, यदि आप एक संतुलन बनाए रखते हैं, तो आप अपनी बचत पर औसत ब्याज से अधिक कमा सकते हैं।

Kotak Mahindra Bank FAQ

Q: कोटक महिंद्रा बैंक का मालिक कौन है?

Ans: कोटक महिंद्रा बैंक के मालिक उदय कोटक (Uday Kotak) हैं।

Q: कोटक महिंद्रा बैंक कहाँ का बैंक है?

Ans: कोटक महिंद्रा बैंक भारत का एक प्राइवेट बैंक है, जिसकी शुरुआत 2003 में मुंबई से हुई थी।

Q: कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत कब हुई?

Ans: कोटक महिंद्रा बैंक की शुरुआत फेब्रुअरी 2003 में मुंबई से हुई थी।

Q: कोटक महिंद्रा बैंक सरकारी है या प्राइवेट?

Ans: कोटक महिंद्रा बैंक एक प्राइवेट बैंक है।

Q: कोटक महिंद्रा बैंक का सीईओ कौन है?

Ans: कोटक महिंद्रा बैंक के सीईओ उदय कोटक हैं।

Q: कोटक महिंद्रा बैंक का मुख्यालय कहाँ है?

Ans: कोटक महिंद्रा बैंक का मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र में है।

Read More-

Go to Homepage >

Leave a Comment