Wipro का मालिक कौन है? विप्रो कहाँ की कंपनी है।

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क्या आपको पता है की Wipro का मालिक कौन है? (Owner of Wipro Company) या फिर Wipro का CEO कौन है? तो आज हम आपको अपने इस लेख में विप्रो कंपनी के बारे में सभी जानकारी देने वाले हैं, जोकी आपके काम आएगी।

विप्रो भारत की तीसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी है। और क्यू की ये भारत की कंपनी है तो हमे भी इसके बारे में अच्छे से पता होना चाइये की Wipro company का मालिक कौन है। विप्रो कहाँ की कंपनी है, विप्रो की शुरुआत कब हुई। एसे ही कई और सवालों के जवाब आज आपको इस लेख में मिलेंगे।

विप्रो लिमिटेड की एक व्यावसायिक इकाई विप्रो कंज्यूमर केयर एंड लाइटिंग (डब्लूसीसीएलजी) उपभोग्य वस्तुओं में एफएमसीजी सेगमेंट में काम करती है। 1945 में स्थापित, इसका पहला उत्पाद वनस्पति तेल था, बाद में ब्रांड नाम “सूरजमुखी वनस्पति” के तहत बेच दिया गया था।

यह व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों को बेचता है, जैसे विप्रो बेबी सॉफ्ट और विप्रो सफ़ाईश, टॉयलेट साबुन संतूर और चंद्रिका और साथ ही साथ यार्डली। यह स्मार्टलाइट सीएफएल, एलईडी और आपातकालीन रोशनी सहित प्रकाश के प्रोडक्ट्स बेचता है।

विप्रो कंपनी का भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कारोबार है। कंपनी इससे पहले तक का और खाने वाली चीज़ों का बिज़नेस किआ करती थी,

इसके बाद सॉफ्टवेयर की दुनिया में भी आगयी। आज हम आपको wipro का मालिक कौन है इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं तो चलिए जानते हैं।

Wipro का मालिक कौन है?

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Wipro Company के मालिक अजीम प्रेमजी (Azim Premji) हैं। विप्रो की शुरुआत 29 दिसंबर 1945 को हुई थी। अजीम प्रेमजी ने 1981 में कंप्यूटर बिजनेस सी शुरुआत की थी, जो आज Wipro के नाम से जाना जाता है।

मुंबई के एक गुजराती मुस्लिम परिवार में 24 जुलाई 1945 को जन्‍‍‍मे अजीम प्रेमजी को भारत का ब‍िल गेट्स भी कहा जाता है. उन्‍होंने अपनी मेहनत और दूरदर्श‍िता के बलबूते एक साबुन तेल बनाने वाली कंपनी को आईटी का ताज पहनाया तो आज तक वो जगह कोई कंपनी ले नहीं पाई है।

अजीम जी ने एक वनस्पति तेल बनाने वाली कंपनी को आईटी कंपनी में बदलने की दिशा में कदम रखा. उन्होने अपनी कंपनी का नाम छोटा किया और विप्रो रख दिया. विप्रो ने Personal Computer बनाना शुरू किया।

साथ ही Software Services की बिक्री भी शुरू की. उनके द्वारा बनाए गए पर्सनल कम्प्युटर काफी सराहे गए। आज ये कंपनी एक Global IT Company बन चुकी है. आज Wipro की कीमत 1.8 लाख करोड़ रुपये है. अजीम प्रेमजी को IT industry का सम्राट भी कहा जाता है।

विप्रो कंपनी के बारे में (About Wipro)

स्थापना29 दिसंबर 1945
मुख्यालयबेंगलुरु, भारत
मालिकअजीम प्रेमजी
सीईओThierry Delaporte
मूल कंपनीWipro Enterprises
कार्यIT Service, Software
वेबसाइट wipro.com

Wipro कहाँ की कंपनी है?

Wipro भारत की कंपनी है जिसकी शुरुआत 29 दिसंबर 1945 को भारत में हुई थी, और जिसके मालिक अज़ीम प्रेमजी हैं।

विप्रो लिमिटेड, भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है, जिसका मुख्यालय बेंगलूर में है। विप्रो कंपनी सॉफ्टवेयर के साथ-साथ और भी कई टेक्नोलॉजी वाले काम करती है।

विप्रो फुल फॉर्म। (Wipro Full Form)

Wipro full form- Western India Palm Refined Oil Limited (वेस्टर्न इंडिया पाम रिफाइंड आयल लिमिटेड) है।

अजीम प्रेमजी के बारे में जानकारी। (About Azim Preamji)

अजीम प्रेमजी का जन्म 24 जुलाई 1945 को मुंबई के एक निज़ारी इस्माइली शिया मुस्लिम परिवार में हुआ। उनके पिता एक प्रसिद्ध व्यवसायी थे और ‘राइस किंग ऑफ़ बर्मा’ के नाम से जाने जाते थे। विभाजन के बाद मोहम्मद अली जिन्नाह ने उनके पिता को पाकिस्तान आने का न्योता दिया था पर उन्होंने उसे ठुकराकर भारत में ही रहने का फैसला किया।

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कई सालों तक सफलतापूर्वक कंपनी चलाने के बाद अजीम प्रेमजी कुछ नया करना चाहते थे। तब भारत में एक तरह से कंप्यूटर की शुरुआत ही हुई थी. उन्हें लगा कि भविष्य में कंप्यूटर काम करने का तरीके में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं।

इसी सोच के साथ उन्होंने 1981 में कंप्यूटर बिजनेस सी शुरुआत की। अगले साल तक उन्होंने अपना पूरा ध्यान आईटी प्रोडक्ट्स बिजनेस पर लगा दिया।

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अजीम प्रेमजी कभी देश के सबसे धनी व्यक्ति रह चुके हैं। अमेरिकी बिजनेस पत्रिका फोर्ब्‍स के मुताबिक वर्ष 1999 से 2005 तक अजीम प्रेमजी भारत के सबसे धनी व्यक्ति रह चुके हैं। और अगर वो अपनी संपत्ति का ज्यादातर हिसाब दान न करते तो आज भी भारत के सबसे अमीर आदमी होते।

विप्रो को आगे बढ़ाने के लिए अजीम जी ने निजी रूप से भी काफी मेहनत की है. विप्रो ने जब आईटी के क्षेत्र में काम रखा तो उन्हें दूसरे देश से भी काम मिलने लगा।

आईटी में आने के साथ ही अजीम जी ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी दोबारा शुरू की उन्होने करेस्पोंडेंस क्लास के जरिये स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की।

इसके बाद साल 2000 में उन्होने कंपनी को New York Stock Exchange में लिस्ट किया. साल 2005 में अजीम प्रेमजी कंपनी के CEO बने. आज विप्रो का आईटी बिजनेस 110 देशों में है और कंपनी में 1.5 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।

भारत में काफी सारे अमीर लोग हैं लेकिन अजीम जी जैसा अमीर कोई नहीं है। अजीम जी भारत के सबसे बड़े दानवीर कहलाते हैं। इसकी वजह है की उन्होने देश में शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति लाने का जिम्मा अपने कंधों पर लिया है।

उन्होने समाज में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की स्थापना की है. इस फाउंडेशन के लिए अजीम जी ने शुरुआत में ही करीब 2.2 अरब डॉलर दान कर दिये थे।

विप्रो का रेवेन्यू।

शुरुआत में प्रेमजी ने हार्डवेयर और सॉफ्टेवेयर दोनों पर फोकस रखा। बाद में उन्होंने हार्डवेयर पर फोकस घटा दिया और सॉफ्वेयर पर बढ़ा दिया। आज विप्रो देश की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी है।

पिछले कुछ सालों में इसकी ग्रोथ थोड़ी सुस्त हुई है। लंबे समय तक यह टीसीएस और इंफोसिस के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी थी। पिछले साल विप्रो ने 8.5 अरब डॉलर का रेवेन्यू हासिल किया था।

अजीम प्रेमजी फाउंडेशन (Azim Premji Foundation)

अजीम प्रेमजी एक लोकोपकारी इंसान है। इसलिए उन्होंने 2001 में एक फॉउंडेशन की स्थापना की। जिसका नाम “अजीम प्रेमजी फाउंडेशन” रखा गया।

यह एक गैर लाभकारी संगठन है जिसका लक्ष्य, गुणवत्तायुक्त सार्वभौमिक शिक्षा जो एक न्यायसंगत, निष्पक्ष, मानवीय और संवहनीय समाज की स्थापना में मददगार हो।

प्रेमजी की संस्था ‘दि अजीम प्रेमजी फाउंडेशन’ गरीब बच्चों को प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराने में योगदान देती है। विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी से जुड़ी एक खास बात है कि वो हवाई जहाज की इकोनॉमी क्लास में सफर करना पसंद करते हैं।

विप्रो लिमिटेड के चेयरमैन प्रेमजी लग्जरी होटलों की जगह अगर कंपनी गेस्ट हाउस उपलब्ध हो तो उसी में ठहरना पसंद करते हैं। अजीम प्रेमजी को भारत का बिल गेट्स भी कहा जाता है।

यह फाउंडेशन भारत के लगभग 13 लाख सरकारी स्कूलों में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति के लिए काम करता है। यह संगठन वर्तमान में कर्नाटक, उत्तराखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पांडिचेरी, आंध्र प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश की सरकारों के साथ मिलकर कार्य कर रहा है।

विप्रो कंपनी से जुड़े हुए कुछ सवाल जवाब (FAQ)

Q: विप्रो कंपनी के मालिक।

Ans: विप्रो कंपनी के मालिक अज़ीम प्रेमजी है।

Q: विप्रो फुल फॉर्म।

Ans: Western India Palm Refined Oil Limited (वेस्टर्न इंडिया पाम रिफाइंड आयल लिमिटेड)

Q: कंप्यूटर के निर्माण में विप्रो का अनुसंधान कब से आरंभ हुआ?

Ans: कंप्यूटर के निर्माण में विप्रो का अनुसंधान 1981 से आरंभ हुआ।

Q: विप्रो कंपनी की स्थापना कहाँ हुई?

Ans: विप्रो कंपनी की स्थापना 29 दिसंबर 1945 को भारत में हुई।

Q: Wipro का CEO कौन है?

Ans: Wipro के CEO थिएर्र्य डेलपोर्टे (Thierry Delaporte) हैं।

Q: Wipro के संस्थापक कौन है?

Ans: Wipro के संस्थापक अजीम प्रेमजी है।

निष्कर्ष-

इस तरह से अब आपको पता चल गया होगा की Wipro का मालिक कौन है? (Owner of Wipro Company) साथ ही आज इस लेख में आपको विप्रो कंपनी के बारे में भी बहौत सारी जानकारी मिली होगी, जोकी आपके काम आई होगी।

अगर हम कुछ लिखा बुल गएँ हों, या फिर अगर आपको भी विप्रो के बारे में और कुछ पता हो, और हमारे साथ शेयर करना छाते हों, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। हम आपकी मदद करने की पूरी कोसिसि करेंगे।

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