चेयरमैन क्या होता है? (What is Chairman in Hindi)

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जय हिन्द दोस्तों, दोस्तों आज हम आपको बताने वाले हैं की चेयरमैन क्या है? (What is Chairman in Hindi). आज हम आपको चेयरमैन और सीईओ में अंतर (Difference Between Chairman and CEO) बताने वाले हैं, तो दोस्तों इस लेख को अंत तक जरूर पढ़िएगा।

दोस्तों जब किसी कम्पनी की बात होती है तो उस कंपनी के मालिक की भी बात जरूर होती है और जब हमें कंपनी का मालिक बता दिया जाता है तो हमें मालिक तो समझ आ जाता है की हाँ ये इस कंपनी का मालिक है।

लेकिन जब हमें बताया जाता है की ये कंपनी के चेयरमैन हैं तब हम उलझन में आ जातें हैं की आखिर चेयरमैन क्या है? चेयरमैन कौन होता है? क्या चेयरमैन मालिक ही कहलाता है या मालिक से छोटा या बड़ा होता है।

तो दोस्तों ऐसे बहुत सारे सवाल आपके भी मन में जरूर आए होंगे और काफी लोगों को पता नहीं होता की चेयरमैन क्या है? तो चलिए दोस्तों अब हम जानेंगे की चेयरमैन क्या है? (What is Chairman in Hindi). नीचे बतायी गयी जानकारी आपके लिए काफ़ी महत्वपूर्ण और उपयोगी है। तो दोस्तों इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ियेगा।

Chairman क्या होता है

चेयरमैन क्या है? (What is Chairman in Hindi)

चेयरमैन का मतलब अध्यक्ष या कमेटी, बोर्ड आदि का सभापति होता है। चेयरमैन किसी भी कंपनी का सबसे पावरफुल व्यक्ति होता है। अगर हम इसको कंपनी का प्रमुख मालिक कहें तो यह गलत नहीं होगा।

किसी भी कंपनी के चेयरमैन पद पर प्रमुख मालिक नियुक्त होता है उदाहरण के लिए Reliance Industries के चेयरमैन मुकेश अंबानी थे और Board of Directors की मीटिंग मे उन्होंने Akash Ambani को Reliance Jio का चेयरमैन बनाया है।

Chairman किसी कंपनी का सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होता है जिसके under बाकी अन्य पद आते है। बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (Board of Directors) की मीटिंग मे चेयरमैन अध्यक्ष होता है

और आखरी निर्णय हमेशा चेयरमैन ही करता है क्योंकि यही वह इंसान किसी भी कंपनी का प्रमुख व्यक्ति होता है जो बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मदद कंपनी के लिए नए नए योजनाएं बनाता है।

अगर Board of Directors की मीटिंग में कंपनी के भविष्य और लक्ष्य को लेकर कोई नई योजनाएं बनाई जाती है तो वो निर्णय चेयरमैन सीईओ को सौंप देता है उसके बाद कंपनी में CEO के पद पर नियुक्त व्यक्ति उस निर्णय को अमल करता है।

इसके अलावा जो भी कुछ भी प्रोग्रेस रिपोर्ट होती है या कोई दिक्कत आतीं हैं तो CEO बोर्ड आफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में चेयरमैन और बाकी लोगो के सामने प्रस्तुत करता है। कई बार देखा गया है कि कुछ कंपनियों के चेयरमैन और सीईओ एक ही व्यक्ति होते हैं।

लेकिन बड़ी कंपनियों में हर एक पद पर अलग अलग व्यक्ति को नियुक्त किया जाता है। जिससे कंपनी के एक अधिकारी पर ज्यादा कार्यभार ना पड़े और कंपनी अच्छे से विकास कर सके।

चेयरमैन की नियुक्ति बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के जितने भी मेंबर होते हैं उन सभी के द्वारा की जाती है। इसलिए चेयरमैन और सीईओ दोनों पदों के अधिकारियों में बदलाव भी किए जा सकते हैं।

लेकिन ज्यादातर ऐसा ही देखा गया है कि जिसने कंपनी को शुरू किया है या जिसका कंपनी में सबसे ज्यादा मालिकाना हक होता है। वही उस कंपनी का चेयरमैन होता है। इसके अलावा आपको बता दें कि चेयरमैन और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स मिलकर सीईओ को बदल भी सकते हैं। क्योंकि क्यों किसी भी कंपनी के सबसे प्रमुख व्यक्ति चेयरमैन और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर होते हैं।

चेयरमैन और सीईओ में अंतर (Difference Between Chairman and CEO)

चेयरमैन

चेयरमैन का मतलब अध्यक्ष या कमेटी, बोर्ड आदि का सभापति होता है। चेयरमैन किसी भी कंपनी का सबसे पावरफुल व्यक्ति होता है। Chairman किसी कंपनी का सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होता है जिसके अंतर्गत बाकी अन्य पद आते हैं।

बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के Members Shareholders को Represent करते हैं इसमें वो लोग शामिल होते है जिन्होने कंपनी मे पैसा लगाया होता है जितना % Investment उन Shareholders का Company में होता है उतने ही प्रतिशत के वो मलिक होते है और इन सबका प्रमुख Chairman होता है जिसके अंदर सीईओ, सीओओ, एमडी, सीएमडी काम करते है।

और इस पद पर अकसर कंपनी के मालिक ही नियुक्त होते है जैसा कि आप जानते है Chairman और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के द्वारा कंपनी के लिए जो भी निर्णय लिए जाते है उसे पूरा करने की जिम्मेदारी सीईओ की होती है और सीईओ बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मीटिंग में चेयरमैन को रिपोर्ट करता है इसलिए किसी भी कंपनी मे चेयरमैन सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होता हैं।

सीईओ

CEO (सीईओ) का फुल फॉर्म ‘Chief Executive Officer’(चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर) होता है। जबकि हिंदी में सीईओ का अर्थ मुख्य कार्यकारी अधिकारी होता है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Chief Executive Officer) प्रबंध दल के नेता होता है।

इस पद को विभिन्न नामों जनरल मैनेजर (General Manager), महाप्रबन्धक (General Manager), अध्यक्ष (President) आदि नामों से जाना जाता है। यह संचालक मंडल (Board of Directors) के पर्यवेक्षण (Supervision) एवं नियंत्रण में कार्य करता है।

आमतौर पर सीईओ एक रैंक होता है, जो कंपनी या संस्था के प्रमुख से जुड़ा होता है। सीईओ के प्राथमिक कर्तव्यों में से एक निदेशक मंडल को रिपोर्ट करना है, जो कंपनी के मालिकों के प्रति जवाबदेह है।

इसके अलावा सीईओ एक अध्यक्ष सहित अन्य प्रबंधकीय अधिकारियों को नामित करने का कार्य करता है। अपने कार्यों की सीमा के आधार पर एक सीईओ के पास अध्यक्ष और सीईओ की उपाधि भी हो सकती है।

FAQ

Q: चेयरमैन क्या है?

Ans: चेयरमैन का मतलब अध्यक्ष या कमेटी, बोर्ड आदि का सभापति होता है। चेयरमैन किसी भी कंपनी का सबसे पावरफुल व्यक्ति होता है।

Q: चेयरमैन का काम क्या है?

Ans: चेयरमैन बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर का प्रमुख होता है इनका मुख्य कार्य कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग मे कंपनी के अच्छे भविष्य और विकास के लिए योजनाएं बनाना है।

Q: सीईओ क्या होता है?

Ans: सीईओ को विभिन्न नामों जनरल मैनेजर (General Manager), महाप्रबन्धक (General Manager), अध्यक्ष (President) आदि नामों से जाना जाता है। यह संचालक मंडल (Board of Directors) के पर्यवेक्षण (Supervision) एवं नियंत्रण में कार्य करता है।

निष्कर्ष-

तो दोस्तों अब आपको पता चल गया होगा की चेयरमैन क्या है? (What is Chairman in Hindi). दोस्तों आज आपको चेयरमैन और सीईओ में अंतर (Difference Between Chairman and CEO) पता चल गया होगा।

साथ ही अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो, इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें और उनको भी चेयरमैन क्या है? (What is Chairman in Hindi) के बारे में जानकारी दें। इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। जय हिन्द!

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