Blockchain Technology क्या है? कैसे काम करता है।

क्या आपको पता है की Blockchain Technology क्या है (blockchain technology kya hai) ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी क्या है? क्या आप ब्‍लॉकचेन के बारे में जानना चाहते हैं? तो आज हम आपको ब्‍लॉकचेन के बारे सभी जानकारी देने वाले हैं, जिससे आपको आज ब्‍लॉकचेन के बारे में बहौत कुछ जानने को मिलेगा। ब्‍लॉकचेन तकनीक क्या है, Blockchain क्या है (What is Blockchain Technology in Hindi).

आखिर Blockchain क्या है (What is Blockchain Technology in Hindi). हाल फिलहाल Bitcoin बहुत समय तक सुर्ख़ियों में रहा है। आज आपको इसके बारे में सब कुछ जानने को मिलेगा।

दोस्तों टेक्नोलॉजी आज के समय में बहौत आगे निकल चुकी थी, एक समय था की अगर हमे किसी को पैसे भेजने होते थे तो, उसके लिए हमे 1-2 दिन का समय लगता था, और फिर हमे पैसे बैंक से मिला करते थे, या हम किसी को भेजा करते थे।

लकिन अब UPI की मदद से सभी चीज़ें बहौत ही आसान होगयी हैं। अब मिंटो में हम UPI की मदद से किसी को भी किसी भी वक़्त ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर सकते है। तो अब आप सोच सकते हैं की कैसे टेक्नोलॉजी इतनी आगे आगयी है।

हर कोई आजकल आपको बिटक्वॉइन, डिजिटल करेंसी, Dogecoin और Blockchain Technology पर बात करता दिख जाएगा। मगर क्या हर दूसरे बोलने और सुनने वाले को क्या ब्लॉकचेन का मतलब पता है, यये सवाल सबसे बड़ा है।

अक्सर हम टर्म पर बात करने उसपर खेलने से नहीं चूकते हैं, भले ही हमें उसके बार में गहराई से पता हो या ना हो। खैर हम सुनिश्चित करेंगे इस खबर को पढ़ने के बाद ब्लॉकचेन का नाम सुनने पर ना सिर्फ आप इसपर प्रतिक्रया दें पाएं बल्कि इसका विषलेषण भी कर सकें।

आज हम आपको Blockchain Technology क्या है, और कैसे ये आने वाले समय में बहौत कुछ बदल सकती है, इसके बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं। तो आइये जानते हैं Blockchain टेक्नोलॉजी के बारे में।

Blockchain Technology क्या है?

Blockchain Technology एक ऐसी टेक्नोलॉजी, एक प्लेटफॉर्म हैं जहां ना सिर्फ डिजिटल करेंसी बल्की किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है। यानी ब्लॉकचैन एक डिजिटल लेजर हैं। वहीं बिटक्वॉइन एक डिजिटल माध्यम है, जिसके जरिए हम और आप या कोई अन्य कुछ चीजें बेंच औऱ खरीद सकता है।

ब्लॉकचेन तकनीक एक ऐसी संरचना है, जो कई डेटाबेस में जनता के ब्लॉक रिकॉर्ड के रूप में जानी जाती है, जिसे पीयर-टू-पीयर नोड्स के माध्यम से जुड़े नेटवर्क में “चेन” के रूप में जाना जाता है। आमतौर पर, इस भंडारण को ‘डिजिटल लेज़र’ कहा जाता है।

Blockchain Technology क्या है

हालांकि इसे करेंसी कहना गलत हैं, क्योंकि इसकी असल दुनिया में कोई वैल्यू नहीं हैं। अगर आप डेरा सच्चा सौदे से वाखिफ हैं, तो इसे आप इस तरीके से समझें की सच्चा सोदा में आपको कोई सामान खरीदने के लिए अलग से सिक्के दिए जाते थे, जिसकी कीमत सिर्फ सच्चा सौदा के अंदर थी, बाहर बाजार में वो एक कूड़ा थी, इसी तरह बिटक्वाइन भी है।

ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी काफी पुरानी है, लेकिन इसे 2009 में सतोशी नाकामोतो ने क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin के लिए यूज करने की थ्योरी दी. सतोशी नाकामोटो कौन हैं ये एक मिस्ट्री है. उन्होंने Blockchain पर आधारित डिजिटल करेंसी के बारे में पेपर पब्लिश किया था।

Blockchain के फायदे in hindi

ब्लॉकचेन के साथ, आपकी व्यावसायिक प्रक्रिया उच्च स्तर की सुरक्षा की मदद से बेहतर रूप से संरक्षित होगी। आपके बिज़नेस को हैक करने के चान्सेस बहौत कम होजाते हैं।

ब्लॉकचेन एक ऐसी तकनीक है जिसे वित्तीय लेन-देन (Financial Transactions) रिकॉर्ड करने के लिये एक प्रोग्राम के रूप में तैयार किया गया है। यह एक डिजिटल सिस्टम है, जिसमें इंटरनेट तकनीक बेहद मज़बूती के साथ अंतर्निहित है।

ब्लॉकचेन की बदौलत सिस्टम को हैक करना मुश्किल हो जाता है। चाहे एक ही ब्लॉक के साथ छेड़छाड़ क्यों न की गई हो, लेकिन पता चल जाएगा कि हैकर सिस्टम को हैक कर रहा है। अगर कोई हैकर सिस्टम को हैक करना चाहता है तो उसे सभी ब्लॉक्स को पकड़ना होगा, जो कि नामुमकिन है।

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ब्लॉकचेन का हर एक कंप्यूटर हर एक रिकॉर्ड के पूरे इतिहास का वर्णन कर सकता है। यह डेटाबेस एन्क्रिप्टेड होता है। ब्लॉकचेन सिस्टम में यदि कोई कंप्यूटर खराब भी हो जाता है तो भी यह सिस्टम काम करता रहता है। जब भी इसमें नए रिकार्ड्स को दर्ज करना होता है तो इसके लिये कई कंप्यूटरों की स्वीकृति की ज़रूरत पड़ती है।

ब्लॉकचेन सिस्टम ट्रांजेक्शन का एक डिजिटल लेजर है जो कि कंप्यूटर सिस्टम और सर्वर के नेटवर्क के साथ है। सभी ब्लॉक में किए गए ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलती है और हर नई ट्रांजेक्शन लेजर में शामिल की जाती है।

इस प्रकार से डेटाबेस कई प्रतिभागियों द्वारा मैनेज किया जाता है। सिस्टम हर ट्रांजेक्शन को रिकॉर्ड करने के लिए हैश क्रिप्टोग्राफिक सिग्नेचर का इस्तेमाल करता है और ब्लॉक में बनाए गए प्रति नए ब्लॉक को शामिल करता है। अगर ऐसे में कोई इसे हैक करना चाहता है तो इससे इसे हैक करना कठिन होता है।

ब्लॉकचेन के प्रत्येक ब्लॉक में क्या होता है?

Blockchain Technology kya hai

जैसा की नाम है वैसा ही काम है. इसमें कई ब्लॉक्स होते हैं और ये एक दूसरे से जुड़े होते हैं– ऐसे ये ब्लॉकचेन हो गया. हर एक ब्लॉक में डेटा, हैश और पिछले ब्लॉक का हैश होता है. अब आपको डेटा, हैश और पिछले ब्लॉक के हैश के बारे में बताते हैं।

Bitcoin ब्लॉकचेन में जो डेटा रहता है दरअसल उस डेटा में ट्रांजैक्शन की डीटेल्स होती हैं. सेंडर, रीसिवर और अकाउंट जैसी जानकारियां इसमें दर्ज रहती हैं।

डेटा के बाद नंबर आता है हैश का. हैश को आप बायोमेट्रिक की तरह समझ सकते हैं जो हर किसी के लिए युनीक होता है. आपकी फेस आईडी किसी और से मैच नहीं कर सकती, इसी तरह ये हैश भी युनीक होता है. अगर ब्लॉक में कोई भी बदलाव हुआ तो ये हैश को बदल देता है।

सभी ब्लॉक्स एक दूसरे से वर्चुअली कनेक्टेड होते हैं. ये एक तरह से ऐसा सिस्टम है जिसमें छेड़ छाड़ की गुंजाइश नहीं है. क्योंकि अगर कोई चाहे भी तो ब्लॉकचेन की इनफॉर्मेशन बदल नहीं सकता है।

पिछले ब्लॉक का हैश – एक ब्लॉक में पिछले ब्लॉक का भी हैश होता है और इसकी वजह से ही ब्लॉक्स का चेन बनता है. यानी ये एक दूसरे से जुड़े रहते हैं।

अगर आप एक ब्लॉक का डेटा बदलेंगे, दो फिर आपको दूसरे ब्लॉक का भी डेटा बदलना होगा. अगर ऐसा नहीं किया तो ब्लॉक आपस में कनेक्टेड रह ही नहीं सकते. ये एक तरह से मुमकिन ही नहीं है कि आप दुनिया भर के सभी ब्लॉक से डेटा बदल दें. लेकिन हैकर्स कुछ भी कर सकते हैं।

Blockchain Technology के पीछे कौनसी टेक्नोलॉजी है?

Blockchain Technology के पीछे जो मुख्य टेक्नोलॉजी हैं वो मुख्य रूप से निचे दिए गए तीन टेक्नोलॉजी से मिलकर बनती हैं।

  1. P2P Network (Peer-2-Peer)
  2. Private Key Cryptography
  3. Program (the blockchain’s protocol)

Blockchain का उपयोग कहाँ हो सकता है?

ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग क्रिप्टो-करेंसियों के अलावा निम्नलिखित क्षेत्रों में किया जा सकता है।

  • साइबर सिक्योरिटी
  • ई-गवर्नेंस
  • सूचना प्रौद्योगिकी और डाटा प्रबंधन
  • सरकारी योजनाओं का लेखा-जोखा
  • सब्सिडी वितरण
  • बैंकिंग और बीमा
  • भू-रिकॉर्ड विनियमन
  • शैक्षणिक जानकारी
  • डिजिटल पहचान और प्रमाणीकरण
  • स्वास्थ्य आँकड़े
  • क्लाउड स्टोरेज
  • स्मार्ट कॉन्ट्रैक्
  • कानूनी कागज़ात रखने

Blockchain कितना सिक्योर है?

Blockchain kya hai

Blockchain में कंट्रोल एक के पास नहीं है, यानी की खतरा कम है।आपके पैसे को बैंक बाजार में निवेश करता है और पैसे कमाता है. अगर सरकार चाहे तो आपके हाथ में रखा 2000 का नोट इनवैलिड हो जाएगा. इन्हीं सब वजहों से ब्लॉकचेन बेस्ड Bitcoin का आईडिया सतोशी नाकामोतो ने पब्लिश किया था।

Bitcoin में किए गए ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड किसी एक पास नहीं, बल्कि लाखों कंप्यूटर्स में जाता है और ये एन्क्रिप्टेड होता है। जैसे बैंक में उसके सभी कस्टमर्स का डेटा होता है। यानी किस शख्स के अकाउंट कितना पैसा है। लेकिन Bitcoin की बात करे तो यहां ब्लॉकचेन में ऐसा नहीं है. यहां किसी एक के पास सभी की डीटेल्स नहीं है, बल्कि सभी के पास हर किसी की डीटेल्स है।

Blockchain में कोई भी transaction करने के लिए पुरे network के सभी nodes को agree होना पड़ेगा, तभी जाकर वो transaction valid होगी. यहाँ कोई single entity ये नहीं कह सकती की transaction हुआ है या नहीं।

इसे hack करने के लिए आपको bank के जैसे केवल एक system को hack करने से नहीं होगा बल्कि पुरे network में स्तिथ सभी systems को hack करना होगा, इसलिए hacking इतनी आसान चीज़ नहीं है इस technology में की कोई भी इसे करले। इसके लिए बहौत ज्यादा नॉलेज की जरुरत होती है।

Blockchain के फायदे और नुकान क्या हैं? (Advantages and Disadvantages of Blockchain)

इसमें एक बार डाटा Save हो जाने के बाद उसमे कोई भी बदलाव या छेड़-छाड़ करना मुश्किल है। Digital Ledger को सुरक्षित रखने के लिए Cryptography Encoded टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की जाती है। Blockchain manipulation की समस्या का समाधान करता है. ये सभी चीज़ों को उनके highest degree of accountability के स्थर में लाता है।

इस टेक्नोलॉजी का सिस्टम इस तरह का है, जिसमे Electricity का बहुत ज्यादा इस्तेमाल होता है, क्योकि इसका डिजिटल Process होता है, जिसमे Nodes यानि कम्प्यूटर्स हजारो लाखो की गिनती में Real-Time Data पर काम करते हैं।

Data जिन्हें एक बार enter कर दिया जाता है blockchain में वो immutable हो जाते हैं, जिन्हें अब किसी भी ढंग से बदला नहीं जा सकता है जिससे की fraud होने की स्थिति बहुत हद तक कम जाती है।

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निष्कर्ष-

उम्मीद है कि अभी तक आप ब्लॉकचेन समझ चुके होंगे, की Blockchain Technology क्या है? Blockchain कैसे काम करता है। साथ ही बिटक्वॉइन औऱ ब्लॉकचेन के बीच का अंतर भी।

बहरहाल सबसे पहले बात करते हैं उस चीज की जिसे हम ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से बदल सकत हैं। बैंकिंग सेक्टर में ब्लॉकचेन की टेक्नोलॉजी बड़ा बदलाव कर सकती है। बैंकिग सेक्टर अमूमन आइडेंडिटी चोरी, कॉस्ट एफिशिएंशी जासी तमाम चीजे देखती है। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल से ये सेफ औऱ लो कॉस्ट हो सकती है।

Bitcoin या अन्य डिजिटल करेंसी में काम करने के लिसए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे-जैसे जितने ज्यादा लोग डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल करेंगे तो वैसे-वैसे ही ब्लॉक की संख्या में इजाफा होता जाएगा और सिस्टम ज्यादा सुरक्षित होता जाएगा।

1 thought on “Blockchain Technology क्या है? कैसे काम करता है।”

  1. Dear advertiser, is there any minimum or maximum amount to be invested for buying cryptocurrency.
    Thanks and regards

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