भारत के सबसे गरीब राज्य 2024 (Poorest States in India)

Bharat ka sabse garib rajya, भारत के सबसे गरीब राज्य, india ka sabse garib state, India ka sabse garib rajya kaun sa hai, bharat ka sabse garib rajya, poorest state in India hindi

जय हिन्द दोस्तों, दोस्तों आज हम जानेंगे टॉप 10 भारत के सबसे गरीब राज्य कौन से हैं (Top 10 Poorest States in India) तो दोस्तों इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें, आज हम आपको इस लेख में इससे सम्बन्धित बहुत सी जानकारी देने वाले हैं।

जैसा कि आपको पता है भारत में जिस तरह अमीर राज्य है उसी तरह कुछ गरीब राज्य (Poorest States) भी है। जिनके बारे में बहुत कम ही लोगो को पता होगा। आपको बता दे की भारत एक विकासशील देश है। यह पूरी तरह विकसित देश नहीं है। यहां कई राज्य विकास की ओर हैं।

तो कई राज्य आज भी पिछड़े वर्गों में उलछे पड़े है। देश में कितने राज्य अमीर है और कितने राज्य गरीब इसका पता राज्य की जीडीपी के मुताबिक लगता है।

जीडीपी यानी राज्य में हुए उत्पादन है। किस राज्य में कितना उत्पादन हुआ है इसके आधार पर राज्य की जीडीपी का पता चलता है।

जिस राज्य में उत्पादन अधिक होता है उस राज्य की जीडीपी भी ज्यादा होती है और यदि उत्पादन कम होता है तो राज्य की जीडीपी भी कम होती है।

Related- भारत का सबसे अमीर राज्य कौन सा हैं?

राज्य की जीडीपी से ही भारत की अर्थव्यवस्था बनती है। जैसे जैसे राज्यो के उत्पादन में वृद्धि होती है वैसे ही भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनती जाती है।

जीडीपी से ही राज्य की अर्थव्यवस्था परिभाषित होती है, जिसमे राज्य में हुए उत्पाद, व्यापर, सेवा, आयात और निर्यात आते हैं। बता दे प्रतिवर्ष यह जीडीपी ग्रोथ रेट जांच की जाती है।

जिससे पता चलता है कि पिछले साल के मुताबिक नए साल जीडीपी मे कितना अंतर है। तो चलिए अब आपको भारत के सबसे गरीब राज्य के नाम और जीडीपी के बारे में बताते है।

Poorest States List in Hindi

भारत के सबसे गरीब राज्य (Poorest States in India)

रैंक राज्य का नाम गरीबी रेखा का स्तर (%)
1छत्तीसगढ़39.93
2झारखण्ड36.96
3मणिपुर36.89
4अरुणाचल प्रदेश34.67
5बिहार33.74
6ओडिशा32.59
7असम31.98
8मध्यप्रदेश31.65
9उत्तरप्रदेश29.43
10कर्नाटक20.91

भारत के सबसे गरीब राज्य के बारे में जानकारी (About Poorest States in India)

1. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)

छत्तीसगढ़ इस लिस्ट (Poorest States) में पहले स्थान पर है, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर (नया रायपुर अटल नगर) है। छत्तीसगढ मध्य प्रदेश राज्य का हिस्सा हुआ करता था फिर बाद में छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राज्य से अलग राज्य घोषित कर दिया गया।

छत्तीसगढ़ का गठन 1 नवम्बर सन 2000 को हुआ था। छत्तीसगढ़ राज्य की कुल जीडीपी 3.50 लाख करोड़ है। छत्तीसगढ़ में 39.93% गरीब स्तर है। यह भारत का स्टील उत्पादन वाला राज्य है। भारत में लगभग 15% स्टील उत्पादन यही से होता है।

छत्तीसगढ़ मॆं कई जातियाँ और जनजातियाँ हैं, जिनमें से कुछ हैं गोंड, अमात, हल्बा, कंडरा, कंवर, ठाकुर, बैंगा, मुरिया, माडिया, उरॉव, कमार, भुंजिया, भारिया, और बियार है। छत्तीसगढ़ के ज्यादातर लोग गरीब स्तर में ही आते है।

2. झारखंड (Jharkhand)

इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर झारखण्ड है। झारखण्ड की राजधानी रांची है। झारखण्ड राज्य की 36.96% आबादी गरीब है। यहां रोजगार की कमी है जिसके कारण यह विकसित नहीं हो पा रहा है। इस राज्य की जीडीपी 3.29 लाख करोड़ है।

झारखंड पहले बिहार राज्य का हिस्सा हुआ करता था। 15 नवम्बर सन 2000 में इसे अलग राज्य घोषित कर दिया गया है। बिहार के दक्षिणी हिस्से को विभाजित कर झारखंड प्रदेश का सृजन किया गया था।

इस प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में धनबाद, बोकारो एवं जमशेदपुर शामिल हैं। झारखंड मॆं कई जातियां और जनजातियां हैं। यहाँ की आबादी में 26% अनुसूचित जनजाति, 12% अनुसूचित जाति शामिल हैं।

झारखण्ड भारत के उन तेरह राज्यों में शामिल है जो नक्सलवाद की समस्या से बुरी तरह जूझ रहा है। झारखण्ड की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से खनिज और वन संपदा से निर्देशित है।

लोहा, कोयला, माइका, बाक्साइट, फायर-क्ले, ग्रेफाइट, कायनाइट, सेलीमाइट, चूना पत्थर, युरेनियम और दूसरी खनिज संपदाओं की प्रचुरता की वजह से यहाँ उद्योग-धंधों का जाल बिछा है।

खनिज उत्पादों के खनन से झारखंड को सालाना तीस हजार करोड़ रुपये की आय होती है। झारखंड न केवल अपने उद्योग-धंधों में इसका इस्तेमाल करता है बल्कि दूसरे राज्यों को भी इसकी पूर्ति करता है।

3. मणिपुर (Manipur)

मणिपुर भारत का तीसरा सबसे गरीब राज्य है। मणिपुर की राजधानी इम्फाल है। मणिपुर पहाड़ी राज्य है। यह राज्य काफी सुंदर है। इसका गठन साल 1972 में हुआ था। मणिपुर का शाब्दिक अर्थ ‘आभूषणों की भूमि’ है।

भारत की स्वतंत्रता के पहले यह रियासत थी। आजादी के बाद यह भारत का एक केंद्रशासित राज्य बना। यह राज्य जितना खूबसूरत है उतना ही गरीब भी है। मणिपुर की जीडीपी 0.318 लाख करोड़ है। इस राज्य में गरीबी की स्तर 36.89% है।

यहां बिजली, संचार और विज्ञान की काफी कमी है। जिस कारण मणिपुर में काफी ग़रीबी है। यहाँ नागा तथा कूकी जाति की लगभग 60 जनजातियाँ निवास करती हैं। यहाँ कई बोलियाँ बोली जाती हैं।

पहाड़ी ढालों पर चाय तथा घाटियों में धान की उपजें प्रमुख हैं। मणिपुर के लोग कलाकार होते हैं साथ ही सृजनशील होते हैं जो उनके द्वारा तैयार खादी व दस्तकारी के उत्पादों में झलकती है। ये उत्पाद विश्वभर में अपनी डिज़ाइन, कौशल व उपयोगिता के लिए जाने जाते हैं।

4. अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh)

इस लिस्ट में चौथे स्थान पर अरुणाचल प्रदेश है। अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर है। इसका गठन 20 फ़रवरी सन 1987 में हुआ था। अरुणाचल प्रदेश भारत का एक उत्तर पूर्वी राज्य है।

अरुणाचल का अर्थ हिन्दी में “उगते सूर्य का पर्वत” है। अरुणाचल प्रदेश की जीडीपी ₹0.273 लाख करोड़ है। इस राज्य की गरीबी स्तर 34.67% है। अरुणाचल प्रदेश की आबादी कृषि पर निर्भर है।

इस राज्य में यातायात, सड़क, संचार और बिजली की कमी है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण इसकी अर्थव्यवस्था केवल कृषि पर निर्भर है। वर्तमान समय में भाषा की दृष्टि से अरुणाचल प्रदेश एशिया का सबसे अधिक विविधतापूर्ण क्षेत्र है जिसमें 30 से 50 तक विभिन्न भाषाओं के बोलने वाले रहते हैं।

इनमें से अधिकांश भाषाएँ तिब्बती-बर्मी परिवार की हैं। हाल के वर्षों में अरुणाचल प्रदेश में हिन्दी का प्रचलन बढ़ा है और अब यह यहाँ की जनभाषा बन चुकी है।

5. बिहार (Bihar)

इस लिस्ट में बिहार पांचवां सबसे गरीब राज्य है। बिहार की राजधानी पटना है। बिहार का गठन 22 मार्च 1912 में हुआ था। बिहार पूर्वी भारत का एक राज्य है, जिसकी सीमा नेपाल से लगती है।

यह गंगा नदी से विभाजित है, जो इसके उपजाऊ मैदानों में बाढ़ लाती है। महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थलों में बोधगया के महाबोधि मंदिर में बोधि वृक्ष शामिल है। बिहार में रोजगार का साधन बहुत ही कम है।

इस कारण यहां के लोग दूसरे राज्यों में जाकर व्यापार या नौकरी कर अपना जीवन यापन करते हैं। हिंदी बिहार की राजभाषा और उर्दू द्वितीय राजभाषा है।

भोजपुरी, मगही, अंगिका तथा बज्जिका बिहार में बोली जाने वाली अन्य प्रमुख भाषाओं और बोलियों में सम्मिलित हैं। एक समय बिहार शिक्षा के सर्वप्रमुख केन्द्रों में गिना जाता था।

नालंदा विश्वविद्यालय, विक्रमशिला विश्वविद्यालय तथा ओदंतपुरी विश्वविद्यालय प्राचीन बिहार के गौरवशाली अध्ययन केंद्र थे। बिहार में आधे से ज्यादा लोग गरीब वर्ग के है।

इस राज्य की जीडीपी ₹7.57 लाख करोड़ है। यह राज्य भी कृषि प्रधान राज्य है। यहां के लोग ज्यादातर कृषि पर अपना जीवन यापन करते है। बिहार की गरीबी स्तर 33.74% है।

6. ओडिशा (Odisha)

ओडिशा भी इस लिस्ट में छठे स्थान पर शामिल है। भारत के पूर्वी तट पर बसे ओड़िशा राज्य कि राजधानी भुवनेश्वर है। यह शहर अपने उत्कृष्ट मन्दिरों के लिये विख्यात है। ओडिशा राज्य का गठन 26 जनवरी 1950 को हुआ था।

यहाँ की जनसंख्या लगभग 42 मिलियन है जिसका 40 प्रतिशत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति का है। ओड़िशा का विकास दर अन्य राज्यों की तुलना में बिल्कुल खराब हालत में है। यहां की गरीबी स्तर 32.52% है। इस राज्य में ज्यादातर लोग पिछड़ी जाति और अनुसूचित जाति के रहते है।

ओड़िशा की अर्थव्यवस्था में कृषि की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। ओड़िशा की लगभग 80 प्रतिशत जनसंख्या कृषि कार्य में लगी है, ओडिशा की जीडीपी ₹5.09 लाख करोड़ है। रोजगार कम होने के कारण यहां ज्यादा बेरोजगारी है।

इस राज्य में बेरोजगारी ज्यादा है। इसलिए यहां के छोटे छोटे बच्चे भी काम करते है। ओडिशा के औद्योगिक संसाधन उल्लेखनीय हैं। क्रोमाइट, मैंगनीज़ अयस्क और डोलोमाइट के उत्पादन में ओडिशा भारत के सभी राज्यों से आगे है। यह उच्च गुणवत्ता के लौह- अयस्क के उत्पादन में भी अग्रणी है।

7. असम (Assam)

इस लिस्ट में असम सातवें स्थान पर है। असम की राजधानी दिसपुर है। असम का गठन 26 जनवरी 1950 है। यहाँ की राजभाषा असमिया है।

सामान्य रूप से माना जाता है कि असम नाम संस्कृत से लिया गया है जिसका शाब्दिक अर्थ है, वो भूमि जो समतल नहीं है। असम राज्य भारत के पूर्व में स्थित है।

इस राज्य की प्रमुख नदी ब्रह्मपुत्र (तिब्बत की सांगपी) है जो लगभग पूर्व पश्चिम में प्रवाहित होती हुई धुबरी के निकट बंगलादेश में प्रविष्ट हो जाती है।

असम एक कृषिप्रधान राज्य है। आसाम के आर्थिक तन्त्र में उद्योग धन्धों में, विशेष रूप से कृषि पर आधारित, तथा खनिज तेल का महत्वपूर्ण योगदान है।

गुवाहाटी तथा डिब्रूगढ़ दो स्थान इसके मुख्य केन्द्र हैं। कछार का सिलचर नगर तीसरा प्रमुख औद्योगिक केन्द्र है। चाय उद्योग के अतिरक्ति वस्त्रोद्योग (शीलघाट, जूट तथा जारीरोड सिल्क) भी यहाँ उन्नत है।

इस राज्य की जीडीपी ₹4.09 लाख करोड़ है। उत्पादन राज्यो से दूर होने के कारण यह राज्य तरक्की नहीं कर पा रहा है। जिस कारण इस राज्य में बेहद गरीबी है। असम राज्य की जलवायु और वातावरण कि वजह से भी यह राज्य प्रगति नहीं कर पा रहा है।

इस राज्य में गरीबी स्तर 31.98% है। वर्तमान असम बाढ़, गरीबी, पिछड़ेपन तथा विदेशी घुसपैठ (मुख्यतः बांग्लादेशी मुस्लिम) और इसाई मिशनरियों का शिकारग्रस्त है। इसके सबसे बड़े कारण फासीवादी विचारधारा और दंगावादी से ग्रस्त हैं।

8. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)

इस लिस्ट में मध्यप्रदेश आठवां सबसे गरीब राज्य है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल है और मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा शहर इंदौर है जिसे पूरे भारत में स्वच्छ शहर में पहला स्थान प्राप्त है।

मध्य प्रदेश का गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था फिर 1 नवंबर 2000 को, एक बार फिर मध्य प्रदेश का पुनर्गठन किया गया और छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश से अलग होकर भारत का 26 वां राज्य बन गया। मध्यप्रदेश की राजभाषा हिन्दी,सिंधी, बुंदेली, निमाड़ी, मालवी है।

मध्यप्रदेश में सबसे अधिक वनक्षेत्र हैं, यहाँ 11 राष्ट्रीय उद्यान एवं विश्व का प्रथम वाइट टाइगर सफारी और ज़ू मुकुंदपुर सतना में है। मध्य प्रदेश की सबसे प्रमुख और लंबी नदी नर्मदा नदी है।

मध्य प्रदेश की जनसंख्या में कई समुदाय, जातीय समूह और जनजातिया आते हैं जिनमे यहाँ के मूल निवासी आदिवासि और हाल ही में अन्य राज्यों से आये प्रवासी भी शामिल है। राज्य में कृषिप्रधान अर्थव्यवस्था है।

राज्य में भारत का हीरे और तांबे का सबसे बड़ा भंडार है। अन्य प्रमुख खनिज भंडार में कोयला, कालबेड मीथेन, मैंगनीज और डोलोमाइट शामिल हैं।

भारत के मध्य में स्थित मध्य प्रदेश की कुल जीडीपी ₹9.17 लाख करोड़ है। यहां की गरीबी स्तर 31.65% है। इस राज्य के लोग वन्य कार्यों पर आश्रित है।

9. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)

इस लिस्ट में नौवें स्थान पर उत्तरप्रदेश है। इसकी राजधानी लखनऊ है। उत्तरप्रदेश का गठन 24 जनवरी 1952 को हुआ था। यहाँ की राजभाषा हिंदी है।

उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा (जनसंख्या के आधार पर) राज्य और क्षेत्र की दृष्टि के आधार पर दूसरा सबसे राज्य है।

राज्य की 80 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। ग्रामीण आवासों की विशेषताएँ हैं- राज्य के पश्चिमी हिस्से में पाए जाने वाले घने बसे हुए गाँव, पूर्वी क्षेत्र में पाए जाने वाले छोटे गाँव और मध्य क्षेत्र में दोनों का समूह होता है, जिसकी छत फूस या मिट्टी के खपड़ों से बनी होती है।

कृषि उत्तर प्रदेश में प्रमुख व्यवसाय है और राज्य के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उत्तर प्रदेश में भी रोजगार की बहुत कमी है। यहां के लोग भी दूसरे राज्यों में जाकर रोजगार ढूंडते है।

यह भारत का सबसे बड़ा राज्य है,लेकिन यह भारत के गरीब राज्यो में भी शामिल है। उत्तर प्रदेश की जीडीपी ₹17.05 लाख करोड़ है। हालाकि पिछले सालों में उत्तर प्रदेश ने काफी ज्यादा तरक्की की है। फिर भी इस राज्य की गरीबी स्तर 29.43% है।

10. कर्नाटक (Karnataka)

भारत का कर्नाटक राज्य में इस लिस्ट में दशवें स्थान में है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु है। कर्नाटक जिसे कर्णाटक भी कहते हैं, दक्षिण भारत का एक राज्य है। कर्नाटक राज्य का गठन 1 नवम्बर 1956 को हुआ था।

यहां की राजभाषा कन्नड़ है। प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास देखें तो कर्नाटक क्षेत्र कई बड़े शक्तिशाली साम्राज्यों का क्षेत्र रहा है।

राज्य का प्रागैतिहास पाषाण युग तक जाता है तथा इसने कई युगों का विकास देखा है। राज्य में मध्य एवं नव पाषाण युगों के साक्ष्य भी पाये गए हैं।

कर्नाटक की लगभग 56% आबादी कृषि और संबद्ध गतिविधियों में लगी हुई है। कर्नाटक राज्य में बेरोजगारी देखने को मिलती है। कर्नाटक राज्य में विभिन्न बहुभाषायी और धार्मिक जाति-प्रजातियां बसी हुई हैं।

1980 के दशक से, कर्नाटक (विशेषकर बैंगलोर) सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरा है। यहां की जीडीपी ₹16.29 लाख करोड़ है। इस राज्य की गरीबी स्तर 20.91% है।

FAQ

Q. भारत का सबसे गरीब राज्य कौन सा है?

Ans. भारत का सबसे गरीब राज्य छत्तीसगढ़ है।

Q. भारत का दूसरा सबसे गरीब राज्य कौन सा है?

Ans. भारत का दूसरा सबसे गरीब राज्य झारखंड है।

Q. इनमें से किस राज्य में हीरा पाया जाता है?

Ans. मध्यप्रदेश में हीरा पाया जाता है।

Q. कौन सा राज्य भारत का सबसे बड़ा जनसंख्या वाला राज्य है?

Ans. उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा जनसंख्या वाला राज्य है और क्षेत्र की दृष्टि के आधार पर दूसरा सबसे राज्य है।

निष्कर्ष-

तो दोस्तों इस तरह से आज आपने जाना की भारत के सबसे गरीब राज्य (Poorest States in India) कौन से हैं, और साथ ही हमने आज आपको राज्यों के बारे में बताया है।

हम आशा करते हैं की, आज हमने आपको जो कुछ भी जानकारी दी है, वो आपके काम आई होगी, और आपको भारत का सबसे गरीब राज्य कौन से हैं, इसके बारे में भी पता चल गया होगा। अगर आपको ये लेख अच्छा लगा हो, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ भी जरूर शेयर करें।

Read More-

Go to Homepage >

Leave a Comment