Franchise क्या होती है? फ्रेंचाइजी का मतलब क्या होता है।

जानिए Franchise meaning kya hai in hindi, What is Franchise definition, franchise meaning in hindi, फ्रेंचाइजी क्या है, फ्रेंचाइजी का मतलब क्या है, और इसके प्रकार

Franchise kya hai- दोस्तों क्या आप जानते हैं की Franchise क्या होती है? या फिर Franchise क्या है? या फिर आप इसके बारे जानना चाहते हैं तो आज इस लेख में आपको फ्रैंचाइज़ी के बारे में पूरी जानकारी मिलने वाली है।

इस लेख को अच्छे से और पूरा पढ़ें ताकि आपको फ्रैंचाइज़ी के बारे में पूरी जानकारी अच्छे से मिल सके।

आजकल हरकोई बिज़नेस करना चाहता है, और बहौत सारे पैसे कमाना चाहता है। कोई ऑनलाइन पैसे कमा रहा है तो कोई ऑफलाइन कमा रहा है। और सभी लोग अपना खुद का बिज़नेस स्टार्ट करना चाहते हैं। क्यू की तो आजादी बिज़नेस करने में है वो नौकरी करने में नहीं।

लेकिन कई बार लोगों को ये समझ नई आता की वो बिज़नेस किस चीज़ का करें। बिज़नेस करने के लिए पैसों की भी जरूरत होती है। और साथ – साथ बहौत सारी मेहनत भी करनी होती है।

क्या आप भी कोई नया बिजनेस शुरू करना चाह रहे हैं? क्या आप भी चाहते हैं कि बिजनेस में थोड़े ही समय में आपका अच्छा मुनाफा हो? तो स्वागत है आपका इस लेख में जो कि जुड़ी है बिजनेस से। आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे franchise के बारे में।

कई बड़ी कंपनियां फ्रेंचाइजी मॉडल पर कारोबार करती हैं, इनमें कई सेगमेंट की कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों की फ्रेंचाइजी लेकर अच्छी कमाई जा सकती है।

पिछले साल की जीडीपी में फ्रेंचाइजी सेगमेंट का योगदान करीब चार फीसदी रहा। इसमें सालाना 30 फीसदी विकास की संभावनाएं हैं।

Franchise क्या होती है

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Franchise क्या होती है?

फ्रैंचाइज़ी एक प्रकार का लाइसेंस है जो फ़्रैंचाइज़र के स्वामित्व वाले व्यावसायिक ज्ञान, प्रक्रियाओं और ट्रेडमार्क तक फ़्रैंचाइजी पहुंच प्रदान करता है, इस प्रकार फ़्रैंचाइजी को फ़्रैंचाइज़र के व्यावसायिक नाम के तहत उत्पाद या सेवा बेचने की इजाजत देता है। फ्रैंचाइज़ी प्राप्त करने के बदले में, फ़्रैंचाइजी आमतौर पर फ़्रैंचाइज़र को प्रारंभिक स्टार्ट-अप शुल्क और वार्षिक लाइसेंस शुल्क का भुगतान करता है।

सीधे और सरल शब्दों में अगर समझे की फ्रैंचाइज़ी क्या होती है तो, ये समझने के लिए हम आपको बहुत ही आसान सी भाषा में समझाते हैं। मान लीजिए कि आपको एक नया व्यापार शुरू करना है और आपको उसमें मुनाफा भी बहुत ही कम समय में चाहिए।

यानी कि आपको कुछ ही महीनों में बहुत ही ज्यादा पैसे कमाने हैं लेकिन आप बिजनेस में नए हैं और आपको बिजनेस को अच्छा चलाने की, प्रोडक्ट बनाने की, मार्केटिंग की ज्यादा समझ नहीं है।

ऐसे समय में फ्रेंचाइजी काम आती है। मतलब की आप किसी फेमस प्रतिष्ठित कंपनी के उत्पाद अपनी दुकान में बेचते हैं और पैसा कमाते हैं। इस प्रकार के बिजनेस में आपकी अच्छी कमाई होती है क्योंकि आपको अपने प्रोडक्ट को बनाने की, प्रचार प्रसार करने की जरूरत नहीं क्योंकि वह पहले से ही बहुत ही फेमस है एवम् एक अच्छी कंपनी का ब्रांड है।

लेकिन किसी फेमस कंपनी से फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको कंपनी से अनुमति लेनी होती है और उसके द्वारा निर्धारित शुल्क भी देना पड़ता है। इस प्रकार के बिजनेस में कम रिस्क के साथ अच्छा मुनाफा होता है।

फ्रेंचाइजी कैसे लें?

1- किस भी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने से पहले आपको अपना बजट तय करना होगा, की आपको कितने रुपये तक की फ्रेंचाइजी लेनी है, आपके पास कितना पैसा है, आप कितना पैसा फ्रेंचाइजी लेने के लिए लगा सकते हैं। क्यू की अगर आप जब कोई अच्छी फ्रेंचाइजी लेते हैं तो इसके लिए आपको अच्छा खासा पैसा देना होगा। एक अच्छी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको लाखों या करोड़ों रुपयों की जरुरत पड़ सकती है, और ये निर्भर करना है की वो कंपनी कितनी बड़ी है।

2- ऐसी फ्रेंचाइजी लें जिसमे आपको अनुभव हो। जब भी आप किसी कंपनी की फ्रेंचाइजी लें तो इस बात का ध्यान जरूर रखें की आपको उस काम के बारे में कितना पता है, और क्या आप वो काम और सीख सकते हैं, इसके बाद ही किसी फ्रेंचाइजी के चयन करें।

3- किसिस भी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेने से पहले आप उस कंपनी के बारे में भी अच्छे से जान लें। की कंपनी कितनी पुरानी हैं, कंपनी को कितना मुनाफा होता है, कंपनी के कौन-कौन से प्रोडक्ट्स या सर्विसेज हैं, आपको उस कंपनी के किस प्रोडक्ट की फ्रैंचाइज़ी लेनी चाइए।

4- कंपनी का फ्रेंचाइजी देने के लिए एक शुल्क निर्धारित होता है, जो कि हर कम्पनी के अनुसार अलग-अलग होता है। अगर आप चाहे तो इस शुल्क को कम भी करवा सकते हैं, लेकिन ये आपकी व्यापार करने की समझ पर निर्भर करेगा। आपको अपने उत्पाद को बेचने की मंजूरी देने के बदले, कुछ कंपनी आपसे उस उत्पाद को बेचने में हुए लाभ की कुछ प्रतिशत राशि भी लेती हैं। ये शुल्क की तरह होता है और राशि का प्रतिशत आपके कंपनी के साथ हुए समझौते पर निर्भर करता है।

5- इसके लिए मुख्य रूप से आपको एफडीडी (फ्रेंचाइजी डिस्क्लोजर डॉक्यूमेंट) बनाना पड़ता है. इस दस्तावेज में आपकी फ्रेंचाइजी से सम्बंधित सभी जानकारी दी जाती है, जैसे कैसे चलाना है, किस जगह खोलना है, और आपका बिज़नेस प्रपोज़ल किस पर आधारित है इत्यादि। इसके बाद दूसरा महत्वपूर्ण दस्तावेज फ्रेंचाइजी एग्रीमेंट (समझौता पत्र) है, इस पत्र पर कंपनी और आपके हस्ताक्षर होना जरुरी होते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य फ्रेंचाइजर की शर्तों को मानने एवं व्यापार सम्बंधित समझौते को लिखित रूप से प्रमाण बनाने के लिए किया जाता है।

6- कोई भी फ्रेंचाइजी लेने से पहले आपको अपने बजट के अनुसार इंडस्ट्रीज या कंपनियों को चुनना होगा। उसके बाद उस कंपनी की मार्केट में क्या वैल्यू है उसका पता लगाना होगा। आपको यह भी देखना होगा कि आप उस कंपनी को कितना आगे बढ़ा सकते हैं क्योंकि आप उस कंपनी के साथ अपना भविष्य प्लान बना रहे होते हैं। आइए देखते हैं कंपनी चलने के बाद आपको क्या करना होता है।

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Franchise लेने के फायदे और नुकसान क्या हैं?

Franchise लेने के फायदे

  • अगर आप किसी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेते हैं तो आपको उससे बहौत फायदा हो सकता है। किसी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेने पर आपको न सिर्फ उनके काम करने का तरीका पता चलता है, बल्कि और भी बहौत सारी बाते पता चलती हैं।
  • किसी अच्छी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेने पर आपको ज्यादा मार्केटिंग या प्रचार करने की भी जरुरत नहीं है, ये काम आप जिस कंपनी की फ्रेंचाइजी ले रहे हैं उनका होता है। वो ही मार्केटिंग या प्रचार करते हैं।
  • अगर आप किसी अच्छी कंपनी की फ्रेंचाइजी लेते हैं तो आपके पास बहौत सारे ग्राहक आ सकते हैं, क्यू की एक अच्छी कंपनी या ब्रांड पहले से ही फेमस होता है, और लोग इनके तरफ खींचे चले आते हैं, और आपके ग्राहक बढ़ते जाते हैं।
  • आपको प्रोडक्ट के मूल्य के साथ समझौता करने की जरुरत नहीं पड़ती है। जब इनका मूल्य ज्यादा होता है, या कम होता है उससे आपको हमेसाह फायदा ही होता है।
  • फ्रेंचाइजी को कंपनी द्वारा व्यापार करने की तकनीक समझ आ जाती है और बहुत ही कम समय में वह अपने व्यापार को बुलंदियों तक ले जा सकता है।
  • इसमें प्रोडक्ट बनाने एवं उसकी मार्केटिंग करने की भी झंझट नहीं। फ्रेंचाइजी को केवल कंपनी का उत्पाद बेचना है और कुछ प्रतिशत कंपनी को देना है। और इसमें फ्रेंचाइजी भी अच्छा मुनाफा होता है वह भी बहुत कम रिस्क के साथ।

Franchise लेने के नुकसान

  • किसी भी फ्रैंचाइज़ी को लेने के लिए आपको बहौत सारे पैसों की जरुआत होती हैं, और अगर आपके पास पैसे न हो तो इसके लिए आपको लोन लेना पड़ता है।
  • कोई-कोई कंपनी फ्रैंचाइज़ी देने के बदले में सेल परसेंटेज मांगती है, मतलब जितनी सेल होगीं उसके परसेंटेज में आपको उनको पैसा देना होगा, और उसमे आपको आपका भी मुनाफा निकालना होगा।
  • फ्रैंचाइज़ी में किसी बदलाब के लिए बार-बार आपको franchise कि company से बात करना पड़ता है क्योंकि नियम व् शर्तों के अनुसार आप उसमे खुद के कोई बदलाब नहीं कर सकते।
  • फ्रैंचाइज़ी अच्छी चले या बुरी आपके व्यापार में होने वाली सेल से कुछ हिस्सा franchise company को जाता ही है।
  • गलत कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेने में आपको घाटा हो सकता है। आपको बिज़नेस में नुकसान भी हो सकता है, इसलिए किसी भी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेने के पहले उसके बारे पूरी जानकारी लेलें।
Franchise क्या है

फ्रैंचाइज़ी के प्रकार (Types of Franchise in Hindi)

उत्पाद वितरण फ्रेंचाइजी (Product distribution franchising)

इस प्रकार की फ्रेंचाइजी में कंपनी आपको अपने उत्पाद बेचने की अनुमति तो दे देती है लेकिन कंपनी आपको व्यापार चलाने में कोई मदद नहीं करती। साथ ही आप अपने तरीके से व्यापार कर सकते हैं इसमें कंपनी द्वारा कोई दिशा निर्देश या पाबंदी नहीं होती।

उत्पाद निर्माण फ्रेंचाइजी (Product manufacturing franchise)

यह इस प्रकार की फ्रेंचाइजी होती है जिसमें कि कंपनी अपनी फ्रेंचाइजी को उत्पाद बनाने एवं बेचने की अनुमति दे देती है। साथ ही वह अपनी फ्रेंचाइजी को कंपनी का नाम, ब्रांड, साइन, लोगो भी इस्तेमाल करने की अनुमति देती है।

व्यापार प्रारूप फ्रेंचाइजी (Business format franchising)

इस प्रकार की फ्रेंचाइजी में आपको कंपनी का ब्रांड, कंपनी का नाम, कंपनी के व्यापार करने का तरीका इस्तेमाल करना होता है। इसी के साथ आपको कंपनी द्वारा दिए गए दिशानिर्देशों को भी मानना पड़ता है।

सीधी आसान भाषा में यह है कि कंपनी का जो बिजनेस फॉर्मेट है आपको उसी फॉर्मेट पर चलकर व्यापार करना होता है। इस प्रकार की फ्रेंचाइजी बहुत ही सामान्य फ्रेंचाइजी है जो कि ज्यादातर बिजनेस में इस्तेमाल की जाती है।

फ्रैंचाइज़ी बिज़नेस के लिए आइडियाज (Franchise Business Ideas in Hindi)

आप निचे बताये जा रहे फ्रैंचाइज़ी बिज़नेस के आईडिया के बारे में जान सकते हैं, की कौन से फ्रैंचाइज़ी बिज़नेस को आप कर सकते हैं।

रीटेल।

किसी व्यस्त वाणिज्यिक जगह पर दुकान या किसी मॉल में जगह ज्यादा लोगों को लुभाने में मददगार साबित होता है. इसके लिए भी हालांकि पार्किंग सुविधा का होना जरूरी है।

बच्चों के मनोरंजन की जगह।

बच्चों को व्यस्त रखकर भी अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। इसके लिए आपके पास ऐसी जगह होनी चाहिए जहां आसानी से पहुंचा जा सके। बच्चों के हिसाब से इस जगह का सुरक्षित होना भी बहुत जरूरी है।

फूड एवं बेवरेजेज।

रेस्तरां और कॉफी शॉप के लिए आसानी से पहुंच जरूरी है। इसके अलावा ठीक से दिखने की जगह पर होना ग्राहकों की संख्या में इजाफा करने के लिहाज से भी बेहतर है। इसके लिए भी पार्किंग की जगह का होना जरूरी है।

सर्विस सेंटर या गराज।

सर्विस सेंटर और गराज के लिए भी आसानी से पहुंच और सामने व्यस्त सड़क का होना जरूरी है। कार के शो रूम के लिए विजिबिलिटी बहुत जरूरी है। स्पेयर पार्ट्स की दुकान के लिए आसपास क्लस्टर मार्केट जरूरी है।

शिक्षा।

बच्चों की पढ़ाई और साथ ही उनके खेलने-कूदने की पर्याप्त व्यवस्था के लिए इसमें भी जगह काफी होनी चाहिए। सुरक्षा और पहुंचने में आसानी इसके लिए भी जरूरी चीजें हैं।

गारमेंट्स।

देश में कपड़ों का कारोबार फ्रेंचाइजी की कुल मार्केट का सात फीसदी हिस्सेदारी रखता है। शॉप के लिए जगह किसी मुख्य सड़क पर हो या किसी मॉल/शॉपिंग एरिया में।

हेल्थ एवं वेलनेस।

किसी रिहाइशी इलाके में या उसके आसपास जिम और सैलून से काफी फायदा कमाया जा सकता है। फार्मेसी और लैब का मुख्य सड़क पर होना जरूरी है, तभी ज्यादा ग्राहक लाये जा सकते हैं।

फ्रेंचाइजी लेने के लिए नियम एवं शर्तें

  1. कंपनी से फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको कंपनी द्वारा निर्धारित शुल्क देना होता है। और साथ ही कंपनी आप की फ्रेंचाइजी खोलने की जगह का भी मुआयना करती है कि वह स्थान उचित है कि नहीं।
  2. आपको कंपनी को एक बिजनेस प्रपोजल भी देना होता है जिसमें आप यह बताते हैं कि फ्रेंचाइजी का स्थान क्या होगा तथा उससे संबंधित सभी दस्तावेज आप कंपनी को देते हैं जिससे कि कंपनी के पास भी यह दस्तावेज रहे।
  3. इसके बाद आपको फ्रेंचाइजी बॉन्ड भी साइन करना होता है। फ्रेंचाइजी बॉन्ड को साइन करने से पहले आप सभी नियम एवं शर्तें अच्छे से पढ़ ले और उन्हें अनिवार्य रूप से मानना होता है। आपको कंपनी को यह भी विश्वास दिलाना है कि आप भविष्य में कंपनी के दिशा निर्देशों को मानेंगे एवं कंपनी की इस फ्रेंचाइजी को अच्छी तरह से चलाएंगे।
  4. फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपको कंपनी को फ्रेंचाइजी शुल्क तो देना ही होता है इसके साथ ही आपको प्रत्येक उत्पाद बेचने पर जो मुनाफा होता है उसका कुछ प्रतिशत कंपनी को देना होता है।

फ्रेंचाइजी खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज

कोई भी फ्रेंचाइजी खोलने के लिए आपको दो प्रकार के दस्तावेज की जरूरत होती है। इसमें सबसे पहला है फ्रेंचाइजी डिस्क्लोजर डॉक्यूमेंट।

इसमें आपकी फ्रेंचाइजी से संबंधित पूर्ण जानकारी होती है। इसमें बताया गया होता है कि आपको फ्रेंचाइजी किस जगह खोलनी है, कैसे खोलनी है, व्यापार कैसे चलाना है, आदि।

इसमें दूसरा जरूरी दस्तावेज है फ्रेंचाइजी एग्रीमेंट। इसमें कंपनी एवम् फ्रेंचाइजी दोनों के हस्ताक्षर होते है। यह एक प्रमाण पत्र है जो बताता है कि आप कंपनी कि सभी शर्तों का पालन करेंगे।

फ्रेंचाइजी से जुड़े हुए कुछ सवाल जवाब (Franchise FAQ)

Q: फ्रेंचाइजी का हिंदी अर्थ

Ans: Franchise शब्द का मतलब मताधिकार होता है।

Q: फ्रैंचाइज़ी बिज़नेस क्या होता है?

Ans: फ्रैंचाइज़ी बिज़नेस उन लोगो के लिए बहुत ही अच्छा होता है जो लोग अपना खुद का कोई व्यापर करना चाहते है। फ्रैंचाइज़ी व्यपार कि मदद से आप कम लागत में एक अच्छा खासा व्यपार कर सकते है और इससे अच्छा मुनाफा भी कम सकते है।

Q: फ्रैंचाइज़ी कैसे लेते है?

Ans: किसी भी कंपनी कि फ्रैंचाइज़ी लेने लिए सबसे पहले आपको यह तय करना होगा कि आप किस चीज़ कि फ्रैंचाइज़ी लेना चाहते है और क्या वह कम अपने शहर में या गाँव में चल सकता है। यह सब पता लगा लेने के बाद आपको अपने बजट के हिसाब से फ्रैंचाइज़ी मॉडल और ब्रांड चुनना होगा और उसके बाद आप उस ब्रांड कि Website पर जाकर फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए आवेदन कर सकते है।

Q: फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए डॉक्यूमेंट।

Ans: कोई भी व्यवसाय शुरू करने से पहले कुछ जरूरी दस्तावेज की आवश्यकता होती है जिसके आधार पर ही आपको फ्रेंचाइजी दी जाएगीन ऐसे में कुछ दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, पहचान पत्र, फोटो शामिल है।

Q: फ्रैंचाइज़ी के लिए कितना इन्वेस्टमेंट लगता है?

Ans: यह निर्भर करता है की आप किस कंपनी की फ्रैंचाइज़ी ले रहे हैं, अगर आप किसी बड़ी और नामी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेते हैं तो इसके लिए आपको बहौत सारे पैसे देने होंगे, वही अगर आप किसी मध्यम या नयी कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेंगे तो आपको कम इन्वेस्टमेंट में फ्रैंचाइज़ी मिल सकती है।

निष्कर्ष-

तो दोस्तों इस तरह से आज आपने जान की Franchise क्या होती है? (What is Franchise in hindi) आज आपको फ्रैंचाइज़ी क्या है के बारे में जानकारी मिल गयी होगी।

हमसे आज आपको Franchise के बारे पूरी जानकारी दी है, अगर फिर भी आपके मन में कोई सवाल हो, या आप हमे कुछ फ्रैंचाइज़ी के बारे में बताना चाहते हों, तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।

आज हमने आपको फ्रैंचाइज़ी के बारे में बहौत अच्छी जानकारी दी है, जोकि आपको पसंद आयी होगी, इस जानकारी को अपने मित्रों और परिवार जनो के साथ भी जरूर शेयर करें। और उन्हें भी इसकी जानकारी दें।

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