मेघालय के सभी जिलों के नाम (List of Districts in Meghalaya) 2024

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क्या आप जानते है की मेघालय में कितने जिले हैं? अगर नहीं जानते तो आज हम आपको मेघालय के पूरे जिलों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइये जानते है पूरे विस्तार से पूरा व्लोग देखिये।

क्या आपको पता है की मेघालय में कितने जिले (Districts in Meghalaya) हैं? या फिर आपने कभी जानने की कोशिश की, अगर नहीं तो आज हम आपको ML के सभी जिलों के नाम बनाते वाले हैं।

आज हमने ये लिस्ट बनाई है, जिसमे हम आपको मेघालय में सभी जिलों के नाम बताने वाले हैं। ताकि आपको भी पता चल सके की मेघालय में कितने जिले हैं।

किसी भी देश को राज्यों में भाषा और संस्कृति के आधार पर विभाजित किया जाता है जिससे देश में इम्प्रूवमेंट हो सके। इसके बाद प्रत्येक राज्य को जिलों में विभाजित किया जाता हैं।

मेघालय पूर्वोत्तर भारत का एक राज्य है। राज्य का दक्षिणी छोर मयमनसिंह एवं सिलहट बांग्लादेशी विभागों से लगता है, पश्चिमी ओर रंगपुर बांग्लादेशी भाग तथा उत्तर एवं पूर्वी ओर भारतीय राज्य असम से घिरा हुआ है।

आइये अब बात करते है मेघालय के बारे में और उसके बाद जाने की मेघालय में कितने जिले हैं (Districts in Meghalaya)

Map of Districts in Meghalaya

मेघालय के बारे में (About Meghalaya)

स्थापना दिवस21 जनवरी 1972
क्षेत्रफल22,429 Sq km
कुल जिले12
राजधानीशिलांग (Shillong)
कुल जनसंख्या (2011)3,212,000
आधिकारिक वेबसाइटmeghalaya.gov.in

मेघालय में कितने जिले हैं? (List of Districts in Meghalaya)

मेघालय में कुल 11 जिले हैं उनके नाम इस प्रकार है:

S No.जिलों के नाम
1पूर्व गारो हिल्स
2पश्चिमी गारो हिल्स
3उत्तर गारो हिल्स
4दक्षिण गारो हिल्स
5दक्षिण पश्चिम गारो हिल्स
6पूर्व जयंतिया हिल्स
7पश्चिम जैंतिया हिल्स
8पूर्वी खासी हिल्स
9दक्षिण पश्चिम खासी हिल्स
10पश्चिम खासी हिल्स
11री भोई

मेघालय के बारे में (About Meghalaya)

मेघालय का गठन असम राज्य के दो बड़े जिलों संयुक्त खासी हिल्स एवं जयन्तिया हिल्स को असम से अलग कर 21 जनवरी, 1972 को किया गया था। मेघालय पूर्वोत्तर भारत का एक राज्य है, जिसकी राजधानी शिलांग है।

मेघालय का भारत के लिए सटीक ऐतिहासिक, भौगोलिक और नीतिगत महत्व है। यह उत्तर और पूर्व में असम राज्य से घिरा है और दक्षिण तथा पश्चिम में बांग्लादेश से घिरा है।

यहाँ लोग नवपाषाण युग से निवास करते है, अब तक खोजे गए नवपाषाण स्थल प्रायः ऊंचे स्थानों पर मिलते है. मेघालय की पहाड़ियों में की गई सीमित पुरातात्विक शोध सुझाते है की यहाँ मानव का विकास प्राचीन काल से चल रहा है।

19वीं शताब्दी में ब्रिटिश राज के अधीन आने से पूर्व गारो, खासी एवं जयंतिया जनजातियों के अपने राज्य हुआ करते थे। कालांतर में ब्रिटिश ने 1935 में तत्कालीन मेघालय को असम के अधीन कर दिया था। तब इस क्षेत्र को ब्रिटिश राज के साथ एक संधि के तहत अर्ध-स्वतंत्र दर्जा मिला हुआ था।

ख़ासी, जयंतिया और गारो लोगों के संबंध में विभिन्न किंवदंतियाँ, धारणाएँ और निष्कर्ष हैं। यह कहा जाता है कि ख़ासी लोग सबसे पहले विस्थापित हो कर यहाँ आ कर बसे थे जो उत्तरी म्यानमार से होते हुए पूर्वी असम के मैदान में ख़ासी तक आए जहां उन्होंने नई बस्ती को स्थापित किया।

ख़ासी भाषायी रूप से दक्षिण-पूर्व एशिया में बोले जाने वाली मोन-खमेर बोलियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।

ख़ासी लोगों के प्राचीन साम्राज्य अधिकतर असम के कामरूप तथा नगांव जिलों और पूर्व की ओर मैदानों तक सीमित थे। ये साम्राज्य स्पष्ट रूप से कामाख्या (का मीका पर) प्राचीन माता, कोलोंग और कापलि, महादेम और अन्य थे। \

मीका साम्राज्य को बाद में नोंगवा अथवा रानी के नाम से जाना गया जो पिछली शताब्दी के मध्य तक रहा। एलन विल्सन के अनुसार प्राचीन समय में ख़ासी बहुत अधिक शक्तिशाली लोग थे।

विद्वानों का यह मानना है कि वे तिब्बत-चीन से मोखमेर समूहों से विस्थापित हो कर भोजन तथा आश्रय के लिए यहाँ आए थे। जयंतिया साम्राज्य पुराना साम्राज्य था जो प्रमुख रूप से पहाड़ी क्षेत्रों में फैला हुआ था। ब्रिटिश राज में उनके क्षेत्र को मिला लिया गया। ब्रिटिश और जयंतिया लोगों के बीच संघर्ष चला।

जब वर्ष 1935 में राजनैतिक सुधार किए गए और भारतीय राज्यों तथा क्षेत्रों को अधिक स्वायतता दी गई तब ख़ासी, गारो और जयंतिया हिल्स पर ब्रिटिश रेजीडेंट प्रशासक द्वारा ही प्रशासन जारी रहा।

वर्ष 1950 में गारो हिल्स, संयुक्त ख़ासी और जयंतिया हिल्स को भारतीय संविधान की छठी अनुसूची के अंतर्गत लाया गया।

मेघालय का लोक नृत्य यहां के प्रमुख जनजातियों द्वारा किया जाता है यहां के प्रसिद्ध नृत्य में लाहो, शाद सुक मिनसेइम, डेरोगेटा आदि प्रमुख लोक नृत्य है।

अंग्रेजी मेघालय की आधिकारिक भाषा है। खासी, गारो, पनार, बंगाली, नेपाली और हिंदी राज्य में बोली जाने वाली कुछ अन्य भाषाएं हैं।

मेघालय अपनी प्राकृतिक सौंदर्य के साथ विविधताओं से भरा हुआ है। यहां से जुड़े ज्यादातर त्यौहार यहां रहने वाले जनजातीय समुदाय से संबंधित है।

मेघालय का सबसे प्रसिद्ध त्यौहार ‘का पांबलांग-नोंगकर्म’। यह त्यौहार ‘नोंगक्रेम नृत्य’ भी कहा जाता है। 5 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाने वाला यह त्यौहार हर साल मेघालय के शिलांग से 11 किलोमीटर दूर स्थित एक स्मित नामक गांव में मनाया जाता है।

मेघालय की विभिन्न जनजातियों के खानपान में भी अंतर देखा जाता है। हालांकि इन सभी जनजातीय लोगों का प्रिय भोजन मांसाहार ही है।

यहां के लोग गाय, मुर्गी, सूअर व मछली जैसे मांसाहार खाना पसंद करते हैं। यहां का मुख्य भोजन चावल और रोटी है। इसके अलावा यहां के लोग सभी तरह के मौसमी सब्जियां, हरे बांस व स्थानीय सब्जियों को खाना पसंद करते हैं।

मेघालय के बारे में रोचक तथ्य (Facts About Meghalaya)

  • मेघालय की जनसंख्या में जनजातियाँ शामिल हैं। इसलिए, उन्हें मेघालय की जनजाति माना जाता है। मेघालय की जनजातियों में खासी, गारो, जयंतिया आदि शामिल हैं।
  • मेघालय भारत का सबसे गीला क्षेत्र है, दक्षिणी खासी हिल्स में सबसे अधिक बारिश वाले क्षेत्रों में एक वर्ष में औसतन 11,000 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की जाती है।
  • मेघालय में अनुमानित 500 प्राकृतिक चूना पत्थर और बलुआ पत्थर की गुफाएँ हैं जो पूरे राज्य में फैली हुई हैं, जिनमें उपमहाद्वीप की सबसे लंबी और गहरी गुफाएँ भी शामिल हैं।
  • मेघालय में कई प्राचीन गुफाएं हैं। जैंतिया हिल्स नाम की एक गुफा 22 किमी से अधिक लंबी है और क्षेत्र में दो अलग-अलग गुफाओं को जोड़ती है।
  • मेघालय बांग्लादेश के साथ एक अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है। यह मेघालय के बारे में सबसे दिलचस्प और कम ज्ञात तथ्यों में से एक है।
  • मेघालय में खाद्यान्न उत्पादन में 80% से अधिक के लिए चावल प्रमुख खाद्यान्न फसल है।
  • मेंदीपाथर रेलवे स्टेशन मेघालय का पहला और एकमात्र रेलवे स्टेशन है, जिसका उद्घाटन भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 नवंबर 2014 को किया था।
  • मेघालय के अंदर 2 लोक सभा सीट 1 राज्य सभा सीट और 60 विधान सभा सीटे आती हैं।

FAQ

Q: मेघालय की राजधानी क्या है?

Ans:- मेघालय की राजधानी शिलांग है।

Q: मेघालय का गठन कब हुआ था?

Ans:- मेघालय का गठन 21 जनवरी 1972 को हुआ था।

Q: मेघालय में कितने जिले हैं?

Ans:- मेघालय में 11 जिले हैं ।

निष्कर्ष-

तो इस तरह से आज आपने जाना की मेघालय में कितने जिले हैं (Districts in Meghalaya) साथ ही आज आपको मेघालय के बारे में और भी कई बाते पता चली होगी।

आज हमने आपको मेघालय में कितने जिले हैं (Districts in Meghalaya) इसके साथ-साथ और भी बहौत साड़ी बाते बताई है। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी हो, और कुछ अच्छा सीखने को मिला हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।

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