क्राउडफंडिंग क्या है? (What is Crowdfunding in Hindi)

जय हिन्द दोस्तों, क्या आप जानते हैं, क्राउडफंडिंग क्या है [What is Crowdfunding in Hindi] के बारे में सुना है? और यह किस प्रकार का funding है और आम funding से किस प्रकार अलग है? यदि आप Social Media का इस्तेमाल करतें हैं तो आपने जरुर इस शब्द Crowdfunding क्या है के बारे में कभी न कभी सुना होगा।

दोस्तों, यह एक बहुत ही अभिनव विचार है किसी स्टार्टअप या कंपनी के लिए, या किसी ऐसे काम के लिए जिसमें की funding की जरुरत होती है. और इंटरनेट के ज्यादा प्रचार प्रसार से यह अभिनव विचार Internet के मदद से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँच पा रहा है जिससे ज्यादा लोग अब इससे जुड़ने लगे हैं।

Funding के दुनिया में Crowdfunding एक बहुत ही परिचित नाम है। इसके विषय में बहुत लोगों को पूर्ण जानकारी नहीं है इसलिए दोस्तों आज हम आप लोगों को Crowdfunding क्या है और ये कितना उपयोगी है इसके विषय में जानकारी देने वाले हैं जिससे आपको इस जानकारी से कुछ मदद मिल सके और किसी दूसरे से इसके विषय में पूछना नहीं पड़ेगा। तो चलिए दोस्तों जानते हैं की Crowdfunding क्या होता है इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

Crowdfunding क्या है [What is Crowdfunding in Hindi]

क्राउडफंडिंग क्या है

Crowd यानि भीड़ या यूँ कहे की बहुत सारे लोग और Funding का मतलब है पैसा। Crowd funding का सही मतलब हुआ बहुत सारे लोगो से पैसे इक्कठे करना। जैसा की हम सभी देखते है की हमारे देश में हर सामाजिक कार्य के लिए फण्ड इकठ्ठा किया जाता है या चंदा लेकर पैसा इकठ्ठा किया जाता है।

किसी भी धार्मिक काम जैसे – नवरात्री, गणेश पूजन, होलिका दहन या किसी भी भंडारे के लिए चंदा किया जाता है और ये सब अब यही सिमित नहीं है अब crowd funding की मदद से लोग पुल का निर्माण, मूवी बनाना या रोड बनाना ये सब करने लगे हैं। इसका एक उदाहरण है 1977 में बनी फिल्म “मंथन”,लगभग 500000 किसानो से 2-2 रुपये लेकर इस मूवी को बनाया गया था।

लोग अब इन्टरनेट के माध्यम से यानि डिजिटल तरीके से crowd funding कर रहे हैं। जो हर काम में इस्तेमाल की जा रही है। लोग अपने काम के लिए दुनिया भर से पैसा इक्कठा कर रहे हैं।

सभी NGO और वो सभी संस्थान जो लोगो की मदद के लिए काम करते है उन्हें ऑनलाइन बनाये कई प्लेटफार्म पर डोनेशन मिल रहा है। अब ये किसी शहर या गाँव तक सिमित नहीं है crowd funding अब इन्टरनेट के माध्यम से ग्लोबल हो चुकी है।

अब यदि आपको किसी काम के लिए पैसा इक्कठा करना है तो आपको घर-घर जाने की जरुरत नहीं है अब आप इन्टरनेट से ग्लोबल लेवल पर अपनी बात हर एक के सामने रख सकते हैं और अपने प्रोजेक्ट के लिए पैसा इकट्ठा कर सकते हैं।

इंटरनेट और सोशल नेटवर्किंग जैसे की फेसबुक, ट्विटर या किसी दुसरे crowdfunding समर्पित websites का पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाता है। यह पैसों को ऊपर उठाने का एक ऐसा तरीका है।

ये छोटे छोटे व्यवसायों और स्टार्टअप को उन्नति होने में मदद करती है, इसके साथ इनके विषय में ज्यादा से ज्यादा लोग Social Media के माध्यम से जानेंगे जिससे इनकी इन्वेस्टमेंट मूल और funding संभावना बढ़ेंगीं।

क्राउडफंडिंग का अर्थ क्या है [Meaning of crowdfunding]

Crowdfunding बड़ी संख्या में व्यक्तिगत investors के सामूहिक प्रयासों के माध्यम से पूंजी जुटाने की एक process है। क्राउडफंडिंग मुख्य रूप से social media और websites के माध्यम से online की जाती हैं।

इसलिए crowdfunding मूल रूप से Internet या इस तरह की dedicated websites के माध्यम से कई लोगों से छोटी मात्रा में धन जुटाकर किसी Project या enterprise को financed करने की process है।

क्राउडफंडिंग का उपयोग entrepreneurship के उपक्रमों जैसे कि कलात्मक और रचनात्मक projects और start up आदि के लिए fund की व्यवस्था करने के लिए भी किया गया है।

इसके साथ इसे films, सामाजिक कारण, और संगीत महोत्सव में भी इस्तेमाल में लाते हैं। इसे बहुत से models में समपर्ण किया जाता है जैसे की peer से peer lending.

क्राउडफंडिंग कैसे काम करती है? [Crowdfunding Work]

अधिकांश अधिकार क्षेत्रों में इस पर प्रतिबंध रहता है कि किसे नए business को fund करने और कितना investment करने की permission दी जाए। hedge fund investment पर प्रतिबंधों की ही तरह इन प्रतिबंधों का उद्देश्य poor investors को उनकी बचतों को जोखिम से protection दिलाना है।

चूंकि बहुत सारे नए Business fail रहे हैं, उनके investors पर उनके principal amount को खोने का बहुत अधिक जोखिम रहता है। crowdfunding ने उद्यमियों के लिए ऐसे किसी भी व्यक्ति से thousands या millions of dollars जुटाने का अवसर दिया है।

क्राउडफंडिंग प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक forum available कराती है जो waiting investors को investment करने का idea प्रस्तुत कर सकती है।

भारत में क्राउडफंडिंग के प्रकार [Types of Crowdfunding]

दोस्तों, अगर हम अलग अलग Crowdfunding की बात करें तो भारत में बहुत से प्रकार के Crowdfunding मौजूद हैं जैसे की debt based, equity-based, cause-based, rewards based, software value token, donation based, litigation, इत्यादि।

  • Equity-based crowdfunding

इस प्रकार के crowdfunding, में निवेशकों द्वारा ज्यादातर समय में बड़े पैसे की मात्रा को निवेश करते हैं जिससे वे startup में बड़ी piece equity को पा सकें। ज्यादातर समय equity-based crowdfunding company के विकास के लिए की जाती है।

भारत में इस प्रकार की crowdfunding को गैरकानूनी माना गया है। SEBI (Securities and Exchange Board of India) ही एक ऐसी stakeholder जो की इसे कानूनी बनाने के लिए दिशानिर्देश frame कर सकती है।

  • Reward-based crowdfunding

इस प्रकार के crowdfunding बहुत ही आप पाए जाते हैं। जैसे की आप नाम से समझ सकते हैं इसमें इन्वेस्टर को अपने निवेश के बदले में कोई वास्तविक उत्पाद मिलता है। उदहारण के लिए अगर आपको एक digital watches की startup है तब आपको अपने निवेशकों को अंत में डिजिटल घड़ी के रूप में reward देना पड़ता है। ये भारत में पूरी तरीके से कानूनी है।

  • Donation-based crowdfunding

इस प्रकार के Crowdfunding में डोनर्स अपने हिसाब से किसी नेक काम या कारण के लिए दान कर सकते हैं। ये दान कुछ भी रकम की हो सकती है। यहाँ आखिर में donors को कोई रिवॉर्ड नहीं मिलता है जैसे की Reward based में हुआ था।

ये भारत में पूरी तरीके से वैध है। यहाँ donors पूरे दिल से दान करते हैं हमारे समाज के भलाई के लिए, उदाहरण के लिए रतन टाटा जो की समय समय में बहुत donation करते हैं।

  • Debt-based crowdfunding

इस प्रकार के crowdfunding में आप कंपनी के सुरक्षा में invest करते हैं (जिसे की debt instrument भी कहा जाता है) जहाँ पर आपका मकसद होता है अपना पैसा कंपनी को loan के हिसाब से दो और instead कंपनी आपको विनिर्दिष्ट interest rate पैसे return करेगी।

इसके साथ दो प्रकार के debt instrument होते हैं secured और unsecured debt instruments. Interest rates भी आम तौर पर आधारित इनके जोखिम का स्तर के साथ शामिल होते हैं किसी भी विशिष्ट startup या सत्ता के साथ यह भारत में वैध है।

  • Public-Private Partnership

(PPP) जो की equity-based model पर आधारित होती है, भारत के crowdfunding में ये मुख्य रूप से practice की जाती है।

भारत में क्राउडफंडिंग के उदाहरण [Examples of Crowdfunding]

वैसे तो भारत में आपको Crowdfunding को लेकर बहुत से उदाहरण देखने को मिल जायेंगे, लेकिन यहाँ आप लोगों को कुछ उदाहरण के बारे में बताने वाले हैं।

1. नए जनरेशन कलाकार को सही तरीके से train करने के लिए एक crowdfunding अभियान की शुरुवात की गयी थी जिसका basic purpose था की कैसे Koodiyattam के रंगमंच कला रूप को रक्षित किया जाये।

2. Mark Dharma जो एक पैरालम्पिक बैडमिंटन स्टार हैं, जिनके पास पैसे नहीं थे पैराबैडमिंटन में हिस्सा लेने के लिए इसलिए एक crowdfund की the beginning करी गयी जिससे उनके पूरी journey का Cost उठाया गया और उन्होंने थाईलैंड में हो रहे पैराबैडमिंटन इंटरनेशनल 2017 में बड़े बड़े record स्थापित किया।

Crowdfunding के Platform से किस काम के लिए fund इकठ्ठा कर सकते हैं?

  • किसी की पढ़ाई में help करने के लिए fund इकठ्ठा कर सकते हैं।
  • किसी की बीमारी में help करने के लिए fund इकठ्ठा कर सकते हैं।
  • अपने किसी new products या new business को शुरू करने के लिए fund इकठ्ठा कर सकते हैं।
  • आप चाहें तो foreign travel या फिर किसी movie को बनाने के लिए भी fund इकट्ठा कर सकते हैं।

मतलब की यह आप अपने need के हिसाब से crowd funding शुरू कर सकते हैं, यह लोगो की help करने का बहुत अच्छा ज़रिया है।

Crowdfunding करने के लिए क्या करना होगा?

  • Crowdfunding में सबसे important ये होता है की आप अपनी बात लोगों के सामने किस तरह रखते हैं तो पहले आप ये सुनिश्चित कीजिये की आपको कितना और कब तक पैसा इकट्ठा करना है फिर अपनी पूरी story अच्छे से ready कीजिये। यदि आपकी story लोगो को पसंद आती है या आपके idea पसंद आते है तो लोग जरुर आपकी help करेंगे।
  • Crowdfunding Platform को select करते समय यह जरूर ध्यान रखें की यह वही Platform हो जो आपके idea से मिलती Crowdfunding करता हो। इसके लिए अलग अलग Platform को visit करके देखना होगा की, किस प्लेटफार्म पर किस तरह की crowdfunding की जाती है। इससे आपकी सफलता के chances बढ़ जाते हैं।
  • Crowdfunding Platform पर आने के बाद वहां, आपके ideas से related information मांगी जाएगी। यहाँ आपको बिलकुल सही information देना है। क्योंकि अच्छे crowd funding platforms campaign चलाने वाले लोगों की inquiry करते हैं और fraud करने वाले लोगों पे कानूनी कार्यवाही भी कर सकते हैं।
  • एक बार अपने campaign को शुरू करने के बाद उसे social media platform पर भी share करें, उसके Photo या video वहां post करें और भी तरीके हो जिसकी help से ज्यादा से ज्यादा लोगो तक इस campaign को पहुँचाया जा सके तो वहां भी share करें।
  • इस सब के बाद हमेशा अपने Campaign को देखते रहें। यदि कोई इससे related कोई Question करता है तो उसका तुरंत Answer दें, और कोई यदि help करता है तो उसे धन्यवाद करना ना भूलें।

भारत में प्रसिद्ध क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म [Famous Crowdfunding Platforms]

भारत की कुछ प्रसिद्ध Crowd Funding websites इस प्रकार से हैं

Famous Crowdfunding platforms :
Wishberry, Miracle Foundation, Milaap, RangDe, CrowdCube and Seedrs जो की भारत में बहुत ही अच्छा perform कर रहे हैं।

  • Wishberry

अगर आप अपने किसी creative project के लिए fund जमा करना चाहते हैं, तो Wishberry best platform है। यह प्‍लैटफॉर्म movies, photography, music album जैसे कई तरह के creative projects को क्राउडफंड करने में help करता है। अगर आप बिजनेस भी start up कर रहे हैं, तो भी आप यहां register कर सकते हैं।

  • Miracle Foundation

2000 के बाद से, Miracle Foundation India ने 1.64 लाख से अधिक बच्चों के जीवन में सुधार किया है और उनके families के लगभग 100,000 सदस्यों का समर्थन किया है। आज बच्चों की देखभाल संस्थानों से दूर परिवारों में वापस ले जाने और नए बच्चों को संस्थागत देखभाल में admission करने से रोकने के campaign में एक industry के नेता हैं।

इस काम में, हम वास्तविक, permanent change करने के लिए power of evidence का उपयोग करते हैं। हमारी सिद्ध थ्राइव स्केल™ पद्धति बाल और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 के अधिकारों पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन पर आधारित है, जो हमें बच्चे के कल्याण के सभी पहलुओं को systematically मापने और permission to rectify देता है।

  • Milaap

इस Crowd Funding Platform की शुरुआत वर्ष 2011 में मयंक चौधरी और अनोज विश्वनाथन द्वारा की गई थी। यह Platform fund raising के अलावा जरुरतमंदों को Loan भी provide करवाता है | यद्यपि इसकी शुरुआत ही उधार देने के काम से हुई थी लेकिन वर्ष 2014 में इसने Donations को भी Platform में Add किया।

  • RangDe

इस online platform की शुरुआत सन 2008 में स्मिता राम और राम एन. के. ने बंगलौर से की थी। इस प्लेटफार्म की speciality यह है की इसमें 93% तक लाभार्थी Ladies हैं। बिना जमानती loan पर उधारकर्ता द्वारा 5% से 10% ता का Interest देय होता है जबकि उधारकर्ताओं द्वारा चुकाए गए सभी ऋणों पर रंग दे को केवल 2% मिलता है।

  • CrowdCube and Seedrs

आख़िरकार CrowdCube और Seedrs ऐसे इंटरनेट प्लेटफॉर्म्स जो की छोटी कंपनियों को shares issue करने में सहायता करते हैं। ये Shares वो उन पंजीकृत उपभोक्ता को प्रदान करते हैं जिन्होंने की उस कंपनियों में अच्छे returns के लिए कुछ investment किया है।

क्राउडफंडिंग के फायदे [Benefits of Crowd Funding]

अपने किसी भी काम को आगे बढ़ाने और उसे सही तरीके से शुरू करने crowd funding एक अलग भूमिका निभाती है। crowd funding के अनेको फायदे है जो निम्नलिखित है…

  • आप crowd funding प्लेटफार्म की मदद से दुनिया भर के investor से जुड़ सकते हो जो अपने interest के हिसाब से fund provide करते है।
  • crowd funding में बिना जाने fund लेना बहुत मुश्किल होता हैं। आप इसे एक project की तरह शुरू कर सकते हैं। जिसे लाखो लोग देख कर आपके विचार को समझ पाएँगे और invest करेंगे।
  • आप अपनी योजना को marketing तकनीको से भी लोगो के सामने ले जा सकते हो। जिसमे social media और email marketing जैसी तकनीक helpful साबित हो सकती है जो आपके बिज़नस को top level पर ले जा सकती है इसके साथ कई और भी फायदे हैं।
  • Crowdfunding, में कोई भी औपचारिक बैंकिंग प्रणाली न होने के कारण ये प्रक्रिया ज्यादा riskful नहीं है।
  • ये बहुत ही कुशल प्रणाली है और इसमें बहुत कम समय लगता है।
  • ये नवीनीकरण और उद्यमिता की उत्पादिता को काफी हद तक बढ़ा देता है।
  • अगर सही guidance मिले तो इसकी मदद से छोटे छोटे उद्योग अच्छी तरक्की कर सकते हैं।
  • ये व्यापार नीति को करने की तरीके को बहुत easy बनाता है।
  • इसके बहुत सारे applications हैं जैसे की इससे बहुत ही creative work जैसे की blogging, journalism, music, independent film, और स्टार्टअप कंपनियां को आगे काम करने के लिए funding मिल जाती है।
  • सभी लोगों को समान दृष्टी से देखता है जिससे समाज में Equality लायी जा सके। ये caste और लिंग भेद को नहीं मानता है।

क्राउडफंडिंग के दोष [Demerits of Crowdfunding]

अब चलिए समझते हैं की इसके मुख्य दोष क्या हैं,

  • नए छोटे पैमाने के investors और उद्यमियों के लिए यह थोडा जोखिम भरा होता है और जिसके चलते यह इस नए व्यापार में ज्यादातर समय fail हो जाते हैं।
  • अगर सही time में लक्ष्य और targets न पहुँच सके तो यहाँ प्रतिष्ठा में आंच आने का भी खतरा रहता है। तब यह interest बनाने करने में successful नहीं होता है जिसके चलते यह सार्वजनिक विफलता भी हो सकता है।
  • Creators के हिसाब से बौद्धिक संपत्तियाँ यानि Intellectual Property (IP) सुरक्षा में भी issue किया जा सकता है जो की crowdfunding में engage रहते हैं क्योंकि उन्हें अपने अंतिम उत्पाद के विषय में पहले ही पूरी public के सामने show होता है जो की इसके नकल होने के आशंका को बहुत बढ़ा देता है।
  • अगर समान network of supporters के पास बार बार जाया जाये तो मुहिम को सही तरीके का सहयोग नहीं मिल सकता है जो की बाद में एक बड़ी असफलता भी बन सकती है। इसमें यह भी एक risk ही है।
  • इसका public दुरुपयोग होने का डर हमेशा से लगा रहता है। क्योंकि ये किसी भी regulatory framework के अंतर्गत नहीं आता है।
  • यहाँ fraud और काले धन को वैध बनाना की ज्यादा chances हैं, क्योंकि इसमें कोई भी औपचारिक बैंकिंग प्रणाली नहीं होती।
  • यहाँ उधार पात्रता और प्रवर्तनीयता का खतरा भी बना रहता है।
  • यहाँ शुरू करनेवाला की ration कम ही रहती है इसलिए यहाँ निपुणता की हमेशा कमी रहती है।
  • यहाँ असफल होने के संभावना बहुत ज्यादा हैं। जैसे की हम जानते हैं की भारत में startup सेक्टर अब भी अविकसित है इसलिए।

Crowdfunding को कैसे सफल बनाया जा सकता है?

अगर Crowdfunding को पूरी तरह से सफल बनाना है तो कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना होगा, जैसे –

  • धोखाधड़ी और अवैध गतिविधियों को कम करने के लिए पूर्ण पारदर्शिता और जवाबदेही।
  • जागरूकता फैलाने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल जरूरी।
  • हमेशा ये ध्यान देना चाहिए की पैसे सही लोगों तक ही पहुंचे और कम से कम लोगों के संपर्क में आये।
  • सभी विवरणों को ठीक से प्रलेखित किया जाना चाहिए ताकि संचित धन का दुरुपयोग न हो।
  • क्राउडफंडिंग और उद्यमिता का समर्थन करने के लिए भारत में कानून होने चाहिए।
  • क्राउडफंडिंग को लेकर लोगों का नजरिया बदलना चाहिए।
  • निजी संस्थाओं के बारे में यह धारणा बदलनी चाहिए कि वे पूरी तरह से profit oriented नहीं हैं।
  • इसके साथ ही अगर भारत में क्राउडफंडिंग को सफल बनाना है तो एक व्यापार समर्थक माहौल स्थापित करना होगा।

Crowdfunding करते समय किन बातों का ध्यान रखना जरुरी है?

Social media के बढ़ते trend के बीच क्राउडफंडिंग की कई request और demand आपको देखने को मिलेंगी। ऐसे में ये ध्यान रखना जरूरी है कि आप जहां पैसे दे रहे वहां कोई fraud तो नहीं। ऐसे में पैसे देते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, चलिए जानते हैं-

  • हमेशा ये जानने की कोशिश कीजिए कि आप किसे पैसा दे रहे हैं. कौन लोग उस campaign को manage कर रहे हैं, उनका उद्देश्य क्या है?
  • अगर आप crowdfunding में पैसा डाल रहे हैं तो उस बारे में पूरी information हासिल करें। आप क्राउडफंडिंग करवाने वाले person से उससे जुड़े सभी documents share करने के लिए कह सकते हैं। इससे आप यह जान पाएंगे कि आपने किसी गलत जगह पैसा तो नहीं लगा दिया है।
  • आप campaign में इस्तेमाल की जा रही picture की reality check के लिए search engine में reverse image search की मदद ले सकते हैं। Experts crowdfund आयोजित करवाने वाले person या website का background check करने की भी सलाह देते हैं। इससे आप होने वाले loss से बच सकेंगे।

FAQ

Q: क्राउडफंडिंग कैसे प्राप्त करें?

Ans: क्राउडफंडिंग प्राप्त करने के लिए आपको किसी क्राउडफंडिंग वेबसाइट में अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा। जिसके बाद आप क्राउडफंडिंग प्राप्त कर सकते हैं।

Q: क्राउडफंडिंग किसे मिलती है?

Ans: क्राउडफंडिंग उन्हें मिलती है जिन्हे की पैसो की बहोत ज्यादा जरूरत होती है। और वो पैसों का इंतजाम नहीं कर सकते हैं तो तब उन्हें क्राउडफंडिंग मिलती है।

निष्कर्ष –

तो दोस्तों आज आपने जाना की Crowdfunding क्या है [What is Crowdfunding in Hindi], और आज हमने आपको Crowdfunding के बारे में बहुत सी बाते बताई है, हम आशा करते हैं की आज हमने आपको जो कुछ भी बताया है, वो आपके काम आया होगा, और आज आपको बहुत कुछ जानने को भी मिला होगा।

अगर आपको ये लेख पसंद आया हो, और आपको इससे कुछ अच्छा जानने को मिला हो, तो आप इसे अपने social media platforms में जरूर शेयर करें। इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। जय हिन्द!

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