Trading क्या है, ट्रेडिंग क्या है इन हिंदी (What is Trading in Hindi), Trading Meaing in Hindi,
जय हिन्द दोस्तों, दोस्तों आज हम आपको Trading क्या है? (What is Trading in Hindi) और ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है? आपको Trading के बारे में जानकारी बताने जा रहे हैं, आज के लेख में हम आपको बताएंगे की ट्रेडिंग क्या है? (What is Trading in Hindi) और Trading कितने प्रकार कि होती है?
इसके साथ ही आपको हम Trading से जुड़ी अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारी भी इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं, जिससे की आपको ट्रेडिंग से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त हो सके। तो दोस्तों इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ियेगा।
दोस्तों आज के समय में हर कोई extra income बनाने में बहुत interested होता है। हर कोई अपनी सामान्य कमाई के साथ साथ एक्स्ट्रा कमाई करना चाहता है जिसके लिए वह एक्स्ट्रा समय में अपने घर या कही से भी अपने मोबाइल लैपटॉप से एक्स्ट्रा कमाई कर सके। दोस्तों हम लोग ट्रेडिंग से ढेर सारे पैसे कमाने के बारे में सुनते रहते हैं।
दोस्तों सुनने में ये जितना आकर्षक लगता है असल में उतना है नहीं। यह अपने आपमें एक बड़ा समंदर है इसमें तैरना न जानने वाला अगर कूदा तो डूब जाएगा।
इसलिए हम आज आपको ट्रेडिंग के समंदर में तैरना सिखाएंगे, यानि आज हम आपको बताएंगे की ट्रेडिंग क्या है? ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है?
बाज़ार में कम समय के अन्दर मुनाफा कमाने के लिए लोग ट्रेडिंग करते है और यह Trading कई प्रकार कि चीजों पर कि जाती है, मुख्य रूप से ट्रेडिंग में लोग सबसे ज्यादा शेयर पर ट्रेडिंग करते है और स्टॉक पर ट्रेडिंग करके एक ही दिन में लाखों और हजारों रूपये कमा लेते है।
तो चलिए दोस्तों कब हम जानेंगे की Trading क्या है और ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है। इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ियेगा।

Table of Contents
ट्रेडिंग क्या है? (What is Trading in Hindi)
ट्रेडिंग को हिंदी में व्यापार कहते हैं, जिसमें किसी चीज़ को लोग आपस में खरीदते या बेचते हैं। Trading में हम दूसरी कंपनी के शेयर खरीदते और बेचते हैं तो यह भी एक प्रकार का व्यापार ही है। आसान भाषा में हम इसे खरीदने या बेचने का व्यापार भी कह सकते हैं।
Stock Market Trading भी इसी तरह होता है। जैसे कि हम किसी वस्तु को खरीद और बेच करके मुनाफा कमाते हैं। बिल्कुल वैसे ही स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर को खरीद और बिक्री करके मुनाफा कमाया जाता है।
ट्रेडिंग कि समय अवधि 1 साल की होती है। मतलब यह हुआ कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना है। अगर एक साल के बाद शेयर को बेचते हैं तो यह निवेश कहलाता है। यह एक तरह का ऑनलाइन पर आधारित बिजनेस होता है।
उदाहरण के लिए अगर हम share market में शेयर खरीद रहे हैं तो हमारे जैसे कोई अन्य व्यक्ति भी होगा जो उन शेयर को बेच रहा होगा। चलिए इसे अब अपने डेली लाइफ से जोड़ते हैं।
मान लीजिए आपने होलसेल स्टोर से कोई सामान ₹50 खरीदा और उसे बाद में ₹60 लगा कर कस्टमर्स को बेच दिया। अगर यह आप रोजाना करते हैं तो इसे ट्रेडिंग कहा जाता है।
बिल्कुल इसी तरह शेयर बाजार में भी होता है। आप शेयर को खरीदते हैं और 1 साल के अंदर खरीदे हुए शेयर को प्राइस बढ़ने के बाद बेच देते है। तो यह Stock Market Trading कहलाता है।
ट्रेडिंग को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें यह कोई नहीं जानता कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या मूवमेंट आयेगा।
अगर शेयर से जुड़ी न्यूज़ अच्छी आती है तो शेयर के भाव में तेजी दिखाई देगी। वहीं इसका उल्टा करे तो शेयर से जुड़ी न्यूज़ खराब आती है तो शेयर के भाव में मंदी देखने को मिल सकती है।
यही कारण है कि ट्रेडिंग शेयर मार्केट में सबसे ज्यादा कि जाती है और लोग हर रोज शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमा लेते है, तो अगर आप शेयर पर ट्रेडिंग करके पैसे कमाना चाहते है तो सबसे पहले आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग को समझना होगा चलिए जानते है शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है?
शेयर मार्केट ट्रेडिंग, शेयर पर होने वाली ट्रेडिंग को कहते हैं, जब सुबह 9:15 AM पर शेयर मार्केट खुलता है तब ट्रेडर कम दाम में शेयर को खरीद लेते हैं, और दोपहर के 3:30 PM के पहले शेयर को बेच देते हैं, क्योंकि शेयर मार्केट सुबह 9:15 AM पर खुलता है और 3:30 PM पर बंद हो जाता है।
इस बीच ट्रेडर अपने ख़रीदे हुए शेयर पर अनुमानित मुनाफे को देख कर शेयर को बेच के मुनाफा कमा लेते हैं, लेकिन शेयर मार्केट में ट्रेडिंग अलग-अलग प्रकार कि होती है और ट्रेडर अपनी सुविधा और जोखिम के अनुसार ट्रेडिंग करते हैं।
ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है? (Type of Trading in Hindi)
ट्रेडिंग मुख्य रूप से चार प्रकार की होती है चलिए जानतें हैं –
- Intraday Trading
- Scalping Trading
- Swing Trading
- Positional Trading
Intraday Trading
ज़्यादातर ट्रेडर्स जब शेयर मार्केट में ट्रेड करते समय कम समय में मुनाफा कमाने का लक्ष्य रखते है। इसी तरह के लक्ष्य को पूरा करने के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग का ऑप्शन आता है क्योंकि इसके ज़रिये आप एक ही ट्रेडिंग सेशन में अच्छा खासा लाभ कमा सकते हैं।
बस ज़रुरत है तो एक सही लक्ष्य और उसका पूरा करने के लिए सही स्ट्रेटेजी की। अब जब बात कम समय में ज़्यादा पैसे कमाने की आती है तो इसमें कई तरह के जोखिम भी होते है, कई बार ट्रेडर इंट्राडे ट्रेडिंग के जोखिमों से अज्ञात होते हैं और इसी वजह से वह काफी नुकसान कर बैठते हैं।
तो किस तरह से आप अपने जोखिमों और नुकसान को सीमित कर सकते है? एक सही स्टॉक का चयन करके, जिसके लिए ज़रूरी होता है सही समझ और ज्ञान से अवगत होना।
तो इन सब से अगर हम इंट्राडे ट्रेडिंग के मतलब को समझें तो ये एक तरह का ट्रेड है जिसमे ट्रेडर्स एक सही विश्लेषण के साथ एक ही दिन के अंतर्गत स्टॉक को खरीद और बेच कर मुनाफा कमा सकता है।
Scalping Trading
Scalping ट्रेडिंग में आप सबसे ज्यादा उछाल वाले शेयर को चुनते हैं, इसके बाद आप उसको पूरी margin money के साथ खरीद लेते हैं और फिर उस शेयर की कीमत कुछ पैसे बढ़ जाने पर उसे बेच देते हैं।
उदाहरण के लिए आपने एक शेयर को चुना जिस पर सबसे ज्यादा उछाल आता है, अपने निर्णय लिया कि आप इस पर 10,000 रुपये के साथ scalping trading करेंगें, आप जिस शेयर पर सकैलपिंग ट्रेडिंग करने वाले हैं उसकी कीमत अभी 120 रुपये प्रति शेयर चल रही है।
अब आपके ट्रेडिंग account में अपने 10,000 रुपये डाले, आपको आपके trading account पर 5 गुना margin मिला है। तो अपने 4 गुना margin money के साथ 120 रुपये प्रति shares की कीमत वाले शेयर को,
50,000 रुपये में खरीद लिया और जैसे ही share की कीमत 120.25 रूपए/पैसे प्रति शेयर हुई. सारे शेयर बेच दिए और 25 पैसे प्रति शेयर की कीमत पर मुनाफा कमा लिया।
Swing Trading
ट्रेडिंग करने का सबसे अच्छा स्टाइल Swing trading माना जाता है। जिसमें कुछ दिनों से लेकर कई हफ्तों तक के स्टॉक में लघु से मध्यम अवधि के लाभ को प्राप्त करने की कोशिश की जाती है।
Swing ट्रेडिंग करने वाले Trader व्यापार करने के लिए Technical Analysis का उपयोग करते हैं। और ये बेसिक Analysis करने के अलावा वे मौलिक Analysis का उपयोग करते हैं।
जब किसी शेयर को ख़रीदा जाता है और कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रखकर बेच दिया जाता है तो इसे “Swing trading” कहते है Swing ट्रेडिंग में Shares की Delivery ली जाती है
इसलिए इसे Delivery Based Trading भी कहते हैं। Swing ट्रेडिंग में Trades को शामिल करना होता है जिसमे लाभ प्राप्त करने के लिए कई महीनो तक का इंतज़ार भी करना पड़ सकता है।
Positional Trading
Positional ट्रेडिंग स्टॉक मार्किट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है जिसमें शेयर्स को लम्बे समय तक होल्ड किया जाता है इसके अंदर किसी शेयर को कुछ महीनों से लेकर 1 साल तक खरीदकर रखा जाता है और फिर उस Share को बेच कर Profit कमाया जाता है।
आम तौर पर Positional Trading के लिए ख़रीदे गये Share को एक साल के अंदर बेच दिया जाता है इसमें Stock Price के अंदर जो लम्बा मूवमेंट आता है उसका फायदा उठाकर Profit कमाया जाता है इसे ही पोज़िशनल ट्रेडिंग कहते हैं।
मान लीजिये कोई शेयर है जिसकी वर्तमान कीमत 100 रुपये है आपने उस कंपनी का फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस किया और आपको लगा की ये शेयर आने वाले 6 से 8 महीनों के अंदर 120 रुपये तक जा सकता है और शेयर Buy कर लिया और 8 महीने बाद बेच दिया इसे ही Positional Trading कहते हैं।
ट्रेडिंग क्या है वीडियो में समझे।
FAQ
Q. ट्रेडिंग क्या होता है?
Ans: शेयर बाजार में शेयर या स्टॉक के बेचने और खरीदने को ही ट्रेडिंग कहते हैं।
Q. ट्रेडिंग का हिंदी में मतलब क्या होता है?
Ans: ट्रेडिंग का हिंदी में मतलब व्यापार होता है।
Q. ट्रेडिंग कैसे कर सकते हैं?
Ans: मोबाइल एप्लीकेशन की मदद से ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान और सरल है. अगर आप ट्रेडिंग करना चाहते हैं Upstox App, Groww, Zerodha आदि एप्लीकेशन की मदद से ट्रेडिंग कर सकते हैं।
Q. ट्रेडिंग एप्प क्या होती है?
Ans: मोबाइल में उपलब्ध ऐसी App जिनके द्वारा आप शेयर बाजार में Invest कर सकते हैं उसे Trading App कहते हैं।
निष्कर्ष-
तो दोस्तों आज आपने जाना Trading क्या है? (What is Trading in Hindi) Trading कितने प्रकार कि होती है? और साथ ही ट्रेडिंग के प्रकार के बारे में बताया है।
इसके अलावा हमने आपको शेयर मार्केट ट्रेडिंग क्या है? के बारे में भी बताया है। अगर आपको कोई चीज़ समझ में ना आयी हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में पूँछ सकते हैं। इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। जय हिन्द!
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