भारत के सभी राष्ट्रपति के नाम और कार्यकाल 1950-2024 (List of all Presidents of India)

भारत के सभी राष्ट्रपति, भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची, Bharat ke sabhi rashtrapati ki suchi, List of all president of india from 1947 to 2024

जय हिन्द दोस्तों, दोस्तों आज इस पोस्ट में हम आपको भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची जोकि 1950 से 2024 में कौन-कौन से राष्ट्रपति थे उन सभी की लिस्ट देने वाले हैं। ये जो भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची है।

हमने लिस्ट में सभी के नाम के साथ में उनके कार्यकाल का समय भी बताया है। अगर आप एक स्टूडेंट हैं तो ये भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची आपके बहुत काम आने वाली है और अगर आप एक काम करने वाले व्यक्ति हैं तो आपको इससे अच्छी जानकारी मिलेगी।

ये लिस्ट को हम अपडेट करते रहते हैं ताकि आपको भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची (List of all Presidents of India) से जुडी हुई कोई भी परेशानी न हो। भारत का राष्ट्रपति देश का मुखिया और भारत का प्रथम नागरिक कहलाता है।

भारतीय सशस्त्र सेना की भी सर्वोच्च कमान राष्ट्रपति के पास होती है। भारत का राष्ट्रपति लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा चुना जाता है। भारत के राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है।

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भारत की स्वतंत्रता से लेकर अब तक 15 राष्ट्रपति हो चुके हैं। भारतीय संविधान के द्वारा भारत के राष्ट्रपति पद की स्थापना की गयी है। इन 15 राष्ट्रपतियों के अलावा 3 कार्यवाहक राष्ट्रपति भी हुए है जो पदस्थ राष्ट्रपति की मृत्यु के बाद बनाये गए है।

तो चलिए दोस्तों आगे बढ़ते हैं और जानते हैं की भारत के सभी राष्ट्रपति (All Presidensts) की सूची और उनका कार्यकाल क्या था।

भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची

Table of Contents

भारत के सभी राष्ट्रपति की सूची और कार्यकाल (List of all Presidents of India)

क्रमांक नाम कार्यकालकार्यकाल के दिन
1डॉ. राजेंद्र प्रसाद26 जनवरी 1950 से 13 मई 196212 साल, 107 दिन
2डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन13 मई 1962 से 13 मई 19675 साल
3डॉ. ज़ाकिर हुसैन13 मई 1967 से 3 मई 19691 साल, 355 दिन
वराहगिरि वेंकट गिरि3 मई 1969 से 20 जुलाई 196978 दिन
मुहम्मद हिदायतुल्लाह20 जुलाई 1969 से 24 अगस्त 196935 दिन
4वराहगिरि वेंकट गिरि24 अगस्त 1969 से 24 अगस्त 19745 साल
5फ़ख़रुद्दीन अली अहमद24 अगस्त 1974 से 11 फरवरी 19772 साल, 171 दिन
बासप्पा दनप्पा जत्ती11 फरवरी 1977 से 25 जुलाई 1977164 दिन
6नीलम संजीव रेड्डी25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 19825 साल
7ज्ञानी जैल सिंह25 जुलाई 1982 से 25 जुलाई 19875 साल
8रामास्वामी वेंकटरमण25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 19925 साल
9शंकरदयाल शर्मा25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 19975 साल
10के. आर. नारायणन25 जुलाई 1997 से 25 जुलाई 20025 साल
11ऐ. पी. जे. अब्दुल कलाम25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 20075 साल
12प्रतिभा पाटिल25 जुलाई 2007 से 25 जुलाई 20125 साल
13प्रणब मुखर्जी25 जुलाई 2012 से 25 जुलाई 20175 साल
14राम नाथ कोविन्द25 जुलाई 2017 से 25 जुलाई 20225 साल
15द्रौपदी मुर्मू25 जुलाई 2022 से पदस्थ (अवधि 25 जुलाई 2026 को समाप्त हो रही है)

भारत के सभी राष्ट्रपति के बारे में (About all Presidents of India)

डॉ. राजेंद्र प्रसाद

डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। भारतीय संविधान के निर्माण में भी उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

राष्ट्रपति होने के अतिरिक्त उन्होंने भारत के पहले मंत्रिमंडल में 1946 एवं 1947 मेें कृषि और खाद्यमंत्री का दायित्व भी निभाया था।

डॉ. राजेंद्र प्रसाद जो कि बिहार से थे और वे एकमात्र राष्ट्रपति थे जो कि दो बार रष्ट्रपति बने। सम्मान से उन्हें प्रायः ‘राजेन्द्र बाबू’ कहकर पुकारा जाता है।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति (1952 — 1962) और द्वितीय राष्ट्रपति रहे। वे भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक थे।

उनके इन्हीं गुणों के कारण सन् 1954 में भारत सरकार ने उन्हें सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया था। राधाकृष्णन मुख्यतः दर्शनशास्त्री और लेखक थे।

वे आन्ध्र विश्वविद्यालय और काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति भी थे। उनका जन्मदिन (5 सितम्बर) भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

डॉ. ज़ाकिर हुसैन

डॉ. ज़ाकिर हुसैन स्वतंत्रता सेनानी एवं भारत के तीसरे राष्ट्रपति तथा प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति थे जिनका कार्यकाल 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक था। ज़ाकिर हुसैन केवल 23 वर्ष की अवस्था में ‘जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय’ की स्थापना दल के सदस्य बने।

जाकिर हुसैन भारत के तीसरे राष्ट्रपति तथा प्रमुख शिक्षाविद थे। वे अर्थशास्त्र में पीएच. डी. की डिग्री के लिए जर्मनी के बर्लिन विश्वविद्यालय गए और लौट कर जामिया के उप कुलपति के पद पर भी आसीन हुए।

1920 में उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया की स्थापना में सहयोग दिया तथा इसके उपकुलपति बने। ज़ाकिर हुसैन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति और पद्म विभूषण और भारत रत्न के भी प्राप्तकर्ता थे।

वराहगिरि वेंकट गिरि

वराहगिरि वेंकट गिरि भारत के राजनेता एवं देश के तीसरे उपराष्ट्रपति तथा चौथे राष्ट्रपति थे। उनका जन्म ब्रह्मपुर, ओड़िशा में हुआ था। पदस्थ राष्ट्रपति ज़ाकिर हुसैन की मृत्यु के बाद वी.वी. गिरि कार्यवाहक राष्ट्रपति बने।

उन्होंने मद्रास और नागपुर का रेलवे मजदूर ट्रेड यूनियन गठित की जो आगे चलकर अखिल भारतीय रेल कर्मचारी संघ के नाम से जाना जाने लगा। उन्होंने जिनेवा में 1927 में हुई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर कांफ्रेंस में मजदूरों के तरफ से हिस्सा लिया।

1937-39 और 1946-47 के बीच वो मद्रास सरकार में श्रम, उद्योग, सहकारिता और वाणिज्य विभागों के मंत्री रहे। उसके बाद दूसरे विश्वयुद्ध और भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान वो जेल भी गये। उन्हें 1975 में भारत के सर्वोच्च नागरिक अलंकरण भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

मुहम्मद हिदायतुल्लाह

मुहम्मद हिदायतुल्लाह भारत के पहले मुस्लिम मुख्य न्यायाधीश थे। ये मध्यप्रदेश के प्रथम न्यायधीश भी रहे तथा उन्होंने दो अवसरों पर भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में भी कार्यभार संभाला था। इसके साथ ही वो एक पूरे कार्यकाल के लिए भारत के छठे उपराष्ट्रपति भी रहे।

हिदायतुल्लाह भारत के सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और आर्डर ऑफ ब्रिटिश इंडिया के प्राप्तकर्ता थे। नया रायपुर में स्थित हिदायतुल्लाह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का नाम उनके नाम पर रखा गया है।

वराहगिरि वेंकट गिरि

वी वी गिरी दोबारा 24 अगस्त 1969 में भारत के राष्ट्रपति बने। उनका जन्म ब्रह्मपुर, ओड़िशा में हुआ था। उन्हें 1975 में भारत के सर्वोच्च नागरिक अलंकरण भारत रत्न से सम्मानित किया गया। गिरि एकमात्र व्यक्ति थे जो कार्यवाहक राष्ट्रपति और राष्ट्रपति दोनों बने। वे भारत रत्न से सम्मानित हो चुके थे।

फ़ख़रुद्दीन अली अहमद

फ़ख़रुद्दीन अली अहमद भारत के पांचवे राष्ट्रपति थे। 1925 में नेहरू से इंग्लैन्ड में मुलाकात के बाद वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया।

फ़ख़रुद्दीन अली अहमद राष्ट्रपति बनने से पूर्व मंत्री थे। उनकी पदस्थ रहते हुए मृत्यु हो गयी। वे दूसरे राष्ट्रपति थे जो अपना कार्यकाल पूरा कर सके। वे 24 अगस्त 1974 से लेकर 11 फरवरी 1977 तक राष्ट्रपति रहे।

बासप्पा दनप्पा जत्ती

बासप्पा दनप्पा जत्ती भारत के उपराष्ट्रपति थे। उनका कार्यकाल 31 अगस्त 1974 से 30 अगस्त 1979 तक पांच साल तक चला। बी.डी. जत्ती, फ़ख़रुद्दीन अली अहमद की मृत्यु के बाद भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने।

इससे पहले वह मैसूर राज्य के मुख्यमंत्री थे। 1977 में राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद की मृत्यु के बाद जत्ती छह महीने (11 फरवरी से 25 जुलाई) तक भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति रहे।

नीलम संजीव रेड्डी

नीलम संजीव रेड्डी भारत के छठे राष्ट्रपति थे। उनका कार्यकाल 25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982 तक रहा। आन्ध्र प्रदेश के कृषक परिवार में जन्मे नीलम संजीव रेड्डी की छवि कवि, अनुभवी राजनेता एवं कुशल प्रशासक के रूप में थी।

उन्होने 1959 से 1962 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में से कार्य किया। इनका सार्वजनिक जीवन उत्कृष्ट था। सन 1977 के आम चुनाव में जब इंदिरा गांधी की पराजय हुई, उस समय नव-गठित राजनीतिक दल जनता पार्टी ने इनको राष्ट्रपति का प्रत्याशी बनाया।

वे भारत के पहले गैर काँग्रेसी राष्ट्रपति थे। वे अक्टूबर 1956 में आन्ध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनें और दूसरी बार फिर 1962 से 1964 तक यह पद संभाला। नीलम संजीव रेड्डी आन्ध्र प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री थे।

रेड्डी आन्ध्र प्रदेश से चुने गए एकमात्र सांसद थे। वे 26 मार्च 1977 को लोक सभा के अध्यक्ष चुने गए और 13 जुलाई 1977 को यह पद छोड़ दिया और भारत के छठे राष्ट्रपति बने।

ज्ञानी जैल सिंह

ज्ञानी जैल सिंह भारत के सातवें राष्ट्रपति थे। जैल सिंह मार्च 1972 में पंजाब राज्य के मुख्यमंत्री बने और 1980 में गृहमंत्री बने। सिख धर्म के विद्वान पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके ज्ञानी जी अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति, सत्यनिष्ठा के राजनीतिक कठिन रास्तों को पार करते हुए।

1982 में भारत के गौरवमयी राष्ट्रपति के पद पर आसीन हुए। 1987 तक के अपने कार्यकाल के दौरान इन्हें ‘आपरेशन ब्लूस्टार’ एवं इंदिरा गांधी की हत्या जैसी दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों से गुजरना पड़ा।

रामास्वामी वेंकटरमण

रामास्वामी वेंकटरमण भारत के 8वें राष्ट्रपति थे। वे 1987 से 1992 तक इस पद पर रहे। राष्ट्रपति बनने के पहले वे 4 वर्षों तक भारत के उपराष्ट्रपति रहे। वेंकटरमण भारतीय स्वतंत्रता संग्राम आन्दोलन में जेल भी गए।

जेल से छुटने के बाद वे कांग्रेस पार्टी के सांसद रहे। इसके अलावा वे भारत के वित्त एवं औद्योगिक मंत्री और रक्षा मंत्री भी रहे। 27 जनवरी 2009 को लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया। वे 98 वर्ष के थे।

राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत देश भर के अनेक राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने 2:30 बजे दिल्ली में सेना के रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल में अंतिम साँस ली।

उन्हें मूत्राशय में संक्रमण (यूरोसेप्सिस) की शिकायत के बाद विगत 12 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे साँस संबंधी बीमारी से भी पीड़ित थे।

उनका कार्यकाल 1987 से 1992 तक रहा। राष्ट्रपति पद पर आसीन होने से पूर्व वेंकटरमन करीब चार साल तक देश के उपराष्ट्रपति भी रहे।

शंकरदयाल शर्मा

शंकरदयाल शर्मा भारत के नवें राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल 25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997 तक रहा। राष्ट्रपति बनने से पूर्व वे भारत के आठवे उपराष्ट्रपति भी थे, वे भोपाल राज्य के मुख्यमंत्री (1952-1956) रहे तथा मध्यप्रदेश राज्य में कैबिनेट स्तर के मंत्री के रूप में उन्होंने शिक्षा, विधि, सार्वजनिक निर्माण कार्य, उद्योग तथा वाणिज्य मंत्रालय का कामकाज संभाला था।

केंद्र सरकार में वे संचार मंत्री के रूप में (1974-1977) पदभार संभाला। इसके अलावा वे आन्ध्र प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र के राज्यपाल भी थे। इस दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष (1972-1974) भी रहे।

के. आर. नारायणन

केरल में जन्मे कोच्चेरी रामण नारायणन (के. आर. नारायण) भारत के दसवें राष्ट्रपति थे। उन्होंने त्रावणकोर विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने के बाद लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स में अर्थशास्त्र का अध्ययन किया।

उनकी गणना भारत के कुशल राजनीतिज्ञों में की जाती है। उनका कार्यकाल भारत की राजनीति में गुजरने वाली विभिन्न अस्थिर परिस्थितियों के कारण अत्यंत पेचीदा रहा। नारायणन चीन,तुर्की,थाईलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत रह चुके थे।

उन्हें विज्ञान और कानून में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त थी। वे जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय के कुलपति भी रह चुके हैं।

ऐ. पी. जे. अब्दुल कलाम

ऐ. पी. जे. अब्दुल कलाम जिनका पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है। जो मिसाइल मैन और जनता के राष्ट्रपति नाम से भी जाने जाते हैं, भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे।

वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात थे। उन्होंने सिखाया जीवन में चाहें जैसे भी परिस्थिति क्यों न हो पर जब आप अपने सपने को पूरा करने की ठान लेते हैं तो उन्हें पूरा करके ही रहते हैं।

अब्दुल कलाम मसऊदी के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। इन्होंने मुख्य रूप से एक वैज्ञानिक और विज्ञान के व्यवस्थापक के रूप में चार दशकों तक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) संभाला व भारत के नागरिक अंतरिक्ष कार्यक्रम और सैन्य मिसाइल के विकास के प्रयासों में भी शामिल रहे।

इन्हें बैलेस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास के कार्यों के लिए भारत में ‘मिसाइल मैन’ के रूप में जाना जाता है।

इन्होंने 1974 में भारत द्वारा पहले मूल परमाणु परीक्षण के बाद से दूसरी बार 1998 में भारत के पोखरान-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक निर्णायक, संगठनात्मक, तकनीकी और राजनैतिक भूमिका निभाई।

कलाम सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी व विपक्षी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन के साथ 2002 में भारत के राष्ट्रपति चुने गए। पांच वर्ष की अवधि की सेवा के बाद, वह शिक्षा, लेखन और सार्वजनिक सेवा के अपने नागरिक जीवन में लौट आए।

इन्होंने भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान सहित कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किये। कलाम मुख्यतः वैज्ञानिक थे जिन्होंने मिसाइल और परमाणु हथियार बनाने मुख्य योगदान दिया। इस कारण उन्हें भारत रत्न भी मिला. उन्हें भारत का मिसाइल मैन भी कहा जाता है।

प्रतिभा पाटिल

प्रतिभा देवीसिंह पाटिल को भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। वह राजस्थान की भी प्रथम महिला राज्यपाल थी। वे 2007 से 2012 तक इस पद पर रहीं हैं।

1 जून 2019 को भारत की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को विदेशियों को दिए जाने वाले मेक्सिको के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘ऑर्डेन मेक्सिकाना डेल एग्वेला एज्टेका’ (ऑर्डर ऑफ एज्टेक ईगल) से सम्मानित किया गया।

यह पुरुस्कार मेक्सिको के राजदूत मेल्बा प्रिआ ने पुणे के एमसीसीआईए भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में पाटिल को प्रदान किया। प्रतिभा पाटिल यह पुरुस्कार पाने वाली भारत की दूसरी राष्टपति बनी।

इससे पहले यह सम्मान राष्ट्रपति एस. राधाकृष्णन को दिया गया था। हालाँकि अलग-अलग श्रेणी की बात करे तो यह सम्मान नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन, प्रसिद्ध कलाकार सतीश गुजराल, उद्योगपति रघुपत सिंघानिया को प्रदान किया गया है।

प्रणब मुखर्जी

प्रणव कुमार मुखर्जी भारत के तेरहवें राष्ट्रपति रह चुके हैं। प्रणब मुखर्जी भारत सरकार में वित्त मंत्री, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री और योजना आयोग के उपाध्यक्ष रह चुके है। 26 जनवरी 2019 को प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ने उन्हें अपना उम्मीदवार घोषित किया। सीधे मुकाबले में उन्होंने अपने प्रतिपक्षी प्रत्याशी पी.ए. संगमा को हराया।

उन्होंने 25 जुलाई 2012 को भारत के तेरहवें राष्ट्रपति के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। प्रणब मुखर्जी ने किताब ‘द कोलिएशन ईयर्स: 1996-2012’ लिखा है।

रामनाथ कोविन्द

रामनाथ कोविन्द वे एक राजनीतिज्ञ हैं। वे 25 जुलाई 2017 को 14वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। 25 जुलाई 2017 को भारतीय उच्चतम न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जे एस खेहर ने उन्हें भारत के राष्ट्रपति के पद की शपथ दिलायी। वे राज्यसभा सदस्य तथा बिहार राज्य के राज्यपाल रह चुके हैं।

द्रौपदी मुर्मू

द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वी राष्ट्रपति है। द्रौपदी मुर्मू का जन्म साल 1958 में एक आदिवासी परिवार में भारत देश के उड़ीसा राज्य के मयूरभंज इलाके में 20 जून को हुआ था।

इनके पिताजी का नाम बिरांची नारायण टुडू है और द्रौपदी मुरमू संताल आदिवासी फैमिली से संबंध रखती हैं। झारखंड राज्य के बनने के पश्चात 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाली द्रोपदी मुर्मू पहली महिला राज्यपाल है। इनके पति का नाम श्याम चरण मुर्मू है।

FAQ

Q: भारत के प्रथम राष्ट्रपति कौन थे?

Ans: डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति एवं महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानी थे। वे भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से थे और उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में प्रमुख भूमिका निभाई। भारतीय संविधान के निर्माण में भी उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

Q: भारत के दूसरे राष्ट्रपति कौन थे?

Ans: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति रहे। वे भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद, महान दार्शनिक और एक आस्थावान हिन्दू विचारक थे।

Q: भारत के तीसरे राष्ट्रपति कौन थे?

Ans डॉ. ज़ाकिर हुसैन स्वतंत्रता सेनानी एवं भारत के तीसरे राष्ट्रपति तथा प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति थे। ज़ाकिर हुसैन केवल 23 वर्ष की अवस्था में ‘जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय’ की स्थापना दल के सदस्य बने।

Q: भारत के चौथे राष्ट्रपति कौन थे?

Ans: वराहगिरि वेंकट गिरि भारत के राजनेता एवं देश के तीसरे उपराष्ट्रपति तथा चौथे राष्ट्रपति थे। पदस्थ राष्ट्रपति ज़ाकिर हुसैन की मृत्यु के बाद वी.वी. गिरि कार्यवाहक राष्ट्रपति बने।

Q: भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति कौन थी?

Ans: प्रतिभा देवीसिंह पाटिल भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति थीं। वह राजस्थान की भी प्रथम महिला राज्यपाल थी।

Q: ऐ. पी. जे. अब्दुल कलाम को और किस नाम से जाना जाता है?

Ans: ऐ. पी. जे. अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन के नाम से जाना जाता हैं।

Q: ऐ. पी. जे. अब्दुल कलाम का पूरा नाम क्या है?

Ans: ऐ. पी. जे. अब्दुल कलाम का पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है।

Q: वर्तमान में पदस्थ भारत के राष्ट्रपति का नाम क्या है?

Ans: वर्तमान में पदस्थ भारत के राष्ट्रपति का नाम द्रौपदी मुरमू है।

निष्कर्ष-

तो दोस्तों आज आपने जाना भारत के सभी राष्ट्रपति की सूची (List of all Presidents of India) जिसमे की हमने आपको 1950 से अभी तक के सभी राष्ट्रपतियों के बारे में लिस्ट में बताया है।

हमने आपको भारत के सभी राष्ट्रपति की सूची और उनका कार्यकाल भी बताया है की वो कब से कब तक राष्ट्रपति के पद में थे। अगर आपको कोई चीज़ समझ में ना आयी हो तो निचे कमेंट बॉक्स में पूँछ सकते हैं।

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