उत्तराखंड के सभी जिलों के नाम (List of Districts in Uttarakhand) 2024

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क्या आप जानते है की उत्तराखंड में कितने जिले हैं? अगर नहीं जानते तो आज हम आपको उत्तराखंड के पूरे जिलों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइये जानते है पूरे विस्तार से पूरा व्लोग देखिये।

क्या आपको पता है की में कितने जिले (Districts in Uttarakhand) हैं? या फिर आपने कभी जानने की कोशिश की, अगर नहीं तो आज हम आपको UK के सभी जिलों के नाम बनाते वाले हैं।

आज हमने ये लिस्ट बनाई है, जिसमे हम आपको उत्तराखंड में सभी जिलों के नाम बताने वाले हैं। ताकि आपको भी पता चल सके की उत्तराखंड में कितने जिले हैं।

किसी भी देश को राज्यों में भाषा और संस्कृति के आधार पर विभाजित किया जाता है जिससे देश में इम्प्रूवमेंट हो सके। इसके बाद प्रत्येक राज्य को जिलों में विभाजित किया जाता है।

उत्तराखंड जो उत्तर भारत का एक राज्य है जिसे उत्तरांचल के नाम से भी जाना जाता है उत्तराखंड छेत्रफल के हिसाब से 19th और आबादी के हिसाब से 21st भारत का सबसे बड़ा राज्य है ।

यह उत्तर में चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र की सीमा बनाती है पूर्व में नेपाल का सुदुरपश्चिम प्रांत; दक्षिण में उत्तर प्रदेश के भारतीय राज्य और पश्चिम और उत्तर-पश्चिम में हिमाचल प्रदेश के सीमाओं लगी हुई है।

आइये अब बात करते है उत्तराखंड के बारे में और उसके बाद जाने की उत्तराखंड में कितने जिले हैं (Districts in Uttarakhand)

Districts in Uttarakhand

उत्तराखंड के बारे में (About Uttarakhand)

स्थापना दिवस09 नवंबर 2000
क्षेत्रफल53,483 Sq km
कुल जिले13
राजधानीदेहारादून (Dehradun)
कुल जनसंख्या (2011)10,086,292
आधिकारिक वेबसाइटuk.gov.in

उत्तराखंड में कितने जिले हैं? (List of Districts in Uttarakhand)

उत्तराखंड में कुल 13 जिले हैं उनके नाम इस प्रकार है:

S No.जिलों के नाम
1अल्मोड़ा
2बागेश्वर
3चमोली
4चम्पावत
5देहरादून
6हरिद्वार
7नैनीताल
8पौड़ी गढ़वाल
9टिहरी गढ़वाल
10उत्तरकाशी
11पिथौरागढ़
12रुद्रप्रयाग
13उधम सिंह नगर

उत्तराखंड का इतिहास (History of Uttarakhand)

उत्तराखंड की स्थापना 09 नवम्बर 2000 में हुई थी। उत्तराखंड जो उत्तर भारत का एक राज्य है जिसकी राजधानी देहारादून है। उत्तराखंड नाम संस्कृत शब्द ‘उत्तरा’ से लिया गया है जिसका अर्थ है उत्तरी, और ‘खंड’ जिसका अर्थ है क्षेत्र।

इस राज्य की सीमाएं उत्तर में तिब्बत और पूर्व में नेपाल से लगी हुई है पश्चिम में हिमाचल प्रदेश और दक्षिण में उत्तर प्रदेश इसकी सीमा से लगे राज्य हैं।

उत्तराखंड का सबसे ज्यादा उल्लेख हमें ऋग्वेद से प्राप्त होता है और इसमें उत्तराखंड को देवभूमि व मनीषियों की पूर्ण भूमि कहा गया है। 

इसके धार्मिक महत्व और राज्य भर में पाए जाने वाले कई हिंदू मंदिरों और तीर्थस्थलों के कारण उत्तराखंड हिमालय, भाबर और तराई क्षेत्रों के प्राकृतिक वातावरण के लिए जाना जाता है

उत्तराखंड 2000 के पहले उत्तर प्रदेश का ही भाग हुआ करता था। इस पहाड़ी इलाके में दिखने के लिए कई सारी जगह है।

यहा पर कई सारे सुन्दर तीर्थ स्थल मिलते हैं और यहापर, ऋषिकेश, आकर्षण, उत्तरकाशी, गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ जैसे प्रसिद्ध और पवित्र तीर्थस्थल हैं।

यह राज्य पश्चिम हिमालय में स्थित है। बहुत साल पहले उत्तरांचल आगरा और अवध के संयुक्त प्रान्त का हिस्सा था और इसका निर्माण सन 1902 में हुआ था।

पुराणों में, उत्तराखंड मध्य भारतीय हिमालय के लिए प्राचीन शब्द था। इसकी चोटियों और घाटियों को स्वर्ग लोक के रूप में जाना जाता था धर्मी लोगों का एक अस्थायी निवास और गंगा का स्रोत। उस समय, वर्तमान उत्तराखंड भी कथित तौर पर ऋषियों और साधुओं द्वारा बसा हुआ था।

यहां पुरातात्विक अवशेष भी हैं जो क्षेत्र में प्रारंभिक वैदिक 1500 BCE प्रथाओं के अस्तित्व को दर्शाते हैं। पौरव, खास, किरात, नंद, मौर्य, कुषाण, कुनिंदा, गुप्त, कर्कोटा, पलास, गुर्जर-प्रतिहार, कत्युरी, रायका, चंद, परमार या पंवार, मल्ल, शाह और अंग्रेजों ने बारी-बारी से उत्तराखंड पर शासन किया।

गढ़वाल और कुमाऊं के पहले प्रमुख राजवंशों में दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में कुनिंदा थे जिन्होंने शैववाद के प्रारंभिक रूप का अभ्यास किया और पश्चिमी तिब्बत के साथ नमक का व्यापार किया।

पश्चिमी गढ़वाल में कालसी के अशोक के शिलालेख से यह स्पष्ट है कि बौद्ध धर्म ने इस क्षेत्र में प्रवेश किया। हिंदू रूढ़िवाद से विचलित होने वाली शमनिक हिंदू प्रथाएं भी यहां बनी रहीं।

हालांकि, गढ़वाल और कुमाऊं को शंकराचार्य की यात्रा और मैदानी इलाकों से प्रवासियों के आने के कारण नाममात्र के वैदिक हिंदू शासन में बहाल किया गया था।

उत्तराखंड राज्य में अधिकतर बोली जाने वाली भाषा हिंदी है जिसको आधिकारिक भाषा का स्थान दिया गया है, इसके अलावा यहाँ पर क्षेत्रीय भाषाओ में गढ़वाली, कुमाउँनी भाषा का अधिकतर बोलीचाली में इस्तेमाल किया जाता है और अन्य भाषाओ में पंजाबी, उर्दू, नेपाली, भोजपुरी, जौनसारी, बंगाली आदि भाषाओ का भी प्रयोग राज्य अंतर्गत किया जाता है।

हिन्दू धर्म के पवित्र तीर्थस्थलों में से (श्री बद्रीनाथ धाम, हर की पौड़ी, हरिद्वार, ऋषिकेश, केदारनाथ धाम, जोशीमठ, देवप्रयाग, उत्तरकाशी ) जैसे तीर्थस्थल हैं।

और इन स्थानों का महत्व हिन्दू धर्म में बहुत ही ऊंचा माना गया हैं। पंचप्रयाग नाम से प्रसिद्ध पाँच अतिपवित्र संगमस्थल विष्णुप्रयाग, नन्दप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग एवं देवप्रयाग भी उत्तराखण्ड में ही हैं।

उत्तराखंड के बारे में रोचक तथ्य (Facts About Uttarakhand)

  • उत्तराखंड भारत का 27वां राज्य है जिसे 2000 से पहले उत्तरांचल के नाम से भी जाना जाता था।
  • उत्तराखंड को हिंदुओं के कई धार्मिक स्थलों जैसे हरिद्वार, ऋषिकेश, गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ आदि के कारण देवभूमि भी कहा जाता है।
  • केदारनाथ मंदिर हिंदू मान्यताओं के अनुसार सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक के रूप में प्रतिष्ठित है।
  • बद्रीनाथ हिंदू तीर्थयात्रा के चार धामों में से एक है। चार धाम के अन्य तीन शेष स्थल पुरी, द्वारका और रामेश्वरम हैं।
  • उत्तराखंड नाम संस्कृत शब्द ‘उत्तरा’ से लिया गया है जिसका अर्थ है उत्तरी, और ‘खंड’ जिसका अर्थ है क्षेत्र। हिंदू धर्म में दो सबसे पवित्र नदियों – गंगा और यमुना का घर है। गंगा का उद्गम पवित्र पर्वत गंगोत्री है, जबकि यमुना का उद्गम पवित्र सरोवर यमुनोत्री है। दोनों नदियां राज्य के अलग-अलग हिस्सों से निकलती हैं।
  • भारत का पहला कृषि विश्वविद्यालय “गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय” जिसने भारत की हरित क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया, 1960 में पंतनगर में स्थापित किया गया था।
  • उत्तराखंड के ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला बहुत प्रसिद्ध है क्योंकि कहा जाता है कि पुल का निर्माण उस स्थान पर किया गया है जहाँ भगवान लक्ष्मण ने जूट की रस्सियों की मदद से गंगा नदी को पार किया था।
  • चमोली में स्थित माणा गांव अंतिम भारतीय गांव है जो चीन-भारतीय अंतरराष्ट्रीय सीमा से सिर्फ 24 किमी दूर है।
  • भारतीय सैन्य अकादमी (जहाँ भारतीय सेना के अधिकारी रंगरूटों को प्रशिक्षित किया जाता है) देहरादून में है।
  • उत्तराखंड अपने घने जंगलों और वन्य जीवन के लिए जाना जाता है। राज्य में वनों और वन्यजीवों की रक्षा करने की समृद्ध परंपरा भी है। चिपको आंदोलन 1990 के दशक में उत्तराखंड, भारत में वनों के संरक्षण के लिए एक आंदोलन था। इसकी शुरुआत चिपको आंदोलन के प्रतिपादक सुंदरलाल बहुगुणा ने की थी
  • उत्तराखंड में लोकसभा की 5 राज्यसभा की 3 और विधानसभा की 70 सीट हैं।

FAQ

Q: उत्तराखंड नाम किस शब्द से आया है?

Ans:- उत्तराखंड नाम संस्कृत शब्द ‘उत्तरा’ से लिया गया है जिसका अर्थ है उत्तरी, और ‘खंड’ जिसका अर्थ है क्षेत्र।

Q: उत्तराखंड का गठन कब हुआ था?

Ans:- उत्तराखंड राज का गठन 09 नवम्बर 2000 में हुआ था।

Q: उत्तराखंड राज्य की राजधानी कहाँ स्थित है

Ans:- उत्तराखंड की राजधानी देहारादून है।

निष्कर्ष-

तो इस तरह से आज आपने जाना की उत्तराखंड में कितने जिले हैं (Districts in Uttarakhand) साथ ही आज आपको उत्तराखंड के बारे में और भी कई बाते पता चली होगी।

आज हमने आपको उत्तराखंड में कितने जिले हैं (Districts in Uttarakhand) इसके साथ-साथ और भी बहुत सारी बाते बताई है।

अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी हो, और कुछ अच्छा सीखने को मिला हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।

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