अरुणाचल प्रदेश में कितने जिले हैं, अरुणाचल प्रदेश में कितने जिले हैं उनके नाम, अरुणाचल प्रदेश के सभी जिलों के नाम हिंदी में (how many districts in Arunachal Pradesh, district name list in hindi, Districts in Arunachal Pradesh 2024 List)
क्या आप जानते है की अरुणाचल प्रदेश में कितने जिले हैं? अगर नहीं जानते तो आज हम आपको अरुणाचल प्रदेश के पूरे जिलों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइये जानते है पूरे विस्तार से पूरा व्लोग देखिये।
क्या आपको पता है की अरुणाचल प्रदेश में कितने जिले (Districts in Arunachal Pradesh ) हैं? या फिर आपने कभी जानने की कोशिश की, अगर नहीं तो आज हम आपको अरुणाचल प्रदेश के सभी जिलों के नाम बनाते वाले हैं।
आज हमने ये लिस्ट बनाई है, जिसमे हम आपको अरुणाचल प्रदेश में सभी जिलों के नाम बताने वाले हैं। ताकि आपको भी पता चल सके की अरुणाचल प्रदेश में कितने जिले हैं।
किसी भी देश को राज्यों में भाषा और संस्कृति के आधार पर विभाजित किया जाता है जिससे देश में इम्प्रूवमेंट हो सके। इसके बाद प्रत्येक राज्य को जिलों में विभाजित किया जाता हैं।
अरुणाचल प्रदेश भारत का एक उत्तर पूर्वी राज्य है। जिसकी राजधानी शहर ईटानगर है। अरुणाचल का अर्थ हिन्दी में “उगते सूरज की भूमि, अरुणाचल प्रदेश क्षेत्रफल के हिसाब से पूर्वोत्तर भारत के सेवन सिस्टर स्टेट्स में सबसे बड़ा है।
यह दक्षिण में असम और नागालैंड राज्यों की सीमा बनाती है। यह पश्चिम में भूटान, पूर्व में म्यांमार और उत्तर में मैकमोहन रेखा पर चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के साथ 1,129 किमी की विवादित सीमा साझा करता है।
आइये अब बात करते है अरुणाचल के बारे में और उसके बाद जाने की अरुणाचल में कितने जिले हैं।
Table of Contents
अरुणाचल प्रदेश के बारे में (About Arunachal Pradesh)
स्थापना दिवस | 20 फरवरी 1987 |
क्षेत्रफल | 83,743 Sq km |
कुल जिले | 25 |
राजधानी | ईटानगर (Itanagar) |
कुल जनसंख्या (2011) | 1,382,611 |
आधिकारिक वेबसाइट | arunachalpradesh.gov.in |
अरुणाचल प्रदेश में कितने जिले हैं? (List of Districts in Arunachal Pradesh)
अरुणाचल प्रदेश में कुल 25 जिले हैं उनके नाम इस प्रकार है: (Districts in Arunachal Pradesh)
S No. | जिलों के नाम |
1 | अंजाव |
2 | चांगलांग |
3 | पूर्वी कामेंग |
4 | पूर्वी सियांग |
5 | कमले |
6 | क्रा दादी |
7 | कुरुंग कुमेयू |
8 | लेपा राडा |
9 | लोहित |
10 | लॉन्गडिंग |
11 | निचली दिबांग घाटी |
12 | निचला सियांग |
13 | निचला सुबनसिरी |
14 | नामसाई |
15 | पक्के-केसांग |
16 | पापुम पारे |
17 | शी योमी |
18 | सियांग |
19 | तवांग |
20 | तिरप |
21 | ऊपरी दिबांग घाटी |
22 | अपर सियांग |
23 | अपर सुबनसिरी |
24 | पश्चिम कामेंग |
25 | पश्चिम सियांग |
अरुणाचल प्रदेश के बारे में (About Arunachal Pradesh)
अरुणाचल प्रदेश की स्थापना 20 फरवरी 1987 में हुई थी। अरुणाचल, भारत का राज्य है, जिसकी राजधानी ईटानगर है।यह दक्षिण में असम और नागालैंड राज्यों की सीमा बनाती है। यह पश्चिम में भूटान, पूर्व में म्यांमार और उत्तर में मैकमोहन रेखा पर चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के साथ 1,129 किमी की विवादित सीमा साझा करता है।
अरुणाचल के क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों का इतिहास ग्यारह हजार साल पुराना है। अरुणाचल प्रदेश का आधुनिक इतिहास आज से लगभग 150 साल पुराना है जब अरुणाचल प्रदेश असम राज्य का हिस्सा था।
1912-13 में ब्रिटिश सरकार ने पूर्वोत्तर भारत के लोगों के साथ पश्चिम में बालीपारा सीमांत पथ, पूर्व में सादिया सीमांत पथ, और अबोर, मिशमी पहाड़ियों और तिरप सीमांत पथ की स्थापना के लिए समझौता किया। वे इलाके मिलकर नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी बन गए जिसे अब अरुणाचल प्रदेश राज्य के नाम से जाना जाता है।
सन 1962 से पहले इस राज्य को पूर्वात्तर सीमांत एजेंसी (नार्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी- नेफा) के नाम से जाना जाता था। उस समय तक यह राज्य संवैधानिक रूप से असम राज्य का एक हिस्सा ही था।
लेकिन इसके बाद से ही अरुणाचल प्रदेश को एक अलग राज्य बनाये जाने के भरपूर प्रयास किये गये आखिरकार 1972 में अरुणाचल प्रदेश को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में स्थापित किया जिसका नाम बदलकर अरुणाचल प्रदेश कर दिया गया।
कुछ बर्षों के बाद 20 फरवरी 1987 को अरुणाचल प्रदेश को भारतीय संघ के 24 वे राज्य के रूप में स्थापित कर दिया गया था।
अरुणाचल प्रदेश की संस्कृति, वेशभूषा धर्म, सामाजिक दशाए तथा भाषाएँ तिब्बत, बर्मी व पूर्वी क्षेत्र में रहने वाली खामित जैसी जनजातियों से प्रभावित है। राज्य के लोक नृत्यों में वान्को नृत्य, मिश्मी (शास्त्रीय) नृत्य, डीगारू मिश्मी (बगैया) नृत्य, खाम्प्टी नृत्य, का फिफाई नृत्य (ड्रामा) तथा पोनुन्ग नृत्य (अदिस) बहुत प्रसिद्ध है।
अरुणाचल प्रदेश राज्य के अधिकतर निवासी स्वदेशी धर्म और अपने स्वयं के विशिष्ट पारंपरिक संस्थानों का पालन करते हैं, जो प्रकृति के प्रति अत्यधिक झुकाव रखते हैं।
अरुणाचल प्रदेश की लगभग 30% आबादी ईसाई हैं। तिब्बती बौद्ध धर्म तवांग, पश्चिम कामेंग जिलों और तिब्बत से सटे अलग-अलग क्षेत्रों में प्रमुख है।
अरुणाचल प्रदेश के पारंपरिक परिधानों में शॉल, रैप और स्कर्ट शामिल हैं। पुरुषों के लिए आंध्र प्रदेश की पारंपरिक पोशाक धोती और कुर्ता है।
वे लुंगी और शर्ट भी पहनते हैं। 14वीं शताब्दी से पहले आंध्र प्रदेश की पारंपरिक पोशाक महिलाओं के लिए धोती थी। बाद में, साड़ी और लंगा वोनी जैसे अन्य पारंपरिक कपड़े चलन में आए।
अरुणाचल एक ऐसा राज्य है जहां हर समय कोई न कोई त्योहार होता है। सबसे प्रसिद्ध जीरो म्यूज़िक फेस्टिवल हैं जो नॉर्थ ईस्ट की संगीत प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए सितंबर में आयोजित किए जाते हैं।
सोलुंग, एक कृषि त्यौहार जो मानसून के मौसम (जुलाई / अगस्त) के दौरान आयोजित किया जाता है, न्याकि जनजाति का न्योकुम त्यौहार, द्री त्यौहार, बौरी बूट, खान, गोमकुम गोम्पा, तमालु, मोपिन और अरान कुछ अन्य सांस्कृतिक त्यौहार हैं, जो अरुणाचल प्रदेश में बहुत उत्साह के साथ मनाये जाते हैं।
राज्य में कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैैं। अरुणाचल प्रदेश के मुख्य पर्यटन स्थलों में अलोंग, आकाशगंगा, ईटानगर, खोंसा, टीपी, तवांग, तेजू, दापोरिजो, दिरांग, नामदफा, परशुराम कुंड, पासीघाट, बोमडिला, भीष्मकनगर, मालिनीथान, मियाओ, रोइंग और लीकाबाली शामिल हैं।
तवांग मठ भारत का सबसे बड़ा बौद्ध मठ है और ल्हासा के पोताला महल के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा मठ है। राज्य में चार राष्ट्रीय उद्यान और सात वन्यजीव अभ्यारण्य हैं जो कि पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र हैं।
अरुणाचल प्रदेश राज्य में प्रत्येक जाति का अपना अलग-2 खानपान है। इस राज्य में मसालों का प्रयोग बहुत कम मात्र में किया जाता है होता है।
इस प्रदेश का मनपसंद भोजन पत्तों में लिपटे उबले हुए चावल (भात) नाश्ते के रूप खाया जाता है, यहाँ की मोनपा जनजाति द्वारा थुपका नूडल सूप भी पसंद किया जाता है। यहाँ के प्रमुख व्यंजनो में थुपका, पंच फौरन तरकारी, मीसा माच पुरा , दल और अंडे, कोट पीथा आदि भी शामिल है।
अरुणाचल प्रदेश के बारे में रोचक तथ्य (Facts About Arunachal Pradesh)
- अरुणाचल प्रदेश को भारत के उगते सूरज की भूमि का प्यारा डोंग विलेज कहा जाता है। यहाँ भारत में सबसे पहले सूर्य का प्रकाश प्राप्त करने वाला स्थान है।
- यह पूर्वोत्तर भारत के सात बहन राज्यों में सबसे बड़ा है, जो 83,743 किमी में फैला हुआ है।
- अरुणाचल सेब, कीवी, संतरे और अनानास के प्रमुख उत्पादकों में से एक है।
- राज्य को 1972 में केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया था, अंत में 1987 में एक पूर्ण राज्य बन गया।
- अरुणाचल प्रदेश भौगोलिक रूप से पाँच नदी घाटियों में विभाजित है – कामेंग, सुबनसिरी, सियांग, लोहित और तिरप।
- अरुणाचल प्रदेश में स्तनधारियों और पक्षियों की विविधता भारत में सबसे अधिक है। राज्य में पक्षियों की लगभग 750 और स्तनधारियों की 200 से अधिक प्रजातियां हैं।
- अरुणाचल प्रदेश में पर एक खूबसूरत बौद्ध मन्दिर है। बौद्ध गुरू दलाई लामा भी इसकी यात्रा कर चुके हैं। इस मन्दिर की छत पीली है और इस मन्दिर का निर्माण तिब्बती शैली में किया गया है।
FAQ
Q: अरुणाचल प्रदेश की राजधानी क्या है?
Ans:- अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर है।
Q: अरुणाचल प्रदेश का गठन कब हुआ था?
Ans:- अरुणाचल प्रदेश का गठन 20 फरवरी 1987 में हुआ था।
Q: अरुणाचल प्रदेश का क्षेत्रफल कितना है?
Ans:- अरुणाचल प्रदेश का क्षेत्रफल 83,743 वर्ग किलोमीटर है।
निष्कर्ष-
तो इस तरह से आज आपने जाना की अरुणाचल प्रदेश में कितने जिले हैं (Districts in Arunachal Pradesh) साथ ही आज आपको अरुणाचल प्रदेश के बारे में और भी कई बाते पता चली होगी।
आज हमने आपको अरुणाचल प्रदेश में कितने जिले हैं (Districts in Arunachal Pradesh) इसके साथ-साथ और भी बहुत सारी बाते बताई है। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी हो, और कुछ अच्छा सीखने को मिला हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।
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