आर्मी में सबसे बड़ा पद किसका होता है? जाने सभी पदों के बारे में।

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जय हिन्द दोस्तों, दोस्तों आज हम आपको आर्मी में सबसे बड़ा पद किसका होता है के बारे में जानकारी बताने जा रहे हैं, आज के लेख में हम आपको बताएंगे की आर्मी में सबसे बड़ा पद किसका होता है?

भारतीय सेना हमारे देश की सबसे बड़ी और सम्माननीय सेना है। यह सदैव राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर खड़ी रहती है और आपातकालीन स्थितियों के लिए सदैव तैयार रहती है।

हमारे देश में तीन प्रकार की सेनाएं हैं – थल सेना, नौसेना और वायुसेना। इन तीनों सेनाओं का संयुक्त प्रयास है कि देश को सभी दिशाओं से सुरक्षित रखा जाए।

भारतीय थल सेना के सुप्रीम कमांडर राष्ट्रपति होते हैं और इसमें 14 लाख से अधिक सैनिक हैं। इसका मुख्य उद्देश्य है देश को बाहरी खतरों से बचाना, सीमाओं पर शांति बनाए रखना और प्राकृतिक आपदाओं के समय नागरिकों की सुरक्षा करना।

सभी भारतीय सेनाओं में उनके सभी सैनिकों के लिए अलग-अलग रैंक और पद होते हैं जो उन्हें अन्य सिपाहियों से अलग बनाते हैं।

इस तरह, रैंकों के आधार पर अधिकार भी प्रदान किए जाते हैं, जिससे उन्हें आपातकालीन स्थिति में उस अधिकार का उपयोग करके आदेश देने की क्षमता होती है।

इंडियन आर्मी के अधिकारी रैंक के माध्यम से आप सेना में विभिन्न अधिकारियों का वर्गीकृत क्रम जान सकते हैं। आपको इस लेख में हम आर्मी में सबसे बड़ा पद किसका होता है के बारे में समस्त जानकारी देने वाले हैं।

इसके साथ ही आपको हम इंडियन आर्मी में सबसे बड़ा पद किसका होता है से जुड़ी अन्य कई महत्वपूर्ण जानकारी भी इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं,

जिससे की आपको इंडियन आर्मी में सबसे बड़ा पद किसका होता है से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त हो सके। तो दोस्तों इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ियेगा।

आर्मी में सबसे बड़ा पद

आर्मी में सबसे बड़ा पद किसका होता है?

राष्ट्रपति सेना का प्रथम सेनापति होता है। वहीं, थलसेनाध्यक्ष के हाथ में सेना की कमान होती है। भारतीय सेना में सर्वोच्च रैंक या पद फील्ड मार्शल है। जो कि एक पांच सितारा अधिकारी होता है।

आपको बता दें की भारत में अब तक केवल दो व्यक्तियों को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया है, जिसमें सैम मानेकशॉ और के.एम करिअप्पा का नाम शामिल है।

भारतीय सेना में सबसे छोटी रैंक या छोटा पद सिपाही का होता है। ज्यादातर लोगों को भारतीय सेना में सबसे बड़ा पद जनरल का मानना हो सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है।

भारतीय सेना में कितनी और कौन सी रैंक होती हैं? (Indian Army Ranks)

रैंकपद
1फील्ड मार्शल
2जनरल
3लेफ्टिनेंट जनरल
4मेजर जनरल
5ब्रिगेडियर
6कर्नल
7लेफ्टिनेंट कर्नल
8मेजर
9कैप्टन
10लेफ्टिनेंट
11सूबेदार मेजर
12सूबेदार
13नायब सूबेदार
14हवलदार
15नायक
16लांस नायक
17सिपाही

भारतीय सशस्‍त्र सेनाएं (Indian Armed Forces)

भारत सरकार भारत की तथा इसके प्रत्‍येक भाग की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तरदायी है। भारतीय शस्‍त्र सेनाओं की सर्वोच्‍च कमान भारत के राष्‍ट्रपति के पास है।

इसके निर्वहन रक्षा मंत्रालय से किया जाता है, जो सशस्‍त्र बलों को देश की रक्षा के संदर्भ में उनके दायित्‍व के निर्वहन के लिए नीतिगत रूपरेखा और जानकारियां प्रदान करता है।

भारतीय शस्‍त्र सेना में तीन प्रभाग हैं:

  • भारतीय थल सेना
  • भारतीय नौ सेना
  • भारतीय वायु सेना

भारतीय थल सेना (Indian Army)

भारतीय उपमहाद्वीप में सेना की ताकत और राज्यों के शासन के नियंत्रण की तलाश में अनेक साम्राज्यों का आसंजक जमाव देखा गया।

जैसे-जैसे समय बढ़ता गया, सामाजिक मानकों को एक झण्डे तले कार्य स्थल, लोकाचार, अधिकार और लाभों की प्रणाली तथा सेवाएं प्राप्त होने लगी।

जैसा कि हम जानते हैं, भारतीय सेना ब्रिटिश उपनिवेशवाद से स्‍वतंत्रता पाने के बाद देश में प्रचालनरत हुई। भारतीय थल सेना का मुख्‍यालय नई दिल्‍ली में स्थित है

और यह चीफ ऑफ आर्मी स्‍टाफ (सीओएएस), जो समग्र रूप से सेना की कमान, नियंत्रण और प्रशासन के लिए उत्तरदायी है।

सेना को 6 प्रचालनरत कमांडों (क्षेत्र की सेनाएं) और एक प्रशिक्षण कमांड में बांटा गया है, जो एक लेफ्टिनेंट जनरल के नियंत्रण में होती है,

जो वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्‍टाफ (वीसीओएएस) के समकक्ष होते हैं और नई दिल्‍ली में सेना मुख्‍यालय के नियंत्रण में कार्य करते हैं।

भारतीय नौ सेना (Indian Navy)

आधुनिक भारतीय नौ सेना की नीव 17वीं शताब्‍दी में रखी गई थी, जब ईस्‍ट इंडिया कंपनी ने एक समुद्री सेना के रूप में ईस्‍ट इंडिया कंपनी की स्‍थापना की और इस प्रकार 1934 में रॉयल इंडियन नेवी की स्‍थापना हुई।

भारतीय नौ सेना का मुख्‍यालय नई दिल्‍ली में स्थित है और यह मुख्‍य नौ सेना अधिकारी – एक एड्मिरल के नियंत्रण में होता है।

भारतीय नौ सेना 3 क्षेत्रों की कमांडों के तहत तैनात की गई है, जिसमें से प्रत्‍येक का नियंत्रण एक फ्लैग अधिकारी द्वारा किया जाता है।

पश्चिमी नौ सेना कमांड का मुख्‍यालय अरब सागर में मुम्‍बई में स्थित है; दक्षिणी नौ सेना कमांड केरल के कोच्चि (कोचीन) में है,

तथा यह भी अरब सागर में स्थित है; पूर्वी नौ सेना कमांड बंगाल की खाड़ी में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्नम में है।

भारतीय वायु सेना (Indian Air Force)

भारतीय वायु सेना की स्‍थापना 8 अक्‍तूबर 1932 को की गई और 1 अप्रैल 1954 को एयर मार्शल सुब्रोतो मुखर्जी, भारतीय नौ सेना के एक संस्‍थापक सदस्‍य ने प्रथम भारतीय वायु सेना प्रमुख का कार्यभार संभाला।

समय बितने के साथ भारतीय वायु सेना ने अपने हवाई जहाजों और उपकरणों में अत्‍यधिक उन्‍नयन किए हैं और इस प्रक्रिया के भाग के रूप में इसमें 20 नए प्रकार के हवाई जहाज शामिल किए हैं।

20वीं शताब्‍दी के अंतिम दशक में भारतीय वायु सेना में महिलाओं को शामिल करने की पहल के लिए संरचना में असाधारण बदलाव किए गए,

जिन्‍हें अल्‍प सेवा कालीन कमीशन हेतु लिया गया यह ऐसा समय था जब वायु सेना ने अब तक के कुछ अधिक जोखिम पूर्ण कार्य हाथ में लिए हुए थे।

FAQ

Q: आर्मी में सबसे बड़ा पद किसका होता है?

Ans: आर्मी में सबसे बड़ा पद फील्ड मार्शल का है।

Q: आर्मी का पूरा नाम क्या है?

Ans: अलर्ट रेगुलर मोबिलिटी यंग (Alert Regular Mobility Young)

Q: Indian Army में कुल कितनी रैंक होती है?

Ans: इंडियन आर्मी में कुल 17 रैंक होती है जो उनके पदों को दर्शाता है।

निष्कर्ष-

इस तरह से अब आपको पता चल गया होगा की, आर्मी में सबसे बड़ा पद किसका होता है? इसके अलावा और भी कई चीज़ें आज आपको आर्मी के बारे में पता चली होगी।

अगर आपको कोई चीज़ जो आज हमने बताई वो समझ में न आई हो, तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। और अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। जय हिन्द!

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