5G और 4G में क्या अंतर है? (5G vs 4G Difference in Hindi)

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क्या पको पता है की 5G और 4G में क्या अंतर है। आज हम आपको 4G और 5G नेटवर्क में क्या अंतर है इसके बारे में बहौत सारी जानकारी देने वाले हैं।

5G के आने से बहौत सारे फायदे होंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने भारत में 1 अक्टूबर 2022 को 5G लांच किआ है। लेकिन ये कैसे होगा 4G से बेहतर आइये आज आपको इसके बारे में बताते हैं।

सायद हममे से बहौत से लोग ऐसे हैं जिनको लगता है की 4G और 5G में ज्यादा अंतर नहीं होगा। लेकिन आपको बता दें की 5g और 4g में बहौत सारे अंतर हैं।

पहले तो सिर्फ बड़े–बड़े शहरों में ही अच्छी इंटरनेट सेवा उपलब्ध हुआ करती थी लेकिन आज के समय में बड़े छोटे शहरों यहाँ तक की भारत के हर बड़े से छोटे गांव में सभी जगह बराबर की इंटरनेट सेवा उपलब्ध है।

आइये आगे आपको बताते हैं की 5G और 4G में क्या अंतर है 5G कैसे 4G से बेहतर है। आज आपको इसके बारे में सब कुछ अच्छे से पता चल जायेगा।

5G और 4G में अंतर

5G और 4G में अंतर (Difference Between 5G and 4G)

5G4G
इंटरनेट स्पीड 10000 MBPS इंटरनेट स्पीड 100 MBPS
1 GBPS बैंडविड्थ स्पीड 200 MBPS बैंडविड्थ स्पीड
5G एक किलोमीटर के एरिया में 10 लाख डिवाइस कोंनेंट कर सकता है।4G एक किलोमीटर के एरिया में 4 हज़ार डिवाइस कोंनेंट कर सकता है।
5G नेटवर्क में लेटेंसी 1 मिल्लीसेकण्ड्स की है।4G नेटवर्क में लेटेंसी 50 मिल्लीसेकण्ड्स है।
2 GB की मूवी 10 से 20 सेकेंड में डाउनलोड।2 GB की मूवी 5 से 6 मिनट्स में डाउनलोड।
कम बिजली की खपत। ज्यादा बिजली की खपत।
5G के साथ उच्च रिज़ॉल्यूशन वीडियो स्ट्रीमिंग, वाहनों के रिमोट कंट्रोल, रोबोट और चिकित्सा प्रक्रियाओं के लिए उपयोग किया जा सकता है।4G का उपयोग उच्च गति अनुप्रयोगों, मोबाइल टीवी और पहनने योग्य उपकरणों के लिए किया जा सकता है।

स्पीड के मामले में 5G नेटवर्क 4G की तुलना में काफी फास्ट है। इस कारण बड़ी डेटा फ़ाइलों को डाउनलोड या अपलोड करना आसान है। लेकिन 5जी नेटवर्क अभी हर जगह उपलब्ध नहीं है जितना 4जी फैला हुआ है।

इस कारण 5G इन्फ्रास्ट्रक्चर को हर जगह स्थापित करने के लिए पहले एक लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा। इस कारण हम यह नहीं कह सकते है कि 5जी बेहतर या 4जी क्योंकि 4जी का इन्फ्रास्ट्रक्चर दुनिया भर में फैला हुआ है और 5जी अभी शुरुआती स्तर पर ही है।

आपने 5G और 4G में अंतर ऊपर जाना आइये अब अब आपको 5G के बारे में और भी बाते बताते हैं। 5G टेक्नोलॉजी भारत में मोबाइल यूजर्स को बेहतर कवरेज, हाय डाटा रेट, तेजी और बेहतर कम्युनिकेशन देने के लिए लाई गई है।

5G कैसे काम करता है? (How does 5G work)

5G तकनीक पूरे नेटवर्क आर्किटेक्चर में प्रगति पेश करेगी। 5G न्यू रेडियो, अधिक सक्षम 5G वायरलेस एयर इंटरफेस के लिए वैश्विक मानक, 4G में उपयोग नहीं किए गए स्पेक्ट्रम को कवर करेगा।

नए एंटेना में बड़े पैमाने पर मल्टीपल इनपुट, मल्टीपल आउटपुट (MIMO) के रूप में जानी जाने वाली तकनीक शामिल होगी, जो एक ही समय में कई ट्रांसमीटर और रिसीवर को अधिक डेटा ट्रांसफर करने में सक्षम बनाती है।

लेकिन 5G तकनीक नए रेडियो स्पेक्ट्रम तक सीमित नहीं है। यह लाइसेंस प्राप्त और बिना लाइसेंस वाली वायरलेस प्रौद्योगिकियों के संयोजन के एक अभिसरण, विषम नेटवर्क का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

यह उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध बैंडविड्थ जोड़ देगा। 5G आर्किटेक्चर सॉफ्टवेयर-डिफाइंड प्लेटफॉर्म होंगे, जिसमें नेटवर्किंग फंक्शनलिटी को हार्डवेयर के बजाय सॉफ्टवेयर के जरिए मैनेज किया जाता है।

वर्चुअलाइजेशन, क्लाउड-आधारित तकनीकों और आईटी और बिजनेस प्रोसेस ऑटोमेशन में प्रगति 5G आर्किटेक्चर को चुस्त और लचीला बनाने और किसी भी समय, कहीं भी उपयोगकर्ता पहुंच प्रदान करने में सक्षम बनाती है।

5G नेटवर्क सॉफ्टवेयर-परिभाषित सबनेटवर्क निर्माण कर सकते हैं जिन्हें नेटवर्क स्लाइस के रूप में जाना जाता है।

ये स्लाइस नेटवर्क प्रशासकों को उपयोगकर्ताओं और उपकरणों के आधार पर नेटवर्क कार्यक्षमता को निर्धारित करने में सक्षम बनाती हैं।

5G मशीन-लर्निंग (ML)-सक्षम ऑटोमेशन के माध्यम से डिजिटल अनुभवों को भी बढ़ाता है। एक सेकंड के अंशों के भीतर प्रतिक्रिया समय की मांग (जैसे कि सेल्फ-ड्राइविंग कारों के लिए) के लिए मशीन-लर्निंग के साथ ऑटोमेशन को सूचीबद्ध करने के लिए 5G नेटवर्क की आवश्यकता होती है।

5G नेटवर्क से क्या फायदा होगा?

4G के मुकाबले 5G में यूजर को ज्यादा तकनीकी सहूलियतें मिलेंगी। 4G में इंटरनेट की डाउनलोड स्पीड 150 मेगाबाइट्स प्रति सेकंड तक सीमित है। 5G में यह 10 जीबी प्रति सेकंड तक जा सकती हैं।

यूजर्स सिर्फ कुछ सेकंड्स में ही भारी से भारी फाइल डाउनलोड कर सकेंगे। 5G में अपलोड स्पीड भी एक जीबी प्रति सेकंड तक होगी, जो कि 4G नेटवर्क में सिर्फ 50 एमबीपीएस तक ही है।

दूसरी तरफ 4G के मुकाबले 5G नेटवर्क का दायरा ज्यादा होने की वजह से यह बिना स्पीड कम हुए भी कई और डिवाइसेज के साथ जुड़ सकेगा।

5G इंटरनेट सेवा के शुरू होने से भारत में काफी कुछ बदलने वाला है। इससे न सिर्फ लोगों का काम आसान होगा, बल्कि एंटरटेनमेंट और कम्युनिकेशन सेक्टर में भी काफी कुछ बदल जाएगा।

5G के लिए काम कर रही कंपनी एरिक्सन का मानना है कि 5 साल में भारत में 50 करोड़ से ज्यादा 5G इंटरनेट यूजर की संख्या होने वाली है।

5G 4G से कितना तेज है? (How fast is 5G than 4G in Hindi)

सैद्धांतिक रूप से बात करें तो 5जी की स्पीड 4G काफी तेज बताई जाती है, लेकिन असल दुनिया में ये आंकड़ा काफी कम हो जाता है। इंटरनेट की पीक स्पीड हकीकत में कई दूसरी चीजों पर भी निर्भर करती है।

जैसे की 5G नेटवर्क की कवरेज कितनी है, उससे कितने डिवाइस कनेक्टेड हैं। 5जी की अधिकतम डाउनलोड स्पीड 1Gbps से लेकर 10Gbps तक होती है।

इसी के आधार पर लेटेंसी रेट तय होता है, जबकि औसत स्पीड यूजर्स को 50Mbps मिलेगी।

5G अधिक तत्काल प्रतिक्रिया के लिए बहुत कम विलंबता भी प्रदान कर सकता है और समग्र रूप से अधिक समान उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान कर सकता है ताकि डेटा दरें लगातार उच्च बनी रहें- तब भी जब उपयोगकर्ता इधर-उधर हो रहे हों।

FAQ

Q: 4G के मुकाबले 5G की स्पीड कितनी होगी?

Ans: 4G के मुकाबले 5G की अधिकतम इंटरनेट स्पीड 10 गीगाबाइट प्रति सेकेंड (GBPS) होने का अनुमान लगाया गया है। 5जी में सिर्फ 10 सेकेंड में ही पूरी फिल्म या वीडियो डाउनलोड हो जाएगी। 4G के मुकाबले बात करें तो यह इससे काफी ज्यादा तेज होने वाला है।

Q: क्या 5G के आने से 4G बंद होजाएगा?

Ans: जी नहीं, ऐसा बिलकुल नहीं होगा। अभी फिरहाल के लिए 4G आने वाले कई सालों तक रहने वाला है। जैसा 4G आने के बाद हमने 3G के साथ देखा था। मोबाइल सेवा ऑपरेटर अभी 3 जी सेवाएं प्रदान करते हैं। तो 5G का मतलब 4G का अंत नहीं होगा।

निष्कर्ष-

इस तरह से आज आपने जाना की 5G और 4G में क्या अंतर है। 4G और 5G में अंतर के बारे में आपको जानकर कैसा लगा।

अगर आपको भी इसके बारे में और कोई जानकारी हो तो हमारे साथ शेयर करें। 5G और 4G के बारे में जानकारी अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।

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