भगवान श्री कृष्ण के 108 नाम | 108 Names of Lord Krishna PDF Download

108 Names of Krishna in Hindi, Krishna ji ke naam, Lord Krishna 108 Names in Hindi, Bhagwan Krishna ke 108 naam Hindi Mein, श्री कृष्ण के 108 नाम हिंदी में,

जय श्री कृष्णा दोस्तों, कृष्ण जन्माष्टमी, जिसे गोकुलाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है, भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाने वाला एक हिंदू त्योहार है। शास्त्र के अनुसार इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने पृथ्वी पर माता देवकी के गर्भ से जन्म लिया था।

श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के 8वें अवतार हैं। इन्हें कन्हैया, श्याम, गोपाल, केशव, द्वारकेश या द्वारकाधीश, वासुदेव आदि नामों से भी जाना जाता है। श्रीकृष्ण का जन्म द्वापरयुग में हुआ था। कृष्ण वासुदेव और देवकी की 8वीं संतान थे।

इनका जन्म मथुरा के कारावास में हुआ था। लेकिन इनका लालन पालन गोकुल में यशोदा और नन्द द्वारा किया गया था। महाभारत के युद्ध में श्रीकृष्ण ने अर्जुन के सारथी की भूमिका निभाई थी और उन्हें भगवद्गीता का ज्ञान दिया था।

यह उनके जीवन की सबसे सर्वश्रेष्ठ रचना मानी जाती है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह श्रावण के महीने में पड़ता है। इस बार 2024 में कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार 26 अगस्त को मनाया जाएगा।

कृष्ण जन्माष्टमी का त्यौहार पूरे भारत के साथ साथ पूरे विश्व में भी हिन्दुओं द्वारा धूमधाम से मनाया जाता है। उत्सव के दौरान, ‘कृष्ण लीला’ में भगवान कृष्ण के जीवन के नाटक-नृत्य प्रस्तुत किए जाते हैं।

इसके बाद भक्ति गीतों के गायन, उपवास और अगले दिन एक त्यौहार के साथ पूरी रात जागरण के साथ मटकी फोड़ का कार्यक्रम भी होता है, जहां विशेष रूप से बनाई गई मिठाइयां और व्यंजन वितरित किए जाते हैं और सभी इसका आनंद लेते हैं।

सौभाग्य, ऐश्वर्य, यश, कीर्ति, पराक्रम और अपार वैभव के लिए भगवान श्रीकृष्ण के नामों का जाप किया जाता है। भगवान उसके सभी कष्‍टों को हर लेते हैं। भगवान कृष्ण के कई नाम हैं। उनके भक्‍त उनके इन इन नामों का जप करते हैं।

प्रेम से उन्‍हें कन्हैया, गोविंद, गोपाल, नंदलाल बोलते हैं, पर जन्‍माष्‍टमी पर उनके 108 नामों (108 Names of Krishna) के जप का महत्‍व बताया गया है। जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है।

108 Names of Lord Krishna

ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भगवान श्री कृष्ण के 108 नामों (108 Names of Krishna) का जाप करने से भगवान श्री कृष्ण बहुत प्रसन्न होते हैं।

यदि आप जन्माष्टमी का व्रत (Krishna Janmashtami) रखने की सोच रहे हैं या रखते हैं, तो यह लेख आपको जरूर पढ़ना चाहिए। यहां भगवान श्री कृष्ण के 108 नाम (108 Names of Krishna) बताए गए हैं।

भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम (108 Names of Krishna in Hindi)

क्रमांकश्रीकृष्ण के नामनाम का अर्थ
1अजयाजो जीवन और मृत्यु के विजेता है।
2आदिदेवजो देवताओं के स्वामी है।
3अचलाभगवान।
4अद्भुतहअद्भुत ईश्वर।
5अच्युतअचूक प्रभु या वह जिसने कभी भूल न की हो।
6अदित्याजो देवी अदिति के पुत्र है।
7अक्षरावह जो अविनाशी है।
8अजन्मावह ईश्वर जिनकी शक्ति असीम और अनंत हो।
9अव्युक्तामाणभ की तरह स्पष्ट देव।
10अनंताअंतहीन देव।
11अमृतअमृत जैसा स्वरूप वाले भगवान।
12आनंद सागरसब पर कृपा करने वाले भगवान।
13अनादिहजो सर्वप्रथम है।
14अपराजितवह प्रभु जिन्हें हराया न जा सके।
15अनयावह जिनका कोई स्वामी ही न हो।
16अनिरुद्धावह भगवान जिनका अवरोध न किया जा सके।
17अनंतजीतहमेशा विजयी होने वाले प्रभु।
18बलिजो सर्वशक्तिमान है।
19बाल गोपालभगवान कृष्ण का बाल रूप।
20दानवेंद्रोवरदान देने वाले भगवान।
21चतुर्भुजवह जिनकी चार भुजाऐ है।
22दयानिधिसब पर दया करने वाले प्रभु।
23दयालुजो करुणा के सागर है।
24देवेशईश्वरों के भी ईश्वर।
25देवाधिदेववह जो देवों के देव है।
26देवकीनंदनजो देवकी के लाल (पुत्र) है।
27गोविंदागाय, प्रकृति, भूमि को चाहने वाले भगवान।
28धर्माध्यक्षवह जो धर्म के स्वामी।
29द्वारकाधीशवह जो द्वारका के अधिपति है।
30गोपालग्वालों के साथ खेलने वाले भगवान।
31गोपालप्रियाजो प्रभु ग्वालों के प्रिय है।
32हरिवह ईश्वर जो प्रकृति के देवता है।
33ज्ञानेश्वरवह ईश्वर जो ज्ञान के भगवान है।
34ऋषिकेशवह प्रभु जो सभी इन्द्रियों के दाता है।
35हिरण्यगर्भावह जो सबसे शक्तिशाली प्रजापति है।
36जगन्नाथजो ब्रह्मांड के ईश्वर है।
37जगदीशावह प्रभु जो सभी के रक्षक है।
38जगद्गुरुवह भगवान जो ब्रह्मांड के गुरु है।
39ज्योतिरादित्यावह भगवान जिनमें सूर्य की चमक है।
40जनार्धनासभी को वरदान देने वाले प्रभु।
41जयंतहसभी दुश्मनों को पराजित करने वाले देवता।
42कामसांतककंस का वध करने वाले भगवान।
43कमलनाथवह जो देवी लक्ष्मी के प्रभु है।
44कमलनयनवे जिनके कमल के समान नेत्र हैं।
45केशवलंबे, काले उलझा ताले जिसने।
46कृष्णजो सांवले रंग वाले है।
47कंजलोचनवह भगवान जिनके कमल के समान नेत्र हैं।
48लोकाध्यक्षवह जो तीनों लोक के स्वामी है।
49लक्ष्मीकांतदेवी लक्ष्मी के पति है।
50मदनवह जो प्रेम के प्रतीक है।
51मधुसूदनमधु-दानवों का वध करने वाले भगवान।
52माधवजिनके पास ज्ञान के भंडार है।
53मनमोहनसबका मन मोह लेने वाले प्रभु।
54महेन्द्रजो इन्द्रदेव के स्वामी है।
55मयूरवह जो मुकुट पर मोरपंख धारण करने वाले भगवान।
56मनोहरवह प्रभु जो बहुत ही सुंदर रूप-रंग वाले है।
57मुरलीबांसुरी बजाने वाले प्रभु।
58मोहनसबको आकर्षित करने वाले प्रभु।
59मुरली मनोहरमुरली बजाकर सबका मन मोहने वाले प्रभु।
60मुरलीधरबांसुरी धारण करने वाले।
61नारायनसबको शरण में लेने वाले देव।
62निरंजनसर्वोत्तम सबसे उत्तम।
63नंदगोपालजो नंद बाबा के पुत्र है।
64निर्गुणवह देव जिनमें कोई अवगुण नहीं है।
65पद्मनाभवह प्रभु जिनकी कमल के आकार की नाभि हो।
66पद्महस्तावह जिनके कमल की तरह हाथ हैं।
67परमात्मासभी प्राणियों के प्रभु।
68परब्रह्मनजो परम सत्य है।
69परम पुरुषश्रेष्ठ व्यक्तित्व वाले भगवान।
70पुण्यनिर्मल व्यक्तित्व वाले देव।
71पार्थसारथीजो अर्जुन के सारथी है।
72प्रजापतिसभी प्राणियों के नाथ।
73पुरुषोत्तमजो पुरषों में उत्तम है।
74रविलोचनवह प्रभु सूर्य जिनका नेत्र है।
75सहस्रपातवह प्रभु जिनके हजारों पैर हों।
76सहस्रजीतहजारों को जीतने वाले देव।
77सहस्राकाशहजार आंख वाले प्रभु।
78सनातनवह ईश्वर जिनका कभी अंत न हो।
79साक्षीसमस्त देवों के गवाह है।
80सर्वपालकसभी जन पालन करने वाले प्रभु।
81सर्वेश्वरवह जो समस्त देवों से ऊंचे है।
82सर्वजनसब कुछ जानने वाले ईश्वर।
83सत्य वचनहमेशा सत्य कहने वाले देव।
84सत्यव्तजो देव श्रेष्ठ व्यक्तित्व वाले है।
85श्रेष्ठवह जो महान है।
86शंतहशांत भाव वाले देव।
87श्यामवह जिनका रंग सांवला हो।
88श्यामसुंदरसांवले रंग में भी सुंदर दिखने वाले भगवान।
89श्रीकांतवह जो अद्भुत सौंदर्य के स्वामी है।
90सुरेशमवह जो सभी जीव-जंतुओं के देव है।
91सुमेधसर्वज्ञानी प्रभु।
92सुदर्शनरूपवान प्रभु।
93त्रिविक्रमावह देव जो तीनों लोकों के विजेता है।
94स्वर्गपतिवह जो स्वर्ग के राजा है।
95वैकुंठनाथस्वर्ग में रहने वाले ईश्वर।
96वासुदेवसभी जगह विद्यमान रहने वाले प्रभु।
97वर्धमानहवह ईश्वर जिनका कोई आकार न हो।
98उपेन्द्रजो इन्द्र के भाई है।
99विश्वदक्शिनहजो निपुण और कुशल है।
100विष्णुवह जो भगवान विष्णु के स्वरूप है।
101विश्वमूर्तिजो पूरे ब्रह्मांड का रूप है।
102विश्वरूपाब्रह्मांड हित के लिए रूप धारण करने वाले प्रभु।
103विश्वकर्मावह जो ब्रह्मांड के निर्माता है।
104विश्वात्माजो ब्रह्मांड की आत्मा है।
105वृषपर्वजो धर्म के भगवान है।
106योगिप्रमुख गुरु।
107यदवेंद्राजो यादव वंश के मुखिया है।
108योगिनाम्पतियोगियों के स्वामी।

FAQ

Q: 2024 में कृष्ण जन्माष्टमी कब है?

Ans: 2024 में कृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त को है।

Q: भगवान श्रीकृष्ण किसके अवतार हैं?

Ans: भगवान श्रीकृष्ण विष्णु के अवतार हैं।

Q: भगवान श्रीकृष्ण की माता का नाम क्या था?

Ans: भगवान श्रीकृष्ण की माता का नाम देवकी था।

निष्कर्ष-

इस तरह से अब आपको पता चल गया होगा की, हमने आपको भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम (108 Names of Krishna) और श्रीकृष्ण के नाम का अर्थ भी बताया गया है।

अगर आपको कोई चीज़ जो आज हमने बताई वो समझ में न आई हो, तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।

और अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। इस लेख को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद। जय श्री कृष्णा!

यह भी पढ़ें-

Go to Homepage >

Leave a Comment