जय बजरंग बलि, दोस्तों आज हम आपको हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) बताने जा रहे हैं, आज के लेख में हम आपको बताएंगे हनुमान जी के 108 नाम कौन कौन से हैं?
इसके साथ ही हम आपको हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भी इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं,
जिससे की आपको हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) के साथ हनुमान जी से सम्बंधित कुछ जानकारी भी प्राप्त हो सके।
हनुमान जी हिन्दू धर्म के ग्रंथ रामायण में एक पौराणिक चरित्र हैं। शिव पुराण के अनुसार हनुमान जी, भगवान शिवजी के 11वें रुद्रावतार हैं, हनुमान जी सबसे बलवान और बुद्धिमान माने जाते हैं।
हनुमान जी का जन्म चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्रा नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। इस धरा पर जिन आठ मनीषियों को अमरत्व का वरदान प्राप्त है, उनमें बजरंगबली भी हैं।
रामायण के अनुसार हनुमान जी भगवान रामजी के परम भक्त, दूत आदि थे जिन्होंने सुग्रीव आदि वानरों को रावण से युद्ध करने के लिए भगवान राम से साथ एकत्रित किया।
हनुमान जी कलयुग में ऐसे जागृत और साक्षात शक्ति हैं, जिनके समक्ष कोई भी मायावी शक्ति नहीं टिक पाती है। इनकी पूजा से किसी भी प्रकार का भय नहीं सताता है।
ऐसे में वीर बजरंगी की कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन विधि-विधान से पूजा-अर्चना करनी चाहिए। भगवान हनुमान की पूजा, आराधना और उपवास के लिए मंगलवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है।
कहा जाता है मंगलवार के दिन महाबली हनुमान की पूजा करने और व्रत रखने से हनुमान जी जल्द प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों के सभी कष्ट हर लेते हैं।
ऐसी मान्यताएं हैं कि उन नामों का जाप करने से व्यक्ति को आत्मीय शांति व ऊर्जा मिलती है। जो भी भक्त हनुमान जी के इन 108 नामों का जाप करते हैं, हनुमानजी उनके कष्टों का निवारण करते हैं।
शनिवार के दिन शनि देव के साथ-साथ हनुमान जी की भी पूजा की जाती है। ऐसे में इस दिन भी हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए आप उनके नामों का जाप कर सकते हैं।
हनुमान जी को कई नामो से पुकारा जाता है उनके कई नाम हैं। ऐसी मान्यता है कि यदि हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) नियमित रूप से लिए जाएं तो हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते हैं।
आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि हनुमान जी के 108 नाम कौन से हैं। तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji)
क्रमांक | नाम | अर्थ |
1 | महावीर | सबसे बहादुर |
2 | अंजनेया | अंजना का पुत्र |
3 | हनूमत | जिसके गाल फुले हुए हैं |
4 | मारुतात्मज | पवन देव के लिए रत्न जैसे प्रिय |
5 | तत्वज्ञानप्रद | बुद्धि देने वाले |
6 | अशोकवनकाच्छेत्रे | अशोक बाग का विनाश करने वाले |
7 | सीतादेविमुद्राप्रदायक | सीता की अंगूठी भगवान राम को देने वाले |
8 | सर्वमायाविभंजन | छल के विनाशक |
9 | रक्षोविध्वंसकारक | राक्षसों का वध करने वाले |
10 | सर्वबन्धविमोक्त्रे | मोह को दूर करने वाले |
11 | परशौर्य विनाशन | शत्रु के शौर्य को खंडित करने वाले |
12 | परविद्या परिहार | दुष्ट शक्तियों का नाश करने वाले |
13 | परयन्त्र प्रभेदक | दुश्मनों के उद्देश्य को नष्ट करने वाले |
14 | परमन्त्र निराकर्त्रे | राम नाम का जाप करने वाले |
15 | सर्वग्रह विनाशी | ग्रहों के बुरे प्रभावों को खत्म करने वाले |
16 | भीमसेन सहायकृथे | भीम के सहायक |
17 | सर्वदुखः हरा | दुखों को दूर करने वाले |
18 | सर्वलोकचारिणे | सभी जगह वास करने वाले |
19 | मनोजवाय | जिसकी हवा जैसी गति है |
20 | पारिजात द्रुमूलस्थ | प्राजक्ता पेड़ के नीचे वास करने वाले |
21 | महाकाय | विशाल रूप वाले |
22 | कपीश्वर | वानरों के देवता |
23 | सर्वयन्त्रात्मक | सभी यंत्रों में वास करने वाले |
24 | सर्वतन्त्र स्वरूपिणे | सभी मंत्रों और भजन का आकार जैसा |
25 | सर्वमन्त्र स्वरूपवते | सभी मंत्रों के स्वामी |
26 | कपिसेनानायक | वानर सेना के प्रमुख |
27 | सर्वविद्या सम्पत्तिप्रदायक | ज्ञान और बुद्धि प्रदान करने वाले |
28 | बल सिद्धिकर | बलवान बनने की सिद्धि |
29 | प्रभवे | सबसे प्रिय |
30 | सर्वरोगहरा | सभी रोगों को दूर करने वाले |
31 | प्राज्ञाय | विद्वान |
32 | सागरोत्तारक | सागर को उछल कर पार करने वाले |
33 | शृन्खला बन्धमोचक | तनाव को दूर करने वाले |
34 | काराग्रह विमोक्त्रे | कैद से मुक्त करने वाले |
35 | महाबल पराक्रम | महान शक्ति के स्वामी |
36 | गन्धर्व विद्यातत्वज्ञ | आकाशीय विद्या के ज्ञाता |
37 | भविष्यथ्चतुराननाय | भविष्य की घटनाओं के ज्ञाता |
38 | कुमार ब्रह्मचारी | युवा ब्रह्मचारी |
39 | रत्नकुण्डल दीप्तिमते | कान में मणियुक्त कुंडल धारण करने वाले |
40 | चंचलद्वाल सन्नद्धलम्बमान शिखोज्वला | जिसकी पूंछ उनके सर से भी ऊंची है |
41 | सीताशोक निवारक | सीता के दुख का नाश करने वाले |
42 | केसरीसुत | केसरी के पुत्र |
43 | वानर | बंदर |
44 | प्रतापवते | वीरता के लिए प्रसिद्ध |
45 | रामदूत | भगवान राम के राजदूत |
46 | लक्ष्मणप्राणदात्रे | लक्ष्मण के प्राण बचाने वाले |
47 | दशग्रीव कुलान्तक | रावण के राजवंश का नाश करने वाले |
48 | विभीषण प्रियकर | विभीषण के हितैषी |
49 | बालार्कसद्रशानन | उगते सूरज की तरह तेजस |
50 | अन्जनागर्भसम्भूता | अंजनी के गर्भ से जन्म लेने वाले |
51 | लन्किनी भंजन | लंकिनी का वध करने वाले |
52 | महातपसी | महान तपस्वी |
53 | पंचवक्त्र | पांच मुख वाले |
54 | कांचनाभ | सुनहरे रंग का शरीर |
55 | अक्षहन्त्रे | रावण के पुत्र अक्षय का अंत करने वाले |
56 | वज्रकाय | धातु की तरह मजबूत शरीर |
57 | महाद्युत | सबसे तेजस |
58 | चिरंजीविने | अमर रहने वाले |
59 | रामभक्त | भगवान राम के परम भक्त |
60 | दैत्यकार्य विघातक | राक्षसों की सभी गतिविधियों को नष्ट करने वाले |
61 | धीर | वीर |
62 | शूर | साहसी |
63 | दैत्यकुलान्तक | राक्षसों का वध करने वाले |
64 | सुरार्चित | देवताओं द्वारा पूजनीय |
65 | महातेजस | अधिकांश दीप्तिमान |
66 | सुग्रीव सचिव | सुग्रीव के मंत्री |
67 | लंकापुर विदायक | लंका को जलाने वाले |
68 | श्रीमते | प्रतिष्ठित |
69 | सिंहिकाप्राण भंजन | सिंहिका के प्राण लेने वाले |
70 | गन्धमादन शैलस्थ | गंधमादन पर्वत पार निवास करने वाले |
71 | पिंगलाक्ष | गुलाबी आँखों वाले |
72 | रामचूडामणिप्रदायक | राम को सीता का चूड़ा देने वाले |
73 | कामरूपिणे | अनेक रूप धारण करने वाले |
74 | कबलीकृत मार्ताण्डमण्डलाय | सूर्य को निगलने वाले |
75 | वार्धिमैनाक पूजित | मैनाक पर्वत द्वारा पूजनीय |
76 | वागधीश | प्रवक्ताओं के भगवान |
77 | स्फटिकाभा | एकदम शुद्ध |
78 | महारावण मर्धन | रावण का वध करने वाले |
79 | रामसुग्रीव सन्धात्रे | राम और सुग्रीव के बीच मध्यस्थ |
80 | विजितेन्द्रिय | इंद्रियों को शांत रखने वाले |
81 | संजीवन नगाहर्त्रे | संजीवनी लाने वाले |
82 | सुचये | पवित्र |
83 | वाग्मिने | वक्ता |
84 | दृढव्रता | कठोर तपस्या करने वाले |
85 | कालनेमि प्रमथन | कालनेमि का प्राण हरने वाले |
86 | नवव्याकृतपण्डित | सभी विद्याओं में निपुण |
87 | चतुर्बाहवे | चार भुजाओं वाले |
88 | दीनबन्धुरा | दुखियों के रक्षक |
89 | महात्मा | भगवान |
90 | भक्तवत्सल | भक्तों की रक्षा करने वाले |
91 | वज्रनखा | वज्र की तरह मजबूत नाखून |
92 | वज्रद्रनुष्ट | व्रज से दानव और दुष्टों को मारने वाले |
93 | योगी | महात्मा |
94 | रामकथा लोलाय | भगवान राम की कहानी सुनने के लिए व्याकुल |
95 | सीतान्वेषण पण्डित | सीता की खोज करने वाले |
96 | दान्त | शांत |
97 | हरिमर्कट मर्कटा | वानरों के ईश्वर |
98 | शान्त | रचना करने वाले |
99 | प्रसन्नात्मने | हंसमुख |
100 | शतकन्टमदापहते | शतकंट के अहंकार को ध्वस्त करने वाले |
101 | लोकपूज्य | ब्रह्मांड के सभी जीवों द्वारा पूजनीय |
102 | जाम्बवत्प्रीतिवर्धन | जाम्बवत के प्रिय |
103 | सीताराम पादसेवक | भगवान राम और सीता की सेवा में तल्लीन रहने वाले |
104 | दशबाहवे | दस भुजाओं वाले |
105 | इन्द्रजित्प्रहितामोघब्रह्मास्त्र विनिवारक | इंद्रजीत के ब्रह्मास्त्र के प्रभाव को नष्ट करने वाले |
106 | रुद्रवीर्य समुद्भवा | भगवान शिव का अवतार |
107 | पार्थ ध्वजाग्रसंवासिने | अर्जुन के रथ पार विराजमान रहने वाले |
108 | शरपंजर भेदक | तीरों के घोंसले को नष्ट करने वाले |
निष्कर्ष-
इस तरह से अब आपको पता चल गया होगा की, हमने आपको हनुमान जी के 108 नाम (108 Names of Hanuman Ji) और हनुमान जी के 108 नाम का अर्थ भी बताया गया है।
अगर आपको कोई चीज़ जो आज हमने बताई वो समझ में न आई हो, तो आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं।
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