किसी भी कंपनी को शुरू करने वाले व्यक्ति को Founder कहते हैं। जो कंपनी का शुरुआत करता है और फाउंडर को उस कंपनी का मालिक भी बोल सकते हैं, पर कंपनी का सारा डिसीजन अकेला फाउंडर नहीं ले सकता है इसलिए किसी-किसी कंपनी में Co-Founder भी होते हैं।
किसी भी कंपनी को शुरू करने के लिए किसी पार्टनर का जरूरत होता है जिसका हक कंपनी में उतना ही होता है जितना एक फाउंडर का होता है क्योंकि वह दोनों मिलकर कंपनी को चलाते हैं और जो कंपनी का सेकंड पार्टनर होता है उसे ही हम को को फाउंडर कह सकते हैं।