तेलंगाना में कितने जिले हैं, तेलंगाना में कितने जिले हैं उनके नाम, तेलंगाना के सभी जिलों के नाम हिंदी में (How many districts in Telangana, district name list in hindi, Districts in Telangana 2024 List)
क्या आप जानते है की तेलंगाना में कितने जिले हैं? अगर नहीं जानते तो आज हम आपको तेलंगाना के पूरे जिलों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइये जानते है पूरे विस्तार से पूरा व्लोग देखिये।
क्या आपको पता है की में कितने जिले (Districts in Telangana) हैं? या फिर आपने कभी जानने की कोशिश की, अगर नहीं तो आज हम आपको CG के सभी जिलों के नाम बनाते वाले हैं।
आज हमने ये लिस्ट बनाई है, जिसमे हम आपको तेलंगाना में सभी जिलों के नाम बताने वाले हैं। ताकि आपको भी पता चल सके की तेलंगाना में कितने जिले हैं।
किसी भी देश को राज्यों में भाषा और संस्कृति के आधार पर विभाजित किया जाता है जिससे देश में इम्प्रूवमेंट हो सके। इसके बाद प्रत्येक राज्य को जिलों में विभाजित किया जाता है।
तेलंगाना भारत का एक राज्य है जो उच्च डेक्कन पठार पर भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिण-मध्य खंड पर स्थित है। छेत्रफल के हिसाब से तेलंगाना भारत का ग्यारहवां सबसे बड़ा राज्य और बारहवां सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है।
तेलंगाना की सीमा उत्तर में महाराष्ट्र, उत्तर पूर्व में छत्तीसगढ़, पश्चिम में कर्नाटक, और पूर्व और दक्षिण में आंध्र प्रदेश से लगती है।
आइये अब बात करते है तेलंगाना के बारे में और उसके बाद जाने की तेलंगाना में कितने जिले हैं (Districts in Telangana)
Table of Contents
तेलंगाना के बारे में (About Telangana)
स्थापना दिवस | 02 जून 2014 |
क्षेत्रफल | 112,077 Sq km |
कुल जिले | 33 |
राजधानी | हैदराबाद (Hyderabad) |
कुल जनसंख्या (2011) | 60,439,692 |
आधिकारिक वेबसाइट | telangana.gov.in |
तेलंगाना में कितने जिले हैं? (List of Districts in Telangana)
तेलंगाना में कुल 33 जिले हैं उनके नाम इस प्रकार है:
S No. | जिलों के नाम |
1 | आदिलाबाद |
2 | भद्राद्री कोठागुडेम |
3 | हनुमानकोंडा |
4 | हैदराबाद |
5 | जगतीयल |
6 | जांगोअन |
7 | जयशंकर भूपालपल्ली |
8 | जोगुलम्बा गडवाल |
9 | कामारेड्डी |
10 | करीमनगर |
11 | खम्मम |
12 | कोमाराम भीम आसिफाबाद |
13 | महबुबाबाद |
14 | महबूबनगर |
15 | मंचेरियल |
16 | मेडक |
17 | मेडचल-मलकाजगिरी |
18 | मुलुग |
19 | नगरकुरनूल |
20 | नलगोंडा |
21 | नारायणपेट |
22 | निर्मल |
23 | निजामाबाद |
24 | पेद्दापल्ली |
25 | राजन्ना सिरसिला |
26 | रंगारेड्डी |
27 | संगारेड्डी |
28 | सिद्दीपेट |
29 | सूर्यापेट |
30 | विकाराबाद |
31 | वानापार्थी |
32 | वारंगल |
33 | यादाद्री भुवनागिरी |
तेलंगाना का इतिहास (History of Telangana)
तेलंगाना की स्थापना 2 जून 2014 में हुई थी। तेलंगाना भारत का एक राज्य है जो उच्च डेक्कन पठार पर भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिण-मध्य खंड पर स्थित है।
इसकी राजधानी हैदराबाद है। तेलंगाना भारत के आन्ध्र प्रदेश राज्य से अलग होकर बना भारत का 28 वाँ राज्य है।
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी 1 मार्च 2014 को तेलंगाना राज्य को लेकर मंजूरी दे दी थी और इस फैसले को लेकर उसी दिन राजपत्र अधिसूचना भी निकाली गयी।
4 मार्च 2014 को भारत सरकार ने घोषित किया था की तेलंगाना राज्य की निर्मिती की जाएगी और 2 जून 2014 को तेलंगाना राज्य का निर्माण किया गया।
तेलंगाना को एक अलग राज्य बनाने की कई वर्षों की कोशिशें और आंदोलन के बाद 2 जून 2014 को नया राज्य स्थापित किया गया आज जिस कुख्याति का नाम उसने सिकंदराबाद और मराठवाड़ा का हिस्सा लिया था, जिसका 17 सितंबर 1948 को भारत संघ में विलय हो गया।
पुराने समय में यह उसी हैदराबाद का हिस्सा है जिसमें निजाम का शासन हुआ करता था। लेकिन राज्य पुनर्गठन के तहत इसे आंध्र प्रदेश के साथ भारत का हिस्सा बनाया गया।
तेलंगाना शब्द तेलुगु भाषा के ‘अंगना’ शब्द से लिया गया है। इसका अर्थ होता है ‘वह राज्य जहां पर तेलुगू बोली जाती है।
पुरातनता और मध्य युग के दौरान, अब तेलंगाना के रूप में जाना जाने वाला क्षेत्र मौर्य, सातवाहन, विष्णुकुंडिनस, चालुक्य, चोल, राष्ट्रकूट, काकतीय, दिल्ली सल्तनत, बहमनी सल्तनत, गोलकुंडा सल्तनत जैसी कई प्रमुख भारतीय शक्तियों द्वारा शासित था। 16वीं और 17वीं शताब्दी के दौरान, इस क्षेत्र पर भारत के मुगलों का शासन था।
तेलंगाना की अर्थव्यवस्था ₹9.78 ट्रिलियन (US$120 बिलियन) के सकल राज्य घरेलू उत्पाद (GSDP) के साथ भारत में सातवीं सबसे बड़ी है और देश की 6वीं-उच्चतम GSDP प्रति व्यक्ति ₹237,632 (US$3,000) है।
गोलकुंडा बाजार दुनिया के बेहतरीन और सबसे बड़े हीरों का प्राथमिक स्रोत था। इस प्रकार पौराणिक नाम गोलकुंडा हीरा गोलकुंडा का ही पर्याय बन गया।
यदाद्री भुवनगिरि जिले में लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर, हैदराबाद में मक्का मस्जिद, वारंगल में प्राचीन भद्रकाली मंदिर और गोविंदा राजुला गुट्टा, जोगुलम्बा गडवाल जिले में आलमपुर जोगुलम्बा मंदिर और मेडक कैथेड्रल, कोंडागट्टू अंजनेय स्वामी मंदिर, कोंडागट्टू वीरभद्र स्वामी मंदिर जैसे धार्मिक भवन है।
राजन्ना-सिरसिला जिले के वेमुला वाडा में भगवान शिव मंदिर इसके सबसे प्रसिद्ध पूजा स्थलों में से हैं। बौद्ध धर्म भी इस क्षेत्र में फला-फूला और कई अरामम पाए जा सकते हैं।
तेलुगु भारत की शास्त्रीय भाषाओं में से एक तेलंगाना की आधिकारिक भाषा है, और उर्दू राज्य की दूसरी आधिकारिक भाषा है तेलंगाना की लगभग 75% आबादी तेलुगु बोलती है और 12% उर्दू बोलती है। 1948 से पहले, उर्दू हैदराबाद राज्य की आधिकारिक भाषा थी।
तेलंगाना में दो तरह के व्यंजन काफी प्रसिद्ध है। यह दो व्यंजन है तेलुगु व्यंजन और हैदराबादी व्यंजन। तेलुगु व्यंजनों की श्रेणी में दक्षिण भारत के मसालेदार भोजन को शामिल किया जाता है।
तेलंगाना के प्राचीन नृत्यों में पेरीनी शिवतंदवम या पेरीनी थांडवम प्रमुख है। यह नृत्य पुरुषों के द्वारा किया जाता है, इसे ‘योद्धाओं का नृत्य’ भी कहा जाता है।
बताया जाता है कि जब योद्धा युद्ध में जाते थे तब वे भगवान शिव की मूर्ति के समक्ष इस नृत्य को किया करते थे।
तेलंगाना की संस्कृति में फारसी, मोगल, कुतुबशाही और निजाम की परंपरा का मिश्रण देखने को मिलता है। मगर यहापर सबसे अधिक दक्षिण भारत की संस्कृति का ही प्रभाव देखने को मिलता है।
इस राज्यों की संकृति काफी समृद्धी से भरी हुई है। यहापर कई तरह के शास्त्रीय संगीत, पेंटिंग, बुर्रा कथा लोकनृत्य, कठपुतली का शो, पेरिणी शिवतांडवम, गुसदी नृत्य और कोलातम देखने को मिलते है।
तेलंगाना के बारे में रोचक तथ्य (Facts About Telangana)
तेलंगाना के नाम की उत्पत्ति के बारे में कई किंवदंतियाँ हैं। कुछ लोग कहते हैं कि कालेश्वरम, श्रीशैलम और द्रक्षरामम में तीन प्राचीन शिव मंदिरों की उपस्थिति के कारण इसे प्राचीन काल में त्रिलिंग देशम या त्रिलिंग प्रदेशम कहा जाता था।
1956 के राज्य पुनर्गठन अधिनियम की शुरुआत के बाद, हैदराबाद को नवगठित आंध्र प्रदेश की राजधानी बनाया गया। बाद में राज्य को दो भागों में विभाजित कर दिया गया और हैदराबाद तेलंगाना के साथ-साथ इसके पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश की विधि सम्मत संयुक्त राजधानी बन गया।
पवित्र गोदावरी नदी तेलंगाना से होकर गुजरती है जो हिंदुओं के बीच बहुत पवित्र है। इसके अलावा राज्य में करीब 18 और नदियां हैं।
राज्य सांस्कृतिक विरासत का एक समृद्ध केंद्र रहा है और मौर्य साम्राज्य, सातवाहन राजवंश, चालुक्य वंश और काकतीय राजवंश जैसे महान राजवंशों का शासक केंद्र रहा है।
विभिन्न प्रकार के मकबरे, किले और महल जैसे चारमीनार, गोलकोंडा किला, कुतुब शाही मकबरा, फलकनुमा पैलेस, और कई अन्य तेलंगाना को एक अवश्य ही घूमने वाला राज्य बनाते हैं जो इतिहास प्रेमियों और घुमक्कड़ों के लिए बिल्कुल मंत्रमुग्ध कर देने वाला राज्य है।
FAQ
Q: तेलंगाना का गठन कब हुआ था?
Ans:- तेलंगाना का गठन 2 जून 2014 में हुए था।
Q: तेलंगाना में कितने जिले हैं?
Ans:- तेलंगाना में 33 जिले हैं।
Q: तेलंगाना का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?
Ans:- तेलंगाना का सबसे बड़ा जिला हैदराबाद।
निष्कर्ष-
तो इस तरह से आज आपने जाना की तेलंगाना में कितने जिले हैं (Districts Telangana) साथ ही आज आपको पश्चिम बंगाल के बारे में और भी कई बाते पता चली होगी।
आज हमने आपको तेलंगाना में कितने जिले हैं (Districts in Telangana) इसके साथ-साथ और भी बहौत साड़ी बाते बताई है। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी हो, और कुछ अच्छा सीखने को मिला हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।
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