झारखंड में कितने जिले हैं, झारखंड में कितने जिले हैं उनके नाम, झारखंड के सभी जिलों के नाम हिंदी में (how many districts in Jharkhand, district name list in hindi, Districts in Jharkhand 2024 List)
क्या आप जानते है की झारखंड में कितने जिले हैं? अगर नहीं जानते तो आज हम आपको झारखंड के पूरे जिलों के बारे में बताने जा रहे हैं तो आइये जानते है पूरे विस्तार से पूरा व्लोग देखिये।
क्या आपको पता है की झारखंड में कितने जिले (Districts in Jharkhand) हैं? या फिर आपने कभी जानने की कोशिश की, अगर नहीं तो आज हम आपको झारखंड के सभी जिलों के नाम बनाते वाले हैं।
आज हमने ये लिस्ट बनाई है, जिसमे हम आपको झारखंड में सभी जिलों के नाम बताने वाले हैं। ताकि आपको भी पता चल सके की झारखंड में कितने जिले हैं।
किसी भी देश को राज्यों में भाषा और संस्कृति के आधार पर विभाजित किया जाता है जिससे देश में इम्प्रूवमेंट हो सके। इसके बाद प्रत्येक राज्य को जिलों में विभाजित किया जाता हैं।
झारखंड पूर्वी भारत में एक राज्य है। यह राज्य पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में छत्तीसगढ़, उत्तर पश्चिम में उत्तर प्रदेश, उत्तर में बिहार और दक्षिण में ओडिशा से अपनी सीमा साझा करता है।
आइये अब बात करते है झारखंड के बारे में और उसके बाद जाने की झारखंड में कितने जिले हैं।
Table of Contents
झारखंड के बारे में (About Jharkhand)
स्थापना दिवस | 15 नवंबर 2000 |
क्षेत्रफल | 79,716 Sq km |
कुल जिले | 24 |
राजधानी | रांची (Ranchi) |
कुल जनसंख्या (2011) | 32,988,134 |
आधिकारिक वेबसाइट | jharkhand.gov.in |
झारखंड में कितने जिले हैं? (List of Districts in Jharkhand)
झारखंड में कुल 24 जिले हैं उनके नाम इस प्रकार है: (Districts in Jharkhand)
क्रमांक | जिलों के नाम |
1 | बोकारो |
2 | चाटरा |
3 | देवघर |
4 | धनबाद |
5 | दुमका |
6 | गढ़वा |
7 | गिरिडीह |
8 | गोड्डा |
9 | गुमला |
10 | हजारीबाग |
11 | कोडरमा |
12 | लोहरदगा |
13 | पाकुर |
14 | पलामू |
15 | पश्चिमी सिंहभूम |
16 | पूर्वी सिंहभूम |
17 | रांची |
18 | साहिबगंज |
19 | लातेहार |
20 | जामताड़ा |
21 | सरायकेला खरसना |
22 | सिमडेगा |
23 | रामगढ़ |
24 | खुंटी |
झारखंड का इतिहास (History of Jharkhand)
झारखंड की स्थापना 15 नवंबर 2000 में हुई थी। झारखंड पूर्वी भारत का एक राज्य है। जिसकी राजधानी रांची है। यह क्षेत्रफल के हिसाब से 15वां सबसे बड़ा और जनसंख्या के हिसाब से 14वां सबसे बड़ा राज्य है। हिंदी राज्य की राजभाषा है।
झारखंड का इतिहास पाषाण काल से प्रारंभ होता है जबसे मनुष्य के इस क्षेत्र में रहने के प्रमाण मिलते हैं। यहां से ताम्र पाषाण युग के ताँबे के बने साधन प्राप्त हुए हैं।
इस क्षेत्र में पूर्व दूसरी सहस्राब्दि में लौह युग में प्रवेश किया गया। एक स्वतंत्र भू-राजनीतिक क्षेत्र के रूप में इसकी पहचान मगध साम्राज्य की स्थापना से पूर्व की मानी जाती है।
इस क्षेत्र को मुगल काल के दौरान ‘कुकारा’ के नाम से जाना जाता था। सन् 1756 के बाद अंग्रेज यहां शासन करने लगे और इस धरती को झारखंड का नाम दे दिया गया।
सन् 1832 के आदिवासी विद्रोह ने झारखंड में स्थित ब्रिटिश प्रशासन पर बहुत प्रभाव डाला। सबसे लंबा और जनजातीय विद्रोह ‘बिरसा मुंडा’ के तहत सन् 1895 में हुआ और सन् 1900 तक चला।
वर्ष 1939 के आसपास के पूर्व भारतीय हाकी खिलाड़ी जयपाल सिंह ने पहली बार बिहार के दक्षिणी घाटों को जोड़कर झारखंड राज्य बनाने का विचार रखा था। 02 अगस्त 2000 को दक्षिण बिहार का विभाजन करके देश के 28वें राज्य झारखंड का निर्माण किया गया।
झारखंड में प्रत्येक उप जाति और जनजाति के समूह में अनूठी परंपरा के लोग हैं। अधिकांश जनजातीय गाँवों में एक नृत्यस्थली होती है। इसमें झुमैर, मर्दाना झुमैर, पाइका, डोमकच, जनानी झुमैर, लहसुआ, झुमटा, फगुआ, संताली, छाहू आदि नृत्य प्रकार शामिल होते है।
यहाँ पतला, मजबूत बांस से सुनम्य व्यावहारिक लेख जैसे दरवाजा पैनल, बक्सा, चम्मच, शिकार तथा मछली पकड़ने के उपकरण, नाव के आकार का टोकरियाँ और कटोरे और फुलके बनाये जाते हैं और गुलाबी हरी पत्ती वाले पाउडर का उपयोग धार्मिक अवसरों पर करते हैं।
‘साल’ पत्तियों से बनाये गये कटोरे और ‘पत्तल’ प्लेटों का उपयोग शादी और अन्य उत्सव के दौरान व्यापक रूप से किया जाता है।
राज्य के अंतर्गत महिलाओ के प्रमुख पहनावे में साडी शामिल होती है वही आदिवासी जनजातियों के महिलाओ के प्रमुख पहनावे में पंची और पैरहन वस्त्र शामिल होता है।
वही पुरुषों के प्रमुख पहनावेँ में भगवान नामक पेहराव प्रकार शामिल होता है जो के एक साधे कपडे से बना हुआ होता है, आदिवासी पुरुषो के पहनावे में मुख्यतः संथाल और पहाड़ी नामक पेहराव होता है।
इसके अलावा कुरता पायजामा और धोती भी राज्य अंतर्गत पुरुषो का पसंदीदा पोशाख होता है
हर भारतीय राज्य की तरह ही झारखण्ड के खान-पान की भी अपनी अलग विशेषताएं है। राज्य के मुख्य व्यंजनों में धुस्का, सत्तू (ठेकुआ आटा और गेहूं के आटे से बनाया जाता है), ठेकुआ और तिलकुट बहुत लोकप्रिय है। और झारखंड में लिट्टी और चोखा भी बहुत जायदा पसंद है।
राज्य में सालभर आनेवाले प्रमुख त्योहारों में दिवाली, भाई दूज, होली, दशहरा, नवरात्री इत्यादि त्योहारों को काफी हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है।
क्यूंकी झारखण्ड आदिवासी बहुल राज्य है। इसलिए यहां की संस्कृति में आदिम जीवन का रंग-गंध यहां के सभी पर्व-त्योहारों में बिखरा पड़ा है।
आदिवासियों का सबसे बड़ा त्योहार सरहुल है, जो मुख्यतः बसंतोत्सव है जो मार्च-अप्रैल महीने में मनाया जाता है। मकर संक्रांति के दौरान लोग तुसु मेला या पौश मेला भी मनाते हैं जो दरअसल फसल कटाई का एक त्यौहार है।
इस राज्य में कई प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैैं। राज्य में वनों, पहाड़ों की भरमार है। इसके अलावा कई वन्यजीव अभयारण्य, मंदिर, संग्रहालय आदि हैं जो देश भर के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
झारखण्ड के मुख्य पर्यटन स्थलों में देवघर वैधनाथ मंदिर, हुंडरू जलप्रपात, दलमा अभयारण्य, बेतला राष्ट्रीय उद्यान, श्री समेद शिखरजी जैन तीर्थस्थल (पारसनाथ), पतरातू डैम, गौतम धारा, छिनमस्तिके मंदिर, पंचघाघ जलप्रपात, दशम जलप्रपात, हजारीबाग राष्ट्रीय अभयारण्य, रांची फाॅल्स, दासम फॅाल, सूर्य मंदिर, जमशेदपुर, नेतरहाट आदि शामिल है।
झारखंड के बारे में रोचक तथ्य (Facts About Jharkhand)
- भारत की कोयला राजधानी धनबाद झारखंड में स्थित है।
- झारखंड में जमशेदपुर भारत का पहला नियोजित औद्योगिक शहर है।
- वन और वुडलैंड्स राज्य के 29% से अधिक पर कब्जा कर लेते हैं, जो भारत में सबसे अधिक है।
- बैद्यनाथ धाम जो बारह प्रसिद्ध शिव ज्योतिर्लिंगों में से एक है, देवघर जिले में स्थित है। देवघर झारखंड का प्राचीन शहर है जो अपने मंदिरों के लिए जाना जाता है।
- जमशेदपुर की औसत साक्षरता दर 85.94% है जो राष्ट्रीय औसत 74% से अधिक है।
- भारत का सबसे बड़ा 493 फीट ऊंचा झंडा रांची में है। यह झंडा सबसे बड़ा है और भारत में सबसे ऊंचे झंडे के साथ है।
- राज्य का अधिकांश भाग छोटा नागपुर पठार पर स्थित है जो कोयल, दामोदर, ब्राह्मणी और सुबर्णरेखा नदियों का स्रोत है।
- राज्य लौह अयस्क, कोयला, अभ्रक, चूना पत्थर, ग्रेफाइट, एस्बेस्टस, डोलोमाइट आदि जैसे खनिज संसाधनों से समृद्ध है और भारत के कुल खनिज संसाधनों का 40% हिस्सा है।
- जमशेदपुर शहर टाटा स्टील प्लांट के साथ जमशेदजी टाटा द्वारा वर्ष 1907 में स्थापित किया गया था। Tata Steel Ltd जिसे पहले Tata Iron and Steel Company Ltd (TISCO) के नाम से जाना जाता था, भारत की पहली निजी आयरन और स्टील कंपनी है।
- झारखंड का रांची शहर भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जन्म स्थान भी है।
- झारखंड में 14 लोकसभा सीट 6 राज्यसभा सीट ओर 81 विधानसभा सीट है।
FAQ
Q: झारखंड कुल कितने क्षेत्रफल फैला हुआ है?
Ans:-झारखंड कुल 79,714 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है, जिसमें कुल 24 जिले हैं।
Q: झारखंड का सबसे बड़ा शहर कौन-सा है?
Ans:-झारखंड राज्य की स्थापना 15 नवम्बर 2000 को हुई थी
Q: झारखंड का गठन कब हुआ था?
Ans:-झारखंड का सबसे बड़ा शहर जमशेदपुर है।
Q: झारखंड सबसे बड़ा जिला कौन सा है?
Ans:-झारखंड का सबसे बड़ा जिला पश्चिमी सिंहभूम है ।
निष्कर्ष-
तो इस तरह से आज आपने जाना की झारखंड में कितने जिले हैं (Districts in Jharkhand) साथ ही आज आपको झारखंड के बारे में और भी कई बाते पता चली होगी।
आज हमने आपको झारखंड में कितने जिले हैं (Districts in Jharkhand इसके साथ-साथ और भी बहौत सारी बाते बताई है। अगर आपको ये पोस्ट पसंद आयी हो, और कुछ अच्छा सीखने को मिला हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।
यह भी पढ़ें-