Titanic Submarine क्या है? जानिए इससे जुडी हुई बड़ी बातें।

About Titanic Submarine in Hindi, टाइटन पनडुब्बी, टाइटैनिक सबमरीन के बारे में जानकारी। टाइटैनिक सबमरीन में कितने लोग थे, कब और कैसे डूबी जानिए सब कुछ

दोस्तों कहते हैं, जब आदमी के पास पैसा हो तो क्या कुछ नहीं कर सकता है, ऐसा ही एक बड़ा हादसा हुआ है, जिससे हमे भी आज बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। आज हम आपको टाइटैनिक सबमरीन (Titanic Submarine) के बारे में जानकारी देने वाले हैं।

Titanic Submarine क्या है?

टाइटैनिक जहाज करीब 111 साल पहले अंधेरी रात में एक आइसबर्ग से टकराकर डूब गया था। 18 जून 2023 को एक छोटी पनडुब्बी लोगों को टाइटैनिक के मलबे को दिखाने के लिए गई थी, जो चालक दल के साथ 19 जून से अटलांटिक महासागर में लापता होगयी थी।

लोग टाइटैनिक जहाज जो दुब गया था, उसके मलवे को देखने के लिए गए थे। पनडुब्बी 18 जून की शाम को पायलट समेत चार टूरिस्ट को लेकर टाइटैनिक का मलबा दिखाने गई थी, लेकिन 1:45 घंटे बाद लापता हो गई थी।

सबमरीन (Titanic Submarine) में मौजूद पांचों लोगों की मौत हो गई है। इनमें ब्रिटिश बिजनेसमैन हैमिश हार्डिंग, फ्रांस के डाइवर पॉल-हेनरी, पाकिस्तानी-ब्रिटिश कारोबारी शहजादा दाऊद, उनका बेटा सुलेमान और ओशनगेट कंपनी के CEO स्टॉकटॉन रश शामिल हैं।

Titanic Submarine का पूरा सफर कुछ इस तरह का था।

  • दोस्तों यात्रियों ने Titanic Submarine में कनाडा के न्यूफाउंडलैंड से 16 जून को अपने सफर की शुरुआत की थी। ये सभी लोग एक जहाज से पहले अटलांटिक महासागर में उस जगह पहुंचे, जहां टाइटैनिक जहाज का मलबा मौजूद है।
  • इसके बाद 18 जून को ये सभी यात्री सबमरीन से पानी के अंदर उतरे। सुबह 9 बजे ये लोग समुद्र की गहराई में उतरे और सुबह करीब 11.47 बजे ही पनडुब्बी का संपर्क टूट गया।
  • पांचों यात्रियों को शाम 6.10 बजे सतह पर वापस लौटना था। जिसके बाद शाम 6.35 बजे बचाव कार्य शुरू किया गया। पनडुब्बी में 96 घंटे की ही ऑक्सीजन थी।
  • इसके बाद 22 जून को को अथॉरिटीज ने सभी यात्रियों को मृत घोषित कर दिया और पनडुब्बी में अंतःस्फोट होने का खुलासा किया।

पनडुब्बी में सवार पांच लोग कौन थे?

People died in titanic submarine

पनडुब्बी (Titanic Submarine) में पांच अरबपति सवार थे। पांचों अरबपति यात्री टाइटैनिक जहाज के अवशेष को देखने के लिए गए थे।

उस पनडुब्बी में ब्रिटिश-पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद (एंग्रो कोर्प के उपाध्यक्ष) और उनका बेटा सुलेमान, ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग, फ्रांसीसी पर्यटक पॉल-हेनरी नार्गियोलेट और ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश सवार थे।

पनडुब्बी के बारे में जानकारी।

पनडुब्बी ओशन गेट (OceanGate) कंपनी की टाइटन सबमर्सिबल है। इसका साइज एक ट्रक के बराबर है। ये 22 फीट लंबी और 9.2 फीट चौड़ी है। पनडुब्बी कार्बन फाइबर से बनी है​​​​​​। टाइटैनिक का मलबा देखने जाने के लिए प्रति व्यक्ति 2 करोड़ रुपए फीस है।

titanic submarine hi
  • चालक समेत पांच लोगों को ले जाने की छमता।
  • पनडुब्बी 6.7 मीटर लम्बी, 2.8 मीटर चौड़ी, और 2.5 मीटर ऊँची थी।
  • अकेरिक्लिक की खिड़की लगी हुई थी, जिसके बाहर देखा जा सकता था।
  • इसमें सिर्फ 96 घंटो की ऑक्सीजन रहती है।
  • इसमें बैठने के लिए किसी प्रकार की कोई सीट नहीं होती है। बल्कि एक सपाट फर्श रहता है।

ये सबमरीन समुद्र में रिसर्च और सर्वे के भी काम आती है। इस सबमरीन को पानी में उतारने और ऑपरेट करने के लिए पोलर प्रिंस वेसल का इस्तेमाल किया जाता है।

टाइटैनियम और कार्बन फाइबर की बनी इस पनडुब्बी का ढांचा 22 फीट लंबा था और इसका वजन करीब 10,432 किलो था। यह पनडुब्बी 4000 मीटर की गहराई तक जाने में सक्षम थी।

टाइटैनिक के डूबने की कहानी।

जब पहली बार टाइटैनिक सफर पर निकला तो 1300 यात्री और 900 चालक दल के लोग इस पर सवार थे। इस लग्जरी जहाज की टिकट काफी महंगी थी। उस वक्त फर्स्ट क्लास की टिकट का दाम 30 पाउंड, सेकंड क्लास का 13 पाउंड और थर्ड क्लास का 7 पाउंड था।

टाइटैनिक की लंबाई 269 मीटर, चौड़ाई 28 मीटर और ऊंचाई 53 मीटर थी। जहाज में तीन इंजन लगे हुए थे। साथ ही भट्टियों में 600 टन तक कोयले की खपत होती थी।

उस वक्त इसे बनाने का खर्च 15 लाख पाउंड था। इसे तैयार होने में तीन साल लगे थे। जहाज में 3300 लोग सवार हो सकते थे। टाइटैनिक जहाज हादसे से कुछ महीने पहले की बात है, जब ग्रीनलैंड के एक हिस्से में ग्लेशियर का 500 मीटर का बड़ा टुकड़ा उससे अलग हो गया।

ये हवा और समुद्र के जरिए दक्षिण की तरफ जाने लगा. फिर 14 अप्रैल तक 125 मीटर का हो गया था. साल 1912 की 14 अप्रैल की उसी रात को इसकी टाइटैनिक से टक्कर हो गई, फिर चार घंटे के भीतर ही जहाज डूब गया। तब जहाज की रफ्तार 41 किलोमीटर प्रति घंटा थी।

वो इंग्लैंड के साउथम्पैटन से अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की तरफ तेजी से बढ़ रहा था। घटना के वक्त इसमें 2200 लोग सवार थे। हादसे में 1500 लोगों की मौत हो गई।

इसे आज तक का सबसे बड़ा समुद्री हादसा कहा जाता है। ब्रिटेन और अमेरिका की सरकार ने हादसे का कारण जानने के लिए जांच करवाई। तब बर्फ की चट्टान से टकराना ही वजह बताई गई। टाइटैनिक जहाज का मलबा सितंबर 1985 में मिला था। ये समुद्रतल से 2600 फीट नीचे अटलांटिक सागर में पाया गया था।

FAQ

Q: टाइटैनिक सबमरीन में कितने लोग थे?

Ans: टाइटैनिक सबमरीन में कुल पांच लोग थे।

Q: पनडुब्बी में सवार लोगों के नाम।

Ans: पनडुब्बी में ब्रिटिश-पाकिस्तानी अरबपति शहजादा दाऊद (एंग्रो कोर्प के उपाध्यक्ष) और उनका बेटा सुलेमान, ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग, फ्रांसीसी पर्यटक पॉल-हेनरी नार्गियोलेट और ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश सवार थे।

Go to Homepage >

Leave a Comment