Cheque Bounce होने पर कितना लगेगा चार्ज, जाने पूरी जानकारी

Cheque Bounce होने पर बैंक वसूलते हैं जुर्माना

दोस्तों चेक बाउंस के बारे में शायद ही आप ज्यादा कुछ जानते होंगे। कई बार आपको कोई चेक दे देता है लेकिन अकाउंट में पैसे नहीं होने की वजह से चेक बाउंस हो जाता है। ऐसे में चेक लेने वाला शख्स परेशान हो जाता है, की क्या करे।

वैसे तो चेक बाउंस होने की ज्यादा तर दो वजहें हो सकती हैं। पहली तो ऐसा तब होता है जब या तो अकाउंट होल्डर के बैंक खाते में कम राशि हो या फिर दूसरा तब जब चेक पर किया गया हस्ताक्षर (Sign) अकाउंट होल्डर के असली हस्ताक्षर से मैच न करे। या फिर इन कारणों के अलावा भी और भी बहोत से कारन होते हैं, Cheque bounce होने के !

Cheque bounce होने की परिस्थिति में पेनल्टी के तौर पर कानूनी कारवाई या जुर्माने का प्रावधान है. इसलिए ये जरूरी है कि चेक काटते वक्त आप बहोत ध्यान रखे. आज हम आपको बताएंगे कि चेक बाउंस होने की स्थिति में कौन सा बैंक कितना जुर्माना वसूलता है.

Cheque bounce होने पर क्या करे?

दोस्तों मान लीजिये की आपने किसी को कुछ सामन बेचा या, आपको किसी से कुछ पैसे लेना होगा, और आपको जिससे पैसे लेना था, उसने आपको कैश की जहग Cheque दिया, और आप बैंक गए चेक की रकम को निकल वाने के लिए लेकिन जिसने आपको चेक दिया था उनके हस्ताक्षर में कोई गलती होने की वजह से बैंक से उस चेक को रिजेक्ट करदिया तो एसी कंडीशन में आपका Cheque बाउंस होजयेगा, या फिर जिसने आपको चेक दिया था उनके अकाउंट में काम पैसे होने की वजह से आपका Cheque bounce होगया, तो आपको इसका जुरमाना देना पद सकता है, और आपने जिससे चेक किया था, उसके खिलाफ भी शिकायत कर सकते हैं.

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चेक बाउंस होने की कुछ कारण

  • हस्ताक्षर का गलत होना
  • भुगतानकर्ता के बैंक खाते में पर्याप्त धनराशि न होना
  • अकाउंट नंबर का गलत होना
  • चेक में डाली गई तारीख का न मिलना
  • ओवरड्राफ्ट की सीमा को पार करना
  • अमाउंट के शब्दों और अंको का अलग-अलग होना

Cheque bounce होने पर कौन से बैंक कितना वसूलते हैं?

cheque bounce legal

भारतीय स्टेट बैंक (SBI)

अगर SBI का चेक बाउंस होता है तो 1 लाख रुपये तक के चेक पर 150 रुपये का चार्ज और इससे अधिक होने पर 250 रुपये के साथ GST भी देना होगा। यदि कम पैसे के कारण चेक बाउंस होता है तो 500 रुपये का चार्ज लगता है, वहीं तकनीकी कारण के चलते चेक बाउंस होने पर 150 रुपये देने होते हैं।

बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB)

BOB में अगर कम राशि के कारण एक लाख रुपये तक का चेक वापस होता है तो 250 रुपये का जुर्माना है. वहीं एक लाख से एक करोड़ तक की राशि पर जुर्माने की राशि बढ़ कर 750 रुपये हो जाती है. वहीं नौन फाइनेंशियल कारणों से चेक रिटर्न पर 250 रुपये का फाइन है.

HDFC Bank

HDFC बैंक एक तिमाही में पहली बार चेक वापस होने पर 350 रुपये और उसके बाद 750 रुपये चार्ज के रूप में लेता है। वहीं यदि तकनीकी कारण से चेक बाउंस होता है तो बैंक आपसे 50 रुपये लेगा।

एक्सिस बैंक

एक्सिस बैंक में अपर्याप्‍त बैलेंस के चलते चेक रिटर्न होने पर 500 रुपये जुर्माना है.

ICICI बैंक

ग्राहक द्वारा जारी किया गया चेक – ₹ 350 / – (प्रति माह एक चेक वापसी के लिए); वित्तीय कारणों से एक ही महीने में per 750 / – प्रति रिटर्न। For 50 / – गैर-वित्तीय कारणों के लिए वित्तीय कारणों के लिए हर चेक रिटर्न के लिए हस्ताक्षर सत्यापन को छोड़कर।

cheque bounce होना एक तरह का कानूनी अपराध है.चेक बाउंस होने की इस्थ्ती में Section 138 के तहत चेक बाउंस होने पर 2 साल तक की जेल या चेक में भरी राशि का दोगुना तक जुर्माना या दोनों लगाया जा सकता है, इसलिए किसी से चेक लेने और देने से पहले सब कुछ ध्यान से सोच समझ कर करे, जल्द बाज़ी में कोई भी काम न करें.

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